RBSE Solution for Class 9 English Beehive Chapter 2 The Sound of Music
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
Evelyn Glennie Listens To Sound Without Hearing It
[एवलिन ग्लेनी ध्वनि सुनती है इसका श्रवण किये बिना]
पढ़ने से पूर्व :
• ‘ईश्वर ने उसकी श्रवण शक्ति भले ही वापिस ले ली हो किन्तु उसने उसे कुछ विलक्षण वस्तु अवश्य दे दी है। जो हम सुनते हैं उसे वह अनुभव करती है हममें से किसी से भी अधिक गहराई से। इस ही कारण वह संगीत को इतनी सुन्दरता से व्यक्त करती है।’
• एक ऐसे व्यक्ति का निम्नलिखित वर्णन पढ़ें जिसने शारीरिक असमर्थता के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और अपने जीवन की कहानी को सफल बनाया।
Part – I
1. Rush hour………………..deaf.
कठिन शब्दार्थ : rush hour (रश् आउअ(र)) = व्यस्त समय, crowds (क्राउड्ज) = भीड़, jostle (जॉस्ल) = धक्का-मुक्की, position (पजिशन्) = बढ़िया स्थान, underground (अन्डग्राउन्ड्) = भूमिगत, train (ट्रेन) = रेलगाड़ी, platform (प्लैटफॉम्) = रेलवे प्लेटफॉम्, slight (स्लाइट्) = छोटी व दुबली, nervous (नवस्) = अधीर, excited (इक्साइड) = उत्तेजित, felt (फेल्ट) = अनुभव किया, vibrations (वाइब्रेश्न्ज ) = स्पंदन,
approaching (अप्रोचिङ्) = आती हुई, prestigious (प्रेस्टिजस्) = प्रतिष्ठित, daunting (डॉन्टिंग) = डराने वाला, teenager (टीनेज(र)) = किशोरी, farm (फाम्) = फार्म, aspiring (अस्पाइअरिङ्) = आकांक्षा करने वाली, musician (म्यूजिश्न्) = संगीतकार, profoundly (प्रफाउन्ड्लि ) = पूर्णतः, deaf (डेफ्) = बहरी।
हिन्दी अनुवाद : बढ़िया स्थान प्राप्त करने के लिए व्यस्त समय की भीड़ भूमिगत रेलवे प्लेटफार्म पर धक्का-मुक्की कर रही है। एक छोटी व दुबली लड़की, जो अपनी आयु 17 वर्ष से भी छोटी प्रतीत हो रही थी, अधीर किन्तु उत्तेजित थी क्योंकि वह समीप आती रेलगाड़ी के स्पंदन को अनुभव कर रही थी। लंदन की प्रतिष्ठित.’रॉयल एकेडमि ऑव म्यूजिक’ में यह उसका प्रथम दिन था और स्कॉटलैंड के फार्म से आई किसी नई किशोरी के लिए पर्याप्त डराने वाला भी था। किन्तु इस आकांक्षी संगीतकार के सामने तो औरों से भी बड़ी चुनौती थी : वह पूर्णतः बहरी थी।
2. Evelyn Glennie’s………………..says Evelyn.
कठिन शब्दार्थ : loss of hearing (लॉस् ऑव हिअरिङ्) = श्रवण शक्ति का ह्रास, gradual (ग्रैजुअल) = धीरे-धीरे, remembers (रिमेमबॅज) = याद है, noticing (नोटिसिंग) = देखा, play (प्ले) = बजाना, piano (पिऐनो) = पियानो वाद्ययन्त्र, realised (रिअलाइज्ड) = समझ लिया, managed (मैनिज्ड) = सफल रही, conceal (कॅनसील्) = छिपाना, growing (ग्रोइङ्) = बढ़ते, deteriorated (डिटिअरिअरेट्ड) = कम होते जाना,
urged (अज्ड) = आग्रह किया, specialist (स्पेशलिस्ट) = विशेषज्ञ, discovered (डिस्क(र)ड) = पता चला, severely (सिविअलि) = गम्भीर रूप से, impaired (इमपेअड) = बिगड़ चुकना, nerve (नव्) = स्नायु, damage (डैमिज्) = खराब होना, advised (अडवाइज्ड) = परामर्श दिया, fitted with (फिट्ड विद्) = लगा दिये जाएँ, hearing aids (हिअरिङ् एड्) = श्रवण यन्त्र।
हिन्दी अनुवाद : एवलिन ग्लेनी की श्रवण शक्ति का ह्रास धीरे-धीरे हुआ था। उसकी माँ को स्मरण होता है कि उसने देखा था कि कुछ गड़बड़ है जब आठ वर्ष की एवलिन पिआनो बजाने की प्रतीक्षा कर रही थी। उन्होंने उसका नाम पुकारा किन्तु वह नहीं हिली। मैंने अचानक अनुभव किया कि उसे सुनाई नहीं दिया था’, इजॅबेल ग्लेनी कहती हैं। काफी समय तक एवलिन अपनी सहेलियों व अध्यापिकाओं से अपने बढ़ते बहरेपन को छुपाने में सफल रही।
परन्तु जब तक वह ग्यारह वर्ष की हुई तो उसके अंक कम होते गये और उसकी मुख्याध्यापिका ने उसके माता-पिता से आग्रह किया कि वे उसे किसी विशेषज्ञ के पास ले जायें। तब जाकर पता चला कि स्नायु के धीरे-धीरे खराब होने से उसकी श्रवण शक्ति गम्भीर रूप से बिगड़ चुकी थी। उनको परामर्श दिया गया कि उसे श्रवण यन्त्र लगवाया जाए और बहरों के विद्यालय में भेजा जाए। ‘प्रत्येक जगह अचानक अन्धकार दिखने लगा (अर्थात् निराश होने लगी)’, एवलिन कहती है।
3. But Evelyn was……………hard work.
कठिन शब्दार्थ : determined (डिटमिन्ड्) = दृढ़-निश्चयी, lead (लीड्) = व्यतीत करना, : normal (नॉम्ल) = सामान्य, pursue (पस्यू) = प्रयास जारी रखना, interest (इन्ट्रस्ट) = रुचि, xylophone (जाइलफोन्) = जाइलफोन वाद्ययन्त्र, decided (डिसाइडिड्) = निश्चय किया, discouraged (डिस्करिज्ड) = निरुत्साहित किया, percussionist (पकनिस्ट) = ढोल बजाने वाला, spotted (स्पॉट्ड) = पहचाना, potential (पॅटेन्श्ल ) = भावी योग्यता,
tuning (ट्यूनिंग) = बजाते, drums (ड्रम्ज) = ढोल, notes (नोट्स) = ताल, sense (सेन्स्) = अनुभव करना, waist up (वेस्ट अप्) = कमर के ऊपर से, repeated (रिपीट्ड) = दोहराया, exercise (एक्ससाइज्) = अभ्यास, soon (सून्) = शीघ्र ही, certain (सट्न्) = निश्चित, the rest (द रेस्ट्) = शेष, sheer (शिअ(र)) = मात्र/केवल।
हिन्दी अनुवाद : किन्तु एवलिन हार मानने नहीं जा रही थी। उसने सामान्य जीवन जीने व संगीत सीखने में अपना प्रयास जारी रखने का दृढ़ निश्चय किया हुआ था। एक दिन उसने एक लड़की को जाइलफोन को बजाते देखा और निश्चय किया कि वह भी इसे बज़ाना चाहती थी। बहुत से अध्यापकों ने उसे निरुत्साहित किया किन्तु तालवादक रॉन फॉब्ज ने उसकी भावी योग्यता को पहचाना। उसने दो बड़े ढोल अलग-अलग ताल पर बजाने आरम्भ किए।
अपने कानों से न सुनो’, उसने कहा, ‘किन्तु किसी अन्य ढंग से अनुभव करने का प्रयास करो।’ एवलिन कहती है, ‘मैंने यकायक यह समझ लिया कि बड़े ढोल को मैं कमर के ऊपर व छोटे ढोल को कमर से नीचे अनुभव कर रही थी।’ फॉब्ज ने अभ्यास/प्रयास दोहराया और एवलिन ने देखा कि कुछ स्वर उसे शरीर के भिन्न-भिन्न भागों में महसूस हो रहे थे। ‘मैंने अपने मस्तिष्क और शरीर को ध्वनियाँ व स्पंदन के प्रति खोलना सीख लिया था।’ शेष तो केवल दृढ़ संकल्प व कठिन परिश्रम ही था।
4. She never looked………………………….awards.
कठिन शब्दार्थ : onwards (ऑन्वड्ज) = उस समय से, toured (टुअड) = यात्रा की, youth (यूथ्) = युवा, orchestra (ऑकिस्ट्रा) = वाद्यवृंद, auditioned (ऑडिश्न्ड ) = ध्वनि परीक्षण दिया, scored (स्कॉड) = प्राप्त किए, performances (पफॉमन्स्ज ) = प्रदर्शन, captured (कैप्च(र)ड) = प्राप्त किए।
हिन्दी अनुवाद : उस समय से उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसने एक युवा वाद्यवृंद के साथ यूनाइटिड किंगडम (इंग्लैण्ड) की यात्रा की और जब तक वह 16 वर्ष की हुई तब तक उसने संगीत को अपना जीवन बनाने का निश्चय कर लिया था। उसने रॉयल अकादमी ऑफ म्यूजिक में ध्वनि परीक्षण दिया और अकादमी के इतिहास में उसके अंक अधिकतम प्राप्त करने वालों में से थे। वह धीरे-धीरे वाद्यवृंद से हटकर एकल प्रदर्शन करने लगी। तीन वर्ष के पाठ्यक्रम में उसने लगभग सभी उच्चतम इनाम प्राप्त कर लिए थे।
5. And for all………………………….schedule.
कठिन शब्दार्थ : accept (अक्सेप्ट्) = मानना, hint (हिन्ट) = संकेत, achievement (अचीवमन्ट) = उपलब्धि, most sought (मोस्ट सॉट) = अधिक माँग होना, instruments (इन्स्ट्रमन्ट्स) वाद्ययन्त्र, hectic (हेक्टिक) = अत्यधिक व्यस्त, international (इन्टनैश्नल्) = अन्तर्राष्ट्रीय, schedule (शेड्यूल) = कार्य-योजना।
हिन्दी अनुवाद : और इतना होने पर भी, एवलिन यह जरा भी मानने का संकेत नहीं देती कि उसने बड़ी वीरतापूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। यदि आप परिश्रम करते हैं और आप जानते हैं कि आपको कहाँ पहुँचना है, तो आप वहाँ पहुँच जाएँगे।’ और वह ठीक शिखर पर पहुँच गई, संसार की सबसे अधिक माँग वाली बहुमुखी तालवादक जिसे लगभग 1000 वाद्ययन्त्रों का पूर्ण ज्ञान था और जिसका व्यस्ततम अन्तर्राष्ट्रीय कार्यक्रम रहता था।
6. It is intriguing………………………..basic Japanese.
कठिन शब्दार्थ : intriguing (इन्ट्रीगिंग) = विस्मयकारी, function (फक्श्न् ) = कार्य करना, effortlessly (एफट्लस्लि ) = बिना प्रयास किए, flawlessly (फ्लॉलस्लि) = बिना त्रुटि के, beards (बिअड्ज) = दाढ़ी, lilt (लिल्ट) = बोलने का ढंग, master (मास्ट(र) = प्रवीणता, basic (बेसिक्) = बुनियादी।
हिन्दी अनुवाद : श्रवण शक्ति के बिना एवलिन को बिना प्रयास किए संगीत बजाते देखने से विस्मय होता है। हमारे दो घण्टे के विचार-विमर्श में उसने एक शब्द भी अनसुना न किया। ‘झाड़ीदार दाढ़ी वाले लोगों से मुझे थोड़ी कठिनाई होती है।’ उसने हँस कर कहा, ‘केवल होंठों को ही नहीं देखना होता है, बल्कि सारा चेहरा देखना होता है, विशेषकर आँखों को।’ वह स्कॉटलैंड के बोलने के ढंग से बिना त्रुटि के बोलती हैं। ‘मेरी भाषा साफ इसलिए है कि मैं ग्यारह वर्ष की आयु तक सुन सकती थी’, वह कहती है। परन्तु इससे यह बात स्पष्ट नहीं होती कि उसने फ्रांस की भाषा (फ्रेंच) व बुनियादी जापानी भाषा कैसे सीख ली।
7. As for music………………………her legs.
कठिन शब्दार्थ : pours in (पॉज इन्) = प्रवेश करना, tingles (टिङ्ग्ल ज) = सनसनी अनुभव करना, skin (स्किन्) = त्वचा, cheekbones (चीकबोन्ज) = गालों की हड्डियाँ, stick (स्टिक्) = छड़ी, fingertips (फिङ्गटिप्स) = उँगली के छोर, leaning (लीनिङ्) = झुककर, resonances (रेजनन्स्ज ) = गूंज।
हिन्दी अनुवाद : जहाँ तक संगीत की बात है, वह स्पष्ट करती है, ‘यह मेरे शरीर के हर अंग में से प्रवेश करता है। मेरी त्वचा, मेरे गालों की हड्डियों और बालों में भी सनसनाहट पैदा करता है।’ जब वह जाइलॅफोन बजाती है तो ध्वनि छड़ियों में से होकर उसकी उँगलियों के छोरों में प्रवेश करती है। ढोलों का सहारा लेने से, वह गूंज को अपने शरीर में प्रवेश करती अनुभव करती है। लकड़ी की सेज पर वह अपने जूते उतार देती है ताकि कम्पन उसके पाँव में से होकर उसकी टाँगों में आ जाए।
8. Not surprisingly………………………..beautifully.”
कठिन शब्दार्थ : delights (डिलाइट्स) = आनन्दित करना, audiences (ऑडिअन्स्ज) = श्रोता, presented (प्रिजेन्ड) = दिया गया।
हिन्दी अनुवाद : इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि एवलिन अपने श्रोतागण का भरपूर मनोरंजन करती है। 1991 में उसे रॉयल फिलहामॉनिक सँसाइअटि ने उस वर्ष का एकल वादनकर्ता का अपना प्रतिष्ठित खिताब दिया। ढोल बजाने वाले गुरु जेम्ज ब्लेड्ज कहते हैं कि “ईश्वर ने उसकी श्रवण शक्ति तो ले ली किन्तु उसके बदले में कुछ विलक्षण वस्तु दी है। जो हम सुनते हैं उसे वह अनुभव करती है और हमसे कहीं अधिक . गहराई के साथ। यही कारण है कि वह संगीत इतने सुन्दर ढंग से व्यक्त करती है।”
9. Evelyn confesses……………………….cannot go.”
कठिन शब्दार्थ : confesses (कन्फेस्ज) = स्वीकार करती है, classical (क्लैसिक्ल) = शास्त्रीय, rewards (रिवॉड्ज) = फल, enormous (इनॉमस्) = व्यापक, concerts (कॉन्सट्स) = संगीत सभा, prisons (प्रिजन्ज) = जेलों, priority (प्राइऑरटि) = प्रधानता, shining (शाइनिंग) = उज्ज्व ल, inspiration (इन्स्परेशन्) = प्रेरणा।
हिन्दी अनुवाद : एवलिन यह स्वीकार करती है कि उसे काम का नशा है। ‘मुझे परिश्रम करना ही होता है प्रायः शास्त्रीय संगीतज्ञों से भी अधिक। परन्तु इसका फल भी व्यापक है।’ सामान्य संगीत सभाओं के अतिरिक्त, एवलिन, जेलों व अस्पतालों में भी मुफ्त संगीत सभाएँ करती है। वह युवा संगीतकारों की कक्षाओं को भी अधिक महत्त्व देती है। ‘बीथोवन फण्ड फॉर डेफ चिल्ड्रन’ की ऐन रिचलिन कहती है, वह बहरे बच्चों के लिए उज्ज्वल प्रेरणा है। वे देखते हैं कि कोई ऐसा स्थान नहीं है जिसे वे प्राप्त नहीं कर सकते हैं।’
10. Evelyn Glennie………………………..to millions.
कठिन शब्दार्थ : accomplished (अकम्प्लिश्ट) = प्राप्त कर लिया है, demonstrated (डेमन्स्ट्रेट्ड) = प्रदर्शित कर दिया, handicapped (हैन्डिकैप्ट्) = विकलांग, pleasure (प्लेश(र)) = मनोरंजन।
हिन्दी अनुवाद : एवलिन ग्लेनी अपनी आयु से दुगुने बड़े बहुत से लोगों से अधिक सफलता प्राप्त कर चुकी है। उसने ताल-वादन को ऑकिस्ट्रा में अग्रणी स्थान दिलाया है और यह प्रदर्शित किया है कि यह बहुत प्रभावशाली हो सकता है। उसने उन विकलांग लोगों को प्रेरणा दी है जो उसे देखकर कहते हैं, ‘यदि वह ऐसा कर सकती है, तो मैं भी कर सकता हूँ।’ और सबसे बढ़कर बात यह है कि उसने लाखों लोगों का मनोरंजन किया है।
Part-II
The Shehnai of Bismillah Khan
पढ़ने से पूर्व :
क्या आप इन लोगों को जानते हैं ? वे कौनसे वाद्ययन्त्रों को बजाते हैं?
शहनाई के विषय में सोचते ही आपके मन में संभवतः किसी विवाह या इस ही प्रकार के किसी अन्य शुभ अवसर की कल्पना उभर आए। अगला विचार हो सकता है उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई बजाते हुए का हो।
1. Emperor………………shehnai.
कठिन शब्दार्थ : emperor (एम्पर(र)) = सम्राट, banned (बैन्ड) = प्रतिबन्ध लगा दिया, royal residence (रॉइअल् रेजिडन्स्) = शाही निवास, shrill (शिल्) = तीखी, unpleasant (अनप्लेज्न्ट) = अप्रीतिकर, generic (जनेरिक्) = प्रतिनिधिक/कुख्यात, reeded (रीड्ड) = सरकंडे वाले, noisemakers (नॉइज्मेक(र)ज) = कर्कश स्वर पैदा करने वाला, revived (रिवाइव्ड) = पुनः उत्थान किया, barber (बाब(र)) = नाई, professional (प्रफेशन्ल) = पेशेवर, access (ऐकसेस्) = पहुँच, palace (पैलस्) = महल, improve (इमप्रूव्) = सुधार करना, tonal (टोन्ल) = ध्वनीय, hollow (हॉलो) = खोखला, stem (स्टेम्) = तना, melodious (मलोडिअस्) = मधुर, royalty (रॉइअल्टि) = राजपरिवार, impressed (इम्प्रेस्ट) = प्रभावित हुआ।
हिन्दी अनुवाद : सम्राट औरंगजेब ने एक पुंगी नाम के वाद्ययंत्र को शाही निवास में बजाने को प्रतिबन्धित कर दिया था क्योंकि इसकी तीखी अप्रीतिकर ध्वनि थी। सरकंडे से बने कर्कश स्वर पैदा करने वाले वाद्ययंत्रों में पुंगी का नाम कुख्यात हो गया था। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इसका पुनः उत्थान हो जायेगा। पेशेवर संगीतकारों के परिवार से संबंधित एक नाई, जिसकी शाही महल में पहुँच थी, ने पुंगी की ध्वनीय किस्म को सुधारने का निश्चय किया।
उसने एक प्राकृतिक खोखला तना चुना जो पुंगी की अपेक्षा अधिक लम्बा व चौड़ा था और उस पाइप पर सात छिद्र बनाए। जब उसने इन छिद्रों में से कुछ को खोलते व बन्द करते हुए इसे बजाया तो इसमें से कोमल व मधुर स्वर पैदा हुए। उसने राजपरिवार के सम्मुख इस वाद्ययंत्र को बजाया और प्रत्येक प्रभावित था। यह वाद्ययंत्र, पुंगी से इतना भिन्न था कि इसे नया नाम देना पड़ा था। कहानी इस प्रकार है, क्योंकि सर्वप्रथम इसे शाह (सम्राट) के कक्ष में बजाया गया था और इसे एक नाई द्वारा बजाया गया था, इसीलिए इस वाद्ययंत्र को ‘शहनाई’ नाम दिया गया था।
2. The sound of………………….Ustad Bismillah Khan.
कठिन शब्दार्थ : auspicious (आस्पिशस्) = मांगलिक, indispensable (इनडिस्पेन्सव्ल्) = – परमावश्यक, component (कम्पोनन्ट) = अंग, ensemble (ऑन्सॉम्ब्ल् ) = कलाकार-मंडली।
हिन्दी अनुवाद : शहनाई का स्वर मांगलिक समझा जाने लगा। और इसी कारण यह अब भी मंदिरों में बजाई जाती है और उत्तर भारत के किसी भी विवाह-समारोहों का एक परमावश्यक अंग है। भूतकाल में शहनाई, राजा के दरबार की नौबत अर्थात् नौ वाद्ययंत्रों की पारम्परिक कलाकार-मंडली का एक हिस्सा होती थी। कुछ समय पहले तक इसका प्रयोग केवल मंदिरों व विवाहों में ही होता था। इसे शास्त्रीय मंच पर लाने का श्रेय उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को जाता है।
3. As a five-year…………Bharat Ratna.
कठिन शब्दार्थ : gilli-danda (गिल्ली-डंडा) = बच्चों का एक पारम्परिक खेल, ancient (एन्शन्ट्) = प्राचीन, civilian (सविलिअन्) = नागरिक।
हिन्दी अनुवाद : पाँच वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला खाँ बिहार की प्राचीन रियासत डुमरांव में एक तालाब के किनारे गिल्ली-डंडा खेला करता था। वह नियमित रूप से भोजपुरी ‘चैत’ गाने के लिए समीप के बिहारीजी के मंदिर में जाया करता था और इसके अंत में स्थानीय महाराज से सवा किलो का लड्डू ईनाम में प्राप्त करता था। यह बात 80 वर्ष पुरानी है, और उस छोटे से बालक ने इतनी लंबी यात्रा की है कि उसने भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण – भारत रत्न तक कमाया है।
4. Born on………………………………… ………..players.
कठिन शब्दार्थ : paternal (पटन्ल) = पैतृक, ancestors (ऐन्सेस्ट(र)ज) = पूर्वज।
हिन्दी अनुवाद : 21 मार्च, 1916 को जन्मे बिस्मिल्ला खाँ का संबंध बिहार के प्रसिद्ध संगीतज्ञों के परिवार से है। उसके दादा रसूल बख्श खाँ, भोजपुर नरेश के दरबार में शहनाई-नवाज थे। उसके पिता पैगम्बर बख्श व अन्य पैतृक पूर्वज भी महान शहनाई-वादक थे।
5. The young boy……………………………………the shehnai.
कठिन शब्दार्थ : maternal uncle (मटन्ल् अङ्ल् ) = मामाजी, fascinated (फैसिनेट्ड) = मोहित था, captivated (कैप्टिवेट्ड) = मंत्र-मुग्ध, apprentice (अप्रेन्टिस्) = प्रशिक्षु, haunts (हॉन्ट्स) = स्थान, solitude (सॉलिट्यूड्) = एकान्त, improvise (इम्प्रवाइज्) = तत्काल रचना करना, on end (ऑन् एन्ड्) = लगातार।
हिन्दी अनुवाद : इस बालक ने छोटी आयु में ही संगीत सीखना आरम्भ कर दिया। तीन वर्ष की आयु में जब उसकी माँ उसे उसके मामा के घर बनारस (वाराणसी) ले गई, तो बिस्मिल्ला अपने मामा को शहनाई का अभ्यास करते देखकर मोहित हो जाता था। शीघ्र ही बिस्मिल्ला ने अपने मामा अली बख्श के साथ वाराणसी के विष्णुजी के मंदिर में जाना आरम्भ कर दिया, वहाँ बख्श को शहनाईवादन के लिए नियुक्त किया हुआ था।
अली बख्श शहनाई बजाते और बिस्मिल्ला घंटों लगातार मंत्र-मुग्ध बैठे रहते। धीरे-धीरे, उसने इस यंत्र को बजाने के पाठ सीखना आरम्भ कर दिया और दिनभर बैठकर अभ्यास करता रहता। आने वाले अगले कई वर्षों तक बालाजी और मंगला मैया के मंदिर और गंगा तट इस युवा प्रशिक्षु के प्रिय स्थान बन गए जहाँ वह एकान्त में अभ्यास कर सकता था। गंगा का बहता जल उसे तात्कालिक रचनाएँ और रागों के आविष्कार के लिए प्रेरित करता था जो पहले शहनाई के सीमा क्षेत्र से परे समझे जाते थे।
6. At the age………………………on radio.
कठिन शब्दार्थ : accompanied (अकम्पनिड) = के साथ, recital (रिसाइट्ल) = संगीत प्रस्तुति।
हिन्दी अनुवाद : 14 वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला अपने मामा के साथ इलाहाबाद संगीत सभा में गया। उसकी संगीत-प्रस्तुति के अन्त में, उस्ताद फैयाज खाँ ने इस युवा बालक की पीठ थपथपाई और कहा, ‘कठिन परिश्रम करो और तुम निश्चय ही सफल हो जाओगे।’ 1938 में लखनऊ में ऑल इण्डिया रेडियो के खुल जाने से बिस्मिल्ला को एक बड़ा अवसर प्राप्त हो गया। वह शीघ्र ही रेडियो पर प्रायः सुने जाने वाला शहनाईवादक बन गया।
7. When India gained……..speech.
कठिन शब्दार्थ : gained (गेन्ड) = प्राप्त की, greet (ग्रीट) = अभिवादन करना।
हिन्दी अनुवाद : जब 15 अगस्त, 1947 को भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की तो बिस्मिल्ला खाँ अपने शहनाईवादन से राष्ट्र का अभिवादन करने वाले प्रथम भारतीय बन गये। उसने अपना हृदय-भाव लाल किले से अपने श्रोतागण के सामने उडेला जिसमें महात्मा गाँधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू भी सम्मिलित थे, जिसके तत्पश्चात् नेहरूजी ने अपना प्रसिद्ध भाषण ‘भाग्य से मुलाकात’ दिया।
8. Bismillah Khan has……………………….emphasis.
कठिन शब्दार्थ : memorable (मेमरब्ल) = स्मरणीय, abroad (अब्रॉड्) = विदेश में, trip (ट्रिप) = यात्रा, souvenirs (सूवनिअ(र)ज) = स्मृति चिह्न, compositions (कॉम्पजिशन्ज) = रचनाएँ, chartbuster (चाटबस्ट्(र)) = रिकार्ड तोड़ने वाला, celluloid (सेल्युलॉइड) = फिल्म, ventures (वेन्च(र)ज) = प्रयास, artificiality (आटिफिल्टि ) = बनावटीपन, glamour (ग्लैम(र)) = तड़क-भड़क, emphasis (एम्फसिस्) = जोरदार ढंग से।
हिन्दी अनुवाद : बिस्मिल्ला खाँ ने भारत व विदेश में कई स्मरणीय सार्वजनिक प्रदर्शन किए हैं। उसकी प्रथम विदेश यात्रा अफगानिस्तान की थी जहाँ राजा जहीरशाह इस उस्ताद से इतना मोहित हुआ कि उसने इसे मूल्यवान ईरानी गलीचे व अन्य स्मृति चिह्न भेंट किये। अफगानिस्तान का राजा ही एकमात्र व्यक्ति नहीं था जो बिस्मिल्ला के संगीत से प्रभावित हुआ हो। फिल्म निर्देशक विजय भट्ट एक मेले में बिस्मिल्ला का वादन सुनकर इतना प्रभावित हुआ कि उसने फिल्म का नाम इस वाद्ययंत्र पर रखा ‘गूंज उठी शहनाई’।
यह फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई और बिस्मिल्ला की एक रचना ‘दिल का खिलौना हाय टूट गया’ ने देशभर का रिकार्ड तोड़ दिया। फिल्म जगत् में इस भारी सफलता के बावजूद, बिस्मिल्ला खाँ का फिल्मी संगीत का प्रयास केवल दो फ़िल्मों तक ही सीमित रहा विजय भट्ट की ‘गूंज उठी शहनाई’ और विक्रम श्रीनिवास की साहसिक कन्नड़ फिल्म, ‘सनधी अपन्ना’। ‘मैं फिल्म जगत् की बनावटपन व तड़क-भड़क के साथ समझौता नहीं कर सकता’, वे पूरे जोरदार ढंग से कहते हैं।
9. Awards and…….Bismillah Khan.
कठिन शब्दार्थ : recognition (रेकग्निश्न्) = सम्मान, auditorium (ऑडिटॉरिअम्)=श्रोतामंडप ।
हिन्दी अनुवाद : उपाधियाँ व सम्मान भारी संख्या में और जल्दी-जल्दी आने लगे। बिस्मिल्ला खाँ पहले भारतीय थे जिन्हें अमेरिका में प्रतिष्ठित लिंकन सेन्टर हॉल में वादन प्रदर्शन करने के लिए निमंत्रित किया गया। उन्होंने मॉन्ट्रिअल में विश्व प्रदर्शनी, केन्स में कला मेला और ओसामा का व्यापार मेला में भी भाग लिया। अन्तर्राष्ट्रीय जगत में वह इतने प्रख्यात हो गये कि तेहरान में एक श्रोतामंडप का नाम उसके नाम पर ‘ताहर मोसिकी उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ’ रखा गया था।
10. National awards………………………on him.
कठिन शब्दार्थ : conferred on (कनफ(र)ड ऑन्) = प्रदान करना। हिन्दी अनुवाद : राष्ट्रीय उपाधियाँ जैसे पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण उनको प्रदान की गईं।
11. In 2001………………………our music.
कठिन शब्दार्थ : coveted (कवड) = ललचाने वाली, glinting (ग्लिन्टग) = चमक रही थी।
हिन्दी अनुवाद : 2001 में उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया। यह ललचाने वाली उपाधि उनकी छाती पर टिकी थी और उनकी आँखें अद्भुत प्रसन्नता से चमक रही थीं, और उन्होंने कहा, ‘मैं तो केवल यह कहना चाहता हूँ कि अपने बच्चों को संगीत सिखाओ, यह हिन्दुस्तान की मूल्यवान परम्परा है। अब तो पश्चिम वाले भी हमारा संगीत सीखने आ रहे हैं।’
12. In spite of…..of Dumraon.
कठिन शब्दार्थ : exceedingly (इक्सीडिल्लि ) = अत्यधिक, replicating (रेप्लिकेटिङ्) = प्रतिकृति बनाकर, unique (युनीक्) = अद्भुत।
हिन्दी अनुवाद : विश्वभर में इतनी यात्रा करने के पश्चात् भी खाँ साहब, जैसा कि उनको प्रेम से सम्बोधित किया जाता हैको बनारस व डुमरांव अत्यधिक प्रिय हैं और वे उनके लिए संसार के सबसे अधिक अद्भुत नगर हैं। एक बार उनका एक शिष्य यह चाहता था कि वे अमेरिका में शहनाई के स्कूल का नेतृत्व करें और उस शिष्य ने वचन दिया कि बनारस के मंदिरों की प्रतिकृति तैयार कर बनारस के वातावरण की पुनः रचना कर दी जायेगी।
परन्तु खाँ साहब ने पूछा कि क्या वह गंगा को भी वहाँ से उठाकर ले आएगा। तत्पश्चात् उस बात को याद करके उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि जब मैं विदेश में होता हूँ तो हिन्दुस्तान को याद करता हूँ। जब मुम्बई में होता हूँ तो केवल वाराणसी और पवित्र गंगा को याद करता हूँ। और जब वाराणसी में होता हूँ, तो मैं डुमरांव के अद्भुत मढे (छाछ) की कमी अनुभव करता हूँ।’
Shekhar Gupta : ……………………….good laugh.
शेखर गुप्ता : जब बंटवारा हुआ तो क्या आपने और आपके परिवार जनों ने पाकिस्तान जाने की नहीं सोची ? बिस्मिल्ला खाँ : ईश्वर न करे कि मैं बनारस कभी छोडूं। एक बार में पाकिस्तान गया था। मैंने सीमा केवल इसलिए पार की थी कि मैं कह सकूँ कि मैं पाकिस्तान गया था। मैं वहाँ केवल एक घंटा रहा। मैंने पाकिस्तानियों को नमस्कार कहा और भारतीयों को वालेकम सलाम कहा। और मैं जोर से हँसा।
(Readers’ Digest, October 2005)
13. Ustad Bismillah Khan……………mourning.
कठिन शब्दार्थ : cultural (कल्चरल) = सांस्कृतिक, heritage (हेरिटिज) = विरासत, devout (डिवाउट्) = धर्मनिष्ठ, passed away (पास्ट अवे) = देहावसान हो जाना, prolonged illness (पॅलॉड् इलनस्) = लम्बी बीमारी, state funeral (स्टेट् फ्यूनरल) = राजकीय अंत्येष्टि, national mourning (नैशनल मॉनिंग) = राष्ट्रीय शोक।
हिन्दी अनुवाद : उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जीवन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा का उत्तम उदाहरण है, ऐसा जो सहज भाव से यह स्वीकार करता है कि उसके जैसा धर्मनिष्ठ मुसलमान भी स्वाभाविक रूप से प्रत्येक प्रभात के समय काशी के विश्वनाथ मंदिर में शहनाई बजा सकता है। [21 अगस्त, 2006 को उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का 90 वर्ष की उम्र में एक लम्बी बीमारी के पश्चात् देहावसान हो गया। उनकी राजकीय अंत्येष्टि की गई और भारत सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया।]
Textbook Questions and Answers
Part – I
Evelyn Glennie Listens To Sound Without Hearing It
[एवलिन ग्लेनी ध्वनि सुनती है इसका श्रवण किये बिना]
Thinking About The Text
I. Answer these questions in a few words or a couple of sentences each :
Question 1.
How old was Evelyn when she went to the Royal Academy of Music?
एवलिन की क्या आयु थी जब वह रॉयल एकेडमि ऑव म्यूजिक में गई?
Answer:
Evelyn was only seventeen years old when she went to the Royal Academy of Music.
एवलिन मात्र सत्रह वर्ष की थी जब वह रॉयल एकेडमि ऑव म्यूजिक में गई।
Question 2.
When was her deafness first noticed? When was it confirmed?
उसके बहरेपन का प्रथम बार कब पता चला? इसकी पुष्टि कब की गई?
Answer:
Evelyn’s deafness was first noticed by her mother when she was eight years old. It was confirmed by a specialist when she was eleven years old.
एवलिन का बहरापन प्रथम बार उसकी माँ द्वारा देखा गया था जब वह 8 वर्ष की थी। इसकी एक विशेषज्ञ द्वारा पुष्टि की गई थी जब वह 11 वर्ष की थी।
II. Answer each of these questions in a short paragraph (30-40 words)
Question 1.
Who helped her to continue with music? What did he do and say?
संगीत से निरन्तरता बनाए रखने में उसकी सहायता किसने की? उसने क्या किया और कहा?
Answer:
Percussionist, Ron Forbes, helped her to continue with music. He tuned two large drums to different notes. ‘Don’t listen through your ears’ he said, “try to sense it some other way.’
ताल वाद्ययन्त्र बजाने वाले रॉन फॉब्ज ने संगीत से निरन्तरता बनाये रखने में उसकी सहायता की। उसने दो बड़े ढोलों को अलग-अलग स्वर पर स्वरित किया। ‘कानों से मत सुनो’; उसने कहा, ‘किसी अन्य तरीके से समझने का प्रयत्न करो।’
Question 2.
Name the various places and causes for which Evelyn performs.
उन विभिन्न स्थानों और कारणों को नामित करें जिनके लिए एवलिन संगीत सभाएँ करती है।
Answer:
Evelyn plays for the regular concerts. Evelyn gives free concerts in prisons and hospitals. She also gives high priority to classes for young musicians.
एवलिन नियमित संगीत सभाओं के लिए वादन करती है। जेलों व अस्पतालों में एवलिन निःशुल्क संगीत सभाएँ करती है। वह युवा संगीतकारों की कक्षाओं को उच्च प्राथमिकता देती है।
III. Answer the questions in two or three paragraphs (100-150 words)
Question 1.
How does Evelyn hear music?
एवलिन को संगीत कैसे सुनाई पड़ता है?
Answer:
Deaf Evelyn was determined to pursue her interest in music. Percussionist Ron Forbes tuned two large drums to different notes. ‘Don’t listen through your ears’, he said, ‘try to sense it some other way.’ Suddenly she realised she could feel the higher drum from the waist up and the lower drum from the waist down. Forbes repeated the exercise and soon she discovered that she could sense certain notes in different parts of her body.
She also explains, ‘Music pours in through every part of my body. It tingles in the skin, my cheekbones and even in my hair.’ When she plays the xylophone, she can sense the sound passing up the stick into her finger-tips. By leaning against the drums, she can feel the resonances flowing into her body. On a wooden platform she removes her shoes so that the vibrations pass through her bare feet and up her legs.
बहरी एवलिन ने संगीत में अपनी रुचि को बनाए रखने का दृढ़ निश्चय किया हुआ था। थाप वाले वाद्ययन्त्र बजाने वाले रॉन फॉब्ज ने दो बड़े ढोल अलग-अलग स्वरों पर स्वरित किये। अपने कानों से नहीं सुनना’ उसने कहा, ‘इसे किसी अन्य तरह से समझने का प्रयत्न करना।’ अचानक उसने अनुभव किया कि वह ऊँचे ढोल को कमर के ऊपर से व नीचे ढोल को कमर के नीचे से अनुभव कर सकती थी। फॉब्ज ने अभ्यास को दोहराया और, शीघ्र ही उसने पाया कि वह अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों में निश्चित स्वरों को समझ सकती थी।
उसने यह भी बताया, ‘संगीत मेरे शरीर के हर अंग में से प्रवेश करता है। मेरी त्वचा, मेरे गालों की हड्डियों और बालों में भी सनसनाहट पैदा करता है।’ जब वह जाइलॉफोन बजाती है तो ध्वनि छड़ियों में से होकर उसकी उँगलियों के छोरों में प्रवेश करती है। ढोलों का सहारा लेने से, वह गूंज को अपने शरीर में प्रवेश करती अनुभव करती है। लकड़ी की सेज पर वह अपने जूते उतार देती है ताकि कम्पन उसके पाँव में से होकर उसकी टाँगों में आ जाए।
Part-II
The Shehnai of Bismillah Khan
[बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई]
Thinking About The Text
I. Tick the right answer.
(1) a farina – 1. The (shehnai, pungi) was a ‘reeded noisemaker’.
2. (Bismillah Khan, A barber, Ali Bux) transformed the pungi into a shehnai.
3. Bismillah Khan’s paternal ancestors were (barbers, professional musicians).
4. Bismillah Khan learnt to play the shehnai from (Ali Bux, Paigambar Bux, Ustad Faiyaaz Khan).
5. Bismillah Khan’s first trip abroad was to (Afganistan, USA, Canada).
Answers :
1. pungi
2. A barber
3. professional musicians
4. Ali Bux
5. Afganistan.
II. Find the words in the text which show Ustad Bismillah Khan’s feelings about the items listed below. Then mark a tick (✓) in the correct column. Discuss your answers in class.
पाठ में से वे शब्द चुनें जो उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ की भावनाओं को इनके बारे में प्रकट करते हैं। फिर सही स्तम्भ में (✓) का निशान लगाएँ।
smillah Khan’s feelings about | Postive | Negetive | Neutral |
1. teachin children music 2. the film world 3. migrating to the USA 4. playing at temples 5. getting the Bharat Ratna 6. the banks of the Ganga 7. leaving Benaras and Dumraon |
Answers :
1. teaching children music :
Teach your children music, this is Hindustan’s richest tradition. [Positive]
2. the film world :
‘I just can’t come to terms with the artificiality and glamour of the film world.’ [Negative]
3. migrating to the USA :
‘A student of his once wanted him to head a shehnai school in the USA…. Khansaab asked if he would be able to transport river Ganga as well.’ [Negative]
4. playing at temples :
……..a devout Muslim like him can very naturally play the shehnai every morning at Kashi Vishwanath temple.’ [Positive]
5. getting the Bharat Ratna : …….. his eyes glinting with rare happiness.’ [Positive]
6. the banks of the Ganga :
(a) ‘While in Mumbai, I think of only Varanasi and the holy Ganga. [Positive]
(b) Ganga became his favourite haunt……. Ganga inspired him to improvise and invent raagas. [Positive]
7. leaving Benaras and Dumraon :
Khansaab………is exceedingly fond of Benaras and Dumraon and they remain for him the most wonderful town of the world. [Negative]
III. Answer these questions in 30 – 40 words.
Question 1.
Why did Aurangzeb ban the playing of the pungi?
औरंगजेब ने पूंगी बजाने को प्रतिबंधित क्यों किया?
Answer:
Emperor Aurangzeb banned the playing of the musical instrument pungi in the royal residence for pungi was a reeded musical instrument. And when it was played it produced a shrill, unpleasant sound. Aurangzeb did not like its harsh sound.
सम्राट औरंगजेब ने वाद्ययन्त्र पूँगी को शाही निवास में बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि पूंगी एक नरकट से बनी वाद्ययन्त्र थी। और जब इसे बजाया जाता था तो यह एक तीक्ष्ण, असुहावनी ध्वनि उत्पन्न करती थी। औरंगजेब इसकी कर्कश आवाज को पसन्द नहीं करता था।
Question 2.
How is a shehnai different from a pungi?
शहनाई, पूंगी से कैसे भिन्न है?
Answer:
The pipe of shehnai is longer and broader than pungi. It has seven holes which improved its tonal quality. The closing and opening of some of these holes produce soft and melodious sounds.
शहनाई का पाइप पूँगी से अधिक लम्बा व अधिक बड़ा होता है। इसमें (शहनाई में) सात छिद्र होते हैं जिसने इसकी स्वर-क्वालिटी को सुधार दिया है। इनमें से कुछ छिद्रों के बन्द करने व खोलने पर कोमल व मधुर स्वर उत्पन्न होते हैं।
Question 3.
Where was the shehnai played traditionally? How did Bismillah Khan change this?
पारंपरिक रूप से शहनाई कहाँ बजाई जाती थी? बिस्मिल्ला खाँ ने इसे कैसे बदला?
Answer:
Traditionally, shehnai was played in temples and at weddings because it is considered auspicious. Bismillah Khan changed this by bringing it onto the classical stage and by improvising and inventing raagas considered beyond the range of shehnai.
पारंपरिक रूप से शहनाई मंदिरों में व विवाह समारोहों में बजाई जाती थी क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। बिस्मिल्ला खाँ ने इसे शास्त्रीय मंच पर लाकर और ऐसे रागों को जो शहनाई की सीमा से बाहर समझे जाते थे, को सुधार कर व आविष्कार कर इसे बदला।
Question 4.
When and how did Bismillah Khan get his big break? बिस्मिल्ला खाँ को बड़ा अवसर कब व कैसे प्राप्त हुआ?
Answer:
With the opening of the All India Radio in Lucknow in 1938 came Bismillah’s big break. He soon became an often-heard shehnai player on radio.
1938 में ऑल इण्डिया रेडियो के खुलने के साथ ही बिस्मिल्ला खाँ को बड़ा अवसर प्राप्त हुआ। वह शीघ्र ही रेडियो पर अक्सर सुने जाने वाला शहनाईवादक बन गया।
Question 5.
Where did Bismillah Khan play the shehnai on 15 August, 1947? Why was the event historic? ..
15 अगस्त, 1947 को बिस्मिल्ला खाँ ने कहाँ शहनाईवादन किया? यह घटना ऐतिहासिक क्यों थी?
Answer:
Bismillah Khan played the shehnai at the Red Fort on 15 August, 1947. The event was historic because it was the official function of India’s Independence Day. He became the first Indian to greet the nation with his shehnai.
15 अगस्त, 1947 को बिस्मिल्ला खाँ ने लाल किला पर शहनाईवादन किया। घटना ऐतिहासिक थी क्योंकि यह भारत के स्वतन्त्रता दिवस का आधिकारिक कार्यक्रम था। शहनाई से राष्ट्र का अभिवादन करने वाले वे प्रथम भारतीय बन गए।
Question 6.
Why did Bismillah Khan refuse to start a shehnai school in the U.S.A.?
बिस्मिल्ला खाँ ने अमेरिका में शहनाई विद्यालय चलाने से इन्कार क्यों कर दिया?
Answer:
Bismillah Khan refused to start a shehnai school in the USA because he exceedingly loved the unique mattha of Dumraon, the Ganga and Hindustan. And it was impossible for his American student to transport these all to the USA.
बिस्मिल्ला खाँ ने अमेरिका में शहनाई विद्यालय चलाने से इन्कार कर दिया क्योंकि वे ड्रमरांव के अनोखे मढे, गंगा व हिन्दुस्तान को अत्यधिक प्रेम करते थे। और उनके अमेरिकन विद्यार्थी के लिए इन सभी को यू.एस.ए. ले जाना संभव नहीं था।
Question 7.
Find at least two instances in the text which tell you that Bismillah Khan loves India and Benaras.
मूल पाठ में से दो ऐसे उद्धरण तलाशिये जो ये बताएं कि बिस्मिल्ला खाँ भारत व बनारस को प्रेम करते हैं।
Answer:
The first instance, in his words, is : “That is why whenever I am in a foreign country, I keep yearning to see Hindustan.’ The second instance is : ‘While in Mumbai, I think of only Benaras and the holy Ganga.’
प्रथम उद्धरण, उनके शब्दों में, है : ‘इसीलिए जब भी मैं विदेश में होता हूँ तो हिन्दुस्तान को देखने की तड़प बनी रहती है।’ दूसरा उद्धरण है : ‘जब मुम्बई में होता हूँ तो मैं केवल बनारस व पवित्र गंगा के विषय में ही सोचता रहता हूँ।’ |
Thinking About Language
I. Look at these sentences.
(i) Evelyn was determined to live a normal life.
(ii) Evelyn managed to conceal her growing deafness from friends and teachers.
उपर्युक्त वाक्यों में तिरछे (italic) अक्षरों में छपा भाग प्रश्नों —
What was Evelyn determined to do?’ तथा ‘What did Evelyn manage to do?’ का उत्तर देता है। वे उत्तर to-verb (to live, to conceal) से शुरू होते हैं।
Complete the following sentences. Beginning with a to-verb, try to answer the questions in brackets.
निम्न वाक्यों को पूरा करें। to-verb से आरम्भ करें और कोष्ठकों में दिये गये प्रश्नों का उत्तर दें।
1. The school sports team hopes……(What does it hope to do?)
2. We all want………. (What do we all want to do?)
3. They advised the hearing-impaired child’s mother ……………….. (What did they advise her to do?)
4. The authorities permitted us ………. (What did the authorities permit us to do?)
5. A musician decided …. (What did the musician decide to do?)
Answers :
1. The school sports team hopes to be state champion.
2. We all want to make progress in life.
3. They advised the hearing-impaired child’s mother to send her to a school for the deaf.
4. The authorities permitted us to use library on holidays too.
5. A musician decided to improve the tonal quality of the pungi.
II. From the text on Bismillah Khan, find the words and phrases that match these definitions and write them down. The number of the paragraph where you will find the words/phrases has been given for you in brackets.
बिस्मिल्ला खाँ के पाठ में से वे शब्द चुनो जो इन परिभाषाओं से मेल खाते हैं। उन अनुच्छेदों की संख्या दी गई है जिनमें आपको ये शब्द मिलेंगे।
1. the home of royal people (1) ………..
2. the state of being alone (5) …………….
3. a part which is absolutely necessary (2) ………..
4. to do something not done before (5) …………..
5. without much effort (13) …………..
6. quickly and in large quantities (9) .. ………….. and ………….
Answers :
1. palace
2. solitude
3. indispensable component
4. improvise
5. effortlessly
6. thick and fast.
III. Tick the right answer.
1. When something is revived, it (remains dead/lives again).
2. When a government bans something, it wants it (stopped/started).
3. When something is considered auspicious, (welcome it/avoid it).
4. When we take to something, we find it (boring/interesting).
5. When you appreciate something, you (find it good and useful/find it of no use).
6. When you replicate something, you do it (for the first time/for the second time).
7. When we come to terms with something, it is (still upsetting/no longer upsetting).
Answers :
1. lives again
2. stopped
3. welcome it
4. interesting
5. find it good and useful
6. for the second time
7. no longer upsetting.
IV. Dictionary work
• The sound of the shehnai is auspicious.
• The auspicious sound of the shehnai is usually heard at marriages.
The adjective auspicious can occur after the verb be as in the first sentence, or before a noun as in the second. But there are some adjectives which can be used after the verb.be and not before a noun. For example :
• Ustad Faiyaz Khan was overjoyed.
We cannot say : the overjoyed man.
Look at these entries from the Oxford Advanced Learner’s Dictionary (2005).
elder adj., noun adjective
1. (only before noun] (of people, especially two members of the same family) older : my elder brother. his elder sister.
2. (the elder) used without a noun immediately after it to show who is the older of the two people : the elder of their two sons.
3. (the elder) (formal) used before or after sb’s name to show that they are the older of two people who have the same name : the elder Pitt. Pitt, the elder.
awake adj., verb
adjective (not before noun] not asleep (especially immediately before or after sleeping):
to be half/fully awake. to be wide awake. I was still awake when he came
to bed.
Consult your dictionary and complete the following table. The first one has been done for you.
Use these words in phrases or sentences of your own.
Answer:
Sentences :
• indispensable :
1. Positive thinking is indispensable for a happy life.
2. Some indispensable components are defective.
• impressed
I was impressed with her good manners.
• afraid
She is afraid of her anger.
• outdoor
Cricket is an outdoor game.
• paternal
1. Indian families are paternal.
2. Paternal love and care is needed by children.
• countless :
1. Stars are countless.
2. Countless vehicles are on roads.
• priceless :
1. Honesty is priceless.
2. Priceless contribution for world peace is needed.
Speaking
I. Imagine the famous singer Kishori Amonkar is going to visit your school. You have been asked to introduce her to the audience before her performance. How would you introduce her?
मान लो कि प्रसिद्ध गायिका किशोरी अमोनकर आपके विद्यालय में आने वाली है। उसके वादन से पूर्व आपको उसका परिचय श्रोतागण से कराने के लिए कहा गया। आप उसका परिचय कैसे करायेंगे?
Here is some information about Kishori Amonkar you can find on the Internet. Read the passage and make notes of the main points about :
यहाँ किशोरी अमोनकर के बारे में कुछ सूचना है जो आप इंटरनेट पर भी प्राप्त कर सकते हैं । निम्न । अनुच्छेद को पढ़ें और मुख्य बिन्दुओं पर नोट्स बनाएँ—
(i) her parentage (उसके माता – पिता को विषय में)
(ii) the school of music she belongs to (संगीत का घराना जिससे वह संबंधित है|)
(iii) her achievements (उसकी उपलब्धियाँ)
(iv) her inspiration (उसकी प्रेरणा)
(v) awards (पुरस्कार)
Padma Bhushan Kishori Amonkar, widely considered the finest female vocalist of her generation, was born in 1931, daughter of another great artist, Smt. Mogubai Kurdikar. In her early years she absorbed the approach and repertoire of her distinguished mother’s teacher Ustad Alladiya Khan. As her own style developed, however, she moved away from Alladiya Khan’s Jaipur-Atrauli gharana’ style in some respects, and as a mature artist her approach is usually regarded as an individual, if not unique, variant of the Jaipur model.
Kishori Amonkar is a thinker, besotted by what she calls the mysterious world of her raagas. She dissects them with the precision of a perfectionist, almost like a scientist, until the most subtle of shades and emotions emerge and re-emerge.
She is very much inspired by the teachings of the ancient Vedic sages, written at a time when vocal music was highly devotional in character. This soul-searching quality of her music, coupled with a very intellectual approach to raaga performance has gained her quite a following in India and has helped to revive the study of khayal.
Significant awards bestowed on this artist include the Sangeet Natak Academy Award (1985), the Padma Bhushan (1987), and the highly coveted Sangeet Samradhini Award (considered one of the most prestigious awards in Indian Classical Music) in 1997.
Answer:
Note-making :
(i) Her Parentage
1. born in 1931
2. mother Smt. Mogubai Kurdikar, another greatest artist.
(ii) The School of Music she belongs to
1. initially-Jaipur-Atrauli Gharana
2. as a mature artist, variant of the Jaipur model.
(ii) Achievements
1. her approach is individual
2. a thinker
3. a perfectionist like a scientist
4. helped to revive the study of khayal.
(iv) Her Inspiration
1. ancient Vedic sages.
(v) Awards
1. 1985 — Sangeet Natak Academy Award
2. 1987– Padma Bhushan
3. 1997– Sangeet Samradhini Award.
II. Use your notes on Kishori Amonkar to introduce her to an imaginary audience. You may use one of the following phrases to introduce a guest :
किशोरी अमोन्कर को परिकल्पित श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए अपने नोट्स का प्रयोग करें। आप अतिथि परिचय के लिए निम्न वाक्यांशों का प्रयोग कर सकते हैं
I am honoured to introduce……/I feel privileged to introduce…./We welcome you……
Answer:
I feel privileged to introduce to you to a great classical singer Kishori Amonkar. She was born in 1931. Her mother Smt. Mogubai Kurdikar is also a distinguished classical singer.
Her mother’s guru Ustad Alladiya Khan trained her in Jaipur-Atrauli Gharana style. Later she developed her individual style.
She perfected the mysterious world of her raagas like a scientist and revived khayal. – Ancient Vedic sages has been her inspirations.
In 1985, she received Sangeet Natak Academy Award; in 1987, Padma Bhushan and in 1997 Sangeet Samradhini Award.
Thank you.
Writing :
‘If you work hard and know where you’re going, you’ll get there,’ says Evelyn Glennie.
You have now read about two musicians, Evelyn Glennie and Ustad Bismillah Khan. Do you think that they both worked hard? Where did they want to ‘go’? Answer these questions in two paragraphs, one on each of the two musicians.
‘यदि आप परिश्रम करते हैं और आप जानते हैं कि आप कहाँ जा रहे हैं, तो आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर अब आपने दो संगीतज्ञों के बारे में पढ़ लिया है | एवलिन ग्लेनी और उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ। क्या आपके विचार में दोनों ने परिश्रम किया? वे क्या लक्ष्य प्राप्त करना चाहते थे? इन प्रश्नों के उत्तर दो अनुच्छेदों में दें, एक-एक अनुच्छेद दोनों संगीतज्ञों के बारे में।
Answer:
1. Evelyn Glennie proved by her personal example “If you work hard and know where you’re going, you’ll get there.” Glennie was deaf and she wanted to be a percussionist. It appeared impossible. Everybody discouraged her but she did not give up. A percussionist showed her the way. She could hear through her body. She was inspired. But it required a ceaseless hard work to be multi-percussionist. She has mastery of a 1000 instruments. It is the result of determination and hard work.
2. Ustad Bismillah Khan is another shining example of determination and hard work to be the maestro shehnai player. He started learning shehnai at an early age of three. He practised playing it in the temples of Benaras. He went to the lonely banks of the Ganga and listened to the flowing waters. He was so devoted to shehnai that inspired by the music of the holy river, he invented raagas that were considered beyond the scope of the shehnai. It is through long practice and determination that he has gained world renown and the coveted Bharat Ratna.
1. एवलिन ग्लेनी ने अपने वैयक्तिक उद्धरण द्वारा सिद्ध किया, “यदि आप परिश्रम करें और जानें कि कहाँ जा रहे हैं, तो आप वहाँ पहुँच जाएँगे।” ग्लेनी बहरी थी और वह एक ताल-वादक बनना चाहती थी। यह असंभव लगा। प्रत्येक ने निराश किया, किन्तु उसने साहस नहीं छोड़ा। एक अन्य ताल-वादक ने उसे मार्ग दिखाया। वह अपने शरीर से सुन सकती थी। वह प्रेरित थी। लेकिन एक बहुमुखी ताल-वादक बनने के लिए निरन्तर कठिन परिश्रम जरूरी था। वह 1000 वाद्ययन्त्र बजा सकती थी। यह दृढ़ निश्चय व परिश्रम का परिणाम ही है।
2. उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ भी दृढ़ निश्चय व कठिन परिश्रम के एक ज्वलंत उदाहरण हैं कि वे शहनाई के सर्वश्रेष्ठ वादक बने। उन्होंने तीन वर्ष की अल्प आयु में ही शहनाई सीखना आरम्भ कर दिया था। उन्होंने बनारस के मंदिरों में इसके बजाने का अभ्यास किया। वे गंगा के एकांत किनारों पर जाते और बहते जल को सुनते। वे शहनाई के प्रति इतने समर्पित थे कि पवित्र नदी के संगीत से इसके लिए प्रेरणा पाते थे। उन्होंने ऐसे रागों का आविष्कार किया जो शहनाई के क्षेत्र से बाहर समझे जाते थे। लम्बे अभ्यास व दृढ़ निश्चय द्वारा ही उन्होंने विश्व प्रसिद्धि व भारत रत्न प्राप्त किया है।
Important Questions and Answers
Part – I
Evelyn Glennie Listens To Sound Without Hearing It
[एवलिन ग्लेनी ध्वनि सुनती है इसका श्रवण किये बिना]
I. Answer the following questions in about 30 words each :
Question 1.
Where and how does the story open? कहानी कहाँ व कैसे आरम्भ होती है?
Answer:
The story opens at an underground train platform of London. The rush hour crowds jostle for position here. Evelyn was nervous but excited. It was her first day at the Royal Academy of Music in London.
कहानी लन्दन के भूमिगत रेलवे प्लेटफॉर्म से आरम्भ होती है। व्यस्ततम समय की भीड़ जगह के लिए यहाँ धक्का-मुक्की कर रही है। एवलिन कुछ नर्वस किन्तु उत्तेजित थी। लन्दन की रॉयल एकेडमि ऑव म्यूजिक में यह उसका प्रथम दिन था।
Question 2.
Enumerate Evelyn’s achievements when she toured the United Kingdom. …
जब एवलिन ने यूनाइटेड किंगडम की यात्रा की तब की उसकी उपलब्धियों की गणना करें।
Answer:
She auditioned for the Royal Academy of Music and scored one of the highest marks. She gradually moved from orchestral work to solo performances. After three-year course, she had captured most of the top awards.
उसने रॉयल एकेडॅमि ऑव म्यूजिक के लिए आवाज का टेस्ट दिया और वह अधिकतम अंक प्राप्त करने वालों में थी। वह धीरे-धीरे वादक वृंद से एकल वादन करने लगी। तीन वर्ष के पाठ्यक्रम के उपरान्त उसने अधिकतम शीर्ष पुरस्कार जीत लिये थे।
Question 3.
Prove that Evelyn is something of a workaholic.
सिद्ध करें कि एवलिन कर्मानुरागी है।
Answer:
She confesses that she gets to work often harder than classical musicians. Apart from the regular concerts, Evelyn also gives free concerts in prisons and hospitals. She also gives high priority to classes for young musicians.
वह स्वीकार करती है कि वह अक्सर शास्त्रीय संगीतकारों से भी अधिक परिश्रम करती है। नियमित संगीत सभाओं के अतिरिक्त, एवलिन जेलों व अस्पतालों में भी निःशुल्क संगीत सभाएँ करती है। वह युवा संगीतकारों की कक्षाओं को भी उच्च प्राथमिकता देती है।
Question 4.
Why were the men with bushy beards troublesome for Evelyn?
झाड़ीदार दाढ़ी वाले लोग एवलिन के लिए कष्टकर क्यों थे?
Answer:
The men with bushy beards were troublesome for Evelyn because she had to watch not only their tips but also the whole face, especially their eyes, to understand their expressions.
झाड़ीदार दाढ़ी वाले लोग एवलिन के लिए कष्टकर थे क्योंकि उनके भावों को समझने के लिए उसे न केवल उनके होंठों को ही देखना पड़ता था बल्कि उनके पूरे चेहरे को देखना पड़ता था और विशेषकर उनकी आँखों को।
Question 5.
How has Evelyn inspired the handicapped?
एवलिन ने विकलांगों को कैसे प्रेरित किया है?
Answer:
Evelyn has inspired the handicapped by her achievements in spite of being a handicapped. The handicapped look to her and say that if she can do it, why they can’t.
एवलिन ने विकलांगों को अपनी उपलब्धियों द्वारा प्रेरित किया जबकि वह स्वयं भी विकलांग थी। विकलांग उसकी ओर देखते और कहते कि जब वह ऐसा कर सकती है तो वे क्यों नहीं कर सकते हैं।
Question 6.
What has James Blades say for Evelyn?
जेम्ज ब्लेड्ज, एवलिन के लिए क्या कहते हैं?
Answer:
James Blades, the master percussionist, says, ‘God may have taken her hearing but He has given her back something extraordinary. What we hear, she feels-far more deeply than any of us. That is why she expresses music so beautifully’.
जेम्स ब्लेड्ज, सिद्धहस्त ताल-वादक कहते हैं, ‘ईश्वर ने उसकी श्रवण शक्ति भले ही ले ली हो लेकिन उसने कुछ असाधारण उसे वापिस दे दिया है। जो हम सुनते हैं, उसे वह महसूस करती है- हम में से किसी अन्य से अधिक। इसीलिए वह संगीत को इतने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत करती है।’
Question 7.
How did Ron Forbes begin to teach Evelyn music? रॉन फोब्ज ने एवलिन को किस प्रकार संगीत सिखाना शुरू किया?
Answer:
Ron Forbes, who was a percussionist, spotted her talent of music. After knowing . it he began to teach Evelyn music by tuning two large drums to different notes.
रॉन फोब्ज; जो कि एक तालवाद्य-वादक था, ने उसकी प्रतिभा को पहचाना। इसे जानने के बाद उसने दो बड़े. ढोलों को भिन्न-भिन्न सुरों पर बजाकर एवलिन को संगीत सिखाना आरम्भ किया।
II. Answer the following questions in about 60 words each :
Question 1.
How is Evelyn a shining inspiration for deaf children?
एवलिन बहरे बच्चों के लिए उज्ज्वल प्रेरणा कैसे है?
Answer:
Ann Richlin of the Beethoven Fund for Deaf Children says, “She is a shining inspiration for deaf children. They see that there is nowhere that they can’t go.” She has already accomplished more than most people twice her age. She has brought percussion to the front. She has given inspiration to those who are handicapped, people who look to her and say, “If she can do, I can?’
बीथोवन फण्ड फॉर डेफ चिल्ड्रन की एन रिचलिन कहती है, “वह बहरे बच्चों के लिए उज्ज्वल प्रेरणा है। वे देखते हैं कि कोई स्थान नहीं जिसे वे प्राप्त नहीं कर सकते।” उसने अपनी आयु से दुगुने बड़ों से भी अधिक सफलता पहले ही प्राप्त कर ली है। उसने ढोल को अग्रणी स्थान दिलाया है। उसने उन विकलांग लोगों को प्रेरणा दी है जो उसे देखकर कहते हैं, “यदि वह ऐसा कर सकती है तो मैं भी कर सकती/सकता हूँ।”
Question 2.
Remember Evelyn’s service to music.
एवलिन की संगीत सेवाओं को याद कीजिए।
Answer:
She has brought percussion to the front of the orchestra and demonstrated that it can be very moving. She gave high priority to classes for young musicians. She gave regular concerts and also free concerts in prisons and hospitals. She is world’s most sought-after multi-percussionist with a mastery of some thousand instruments and hectic international schedule.
वह ढोल को वादक वृंद के अगले स्थान पर ले आई और दिखाया कि यह बहुत प्रभावशाली हो सकता है। उसने युवा संगीतकारों की कक्षाओं को उच्च प्राथमिकता दी। उसने नियमित संगीत सभाएँ की व जेलों व अस्पतालों में निःशुल्क संगीत सभाएँ भी की। वह संसार की बहुमुखी ढोल वादक बन गई जिसकी सबसे अधिक माँग थी और जिसे लगभग 1000 संगीत वाद्यों का पूर्ण ज्ञान था और जो संसार भर में अत्यधिक व्यस्त रहती थी।
Seen Passages
Read the passages given below and answer the questions that follow :
Passage 1.
Rush hour crowds jostle for position on the underground train platform. A slight girl, looking younger than her seventeen years, was nervous yet excited as she felt the vibrations of the approaching train. It was her first day at the prestigious Royal Academy of Music in London and daunting enough for any teenager fresh from a Scottish farm. But this aspiring musician faced a bigger challenge than most : she was profoundly deaf.
Evelyn Glennie’s loss of hearing had been gradual. Her mother remembers noticing something was wrong when the eight-vear-old Evelyn wa “They called her name and she didn’t move. I suddenly realised she hadn’t heard,” says Isabel Glennie. For quite a while Evelyn managed to conceal her growing deafness from friends and teachers.
But by the time she was eleven her marks had deteriorated and her headmistress urged her parents to take her to a specialist. It was then discovered that her hearing was severely impaired as a result of gradual nerve damage. They were advised that she should be fitted with hearing aids and sent to a school for the deaf. “Everything suddenly looked black,” says Evelyn.
1. What type of train platform is it?
यह किस प्रकार का रेलगाड़ी प्लेटफॉर्म है?
2. Which prestigious institution has been mentioned in the passage?
अवतरण में दिए गए प्रख्यात संस्थान का नाम बताएँ।
3. Why does the author call Evelyn a teenager?
लेखक, एवलिन को एक टीनेजर क्यों कहता है?
4. Which is her native place?
उसका जन्म-स्थान कौनसा है?
5. What is a bigger challenge before this aspiring musician?
इस आकांक्षित संगीतज्ञ के लिए बड़ी चुनौती क्या है?
6. When does Evelyn’s mother first notice her loss of hearing?
एवलिन की माँ पहली बार उसकी श्रवण-शक्ति का ह्रास कब देखती है?
7. Who is .Isabel Glennie?
इजाबेल ग्लेनी कौन है?
8. What caused the severe impairment to Evelyn?
किस कारण से एवलिन की श्रवण-शक्ति काफी चली गई?
9. I suddenly realise…… To whom does I’ refer to?
‘I’ किसके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean
(a) completely/intensely
(b) hide.
Answers :
1. It is an underground train platform.
यह भूमिगत रेलगाड़ी प्लेटफॉर्म है।
2. Royal Academy of Music in London is that prestigious institution which has been mentioned in the passage.
लंदन का शाही संगीत संस्थान ही वह प्रख्यात संस्थान है जिसका अवतरण में उल्लेख किया गया है।
3. The author calls Evelyn a teenager because she was seventeen.
लेखक एवलिन को टीनेजर कहता है क्योंकि वह 17 वर्ष की थी।
4. Scottland is her native place.
उसका जन्म-स्थान स्कॉटलैण्ड है।
5. Deafness is a bigger challenge before this aspiring musician.
बहरापन इस आकांक्षित संगीतज्ञ के लिए बड़ी चुनौती है।
6. Evelyn’s mother first notices her loss of hearing when the eight year old Evelyn was waiting to play the piano and they called her name but she didn’t move. एवलिन की माँ ने प्रथम बार उसकी श्रवण-शक्ति के ह्रास को तब देखा जब आठ वर्षीय एवलिन पिआनो बजाने की प्रतीक्षा कर रही थी और उन्होंने उसका नाम पुकारा किन्तु वह हिली भी नहीं (अर्थात् सुन ही नहीं पाई)।
7. Isabel Glennie is Evelyn’s mother.
इजाबेल ग्लेनी, एवलिन की माँ है।
8. Gradual nerve damage caused severe impairment to Evelyn.
तन्त्रिका तन्त्र के धीरे-धीरे खराब होने से एवलिन की श्रवण-शक्ति बुरी तरह से नष्ट हो गई थी।
9. ‘I’ refers to Isabel Glennie.
“I’ इजाबेल ग्लेनी के लिए आया है।
10. (a) profoundly
(b) conceal.
Passage 2.
She never looked back from that point onwards. She toured the United Kingdom with a youth orchestra and by the time she was sixteen, she had decided to make music her life. She auditioned for the Royal Academy of Music and scored one of the highest marks in the history of the academy. She gradually moved from orchestral work to solo performances. At the end of her three-year course, she had captured most of the top awards.
And for all this, Evelyn won’t accept any hint of heroic achievement. “If you work hard and know where you are going, you’ll get there.” And she got right to the top, the world’s most sought-after multi-percussionist with a mastery of some thousand instruments, and hectic international schedule.
It is intriguing to watch Evelyn function so effortlessly without hearing. In our twohour discussion she never missed a word. “Men with bushy beards give me trouble,” she laughed. “It is not just watching the lips, it’s the whole face, especially the eyes.” She speaks flawlessly with a Scottish lilt.
1. Who never looked back?
किसने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा?
2. With whom did she tour the U.K.? ..
उसने किसके साथ यू.के. की यात्रा की?
3. What did she decide?
उसने क्या विनिश्चय किया?
4. What was the duration of her course?
उसके पाठ्यक्रम की क्या अवधि थी?
5. What is Evelyn’s message?
एवलिन का सन्देश क्या है?
6. What lilt is there in her speech?
उसकी बोली में क्या पुट है?
7. How did she perform at the Academy?
अकादमी में उसका प्रदर्शन कैसा रहा?
8.Where did she move gradually?
धीरे-धीरे वह किधर मुड़ गई?
9. ……..the end of her….’ To whom does here ‘her’ refer to ?
यहाँ ‘her’ किसके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean
(a) a large body of people playing various musical instruments
(b) without imperfection.
Answers :
1. Evelyn never looked back.
एवलिन ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2. She toured the U.K. with a youth orchestra.
उसने एक युवा ऑर्केस्ट्रा के साथ यू.के. की यात्रा की।
3. She decided to make music her life.
उसने संगीत को अपना जीवन बनाने का विनिश्चय किया।
4. Three year was the duration of her course.
उसके पाठ्यक्रम की अवधि तीन वर्ष थी।
5. Evelyn’s message is, “If you work hard and know where you are going, you’ll get there.”
एवलिन का सन्देश है, ‘यदि आप कठिन परिश्रम करें और जानते हों कि आपको कहाँ जाना है, तो आप वहाँ पहुँच जाएंगे।’
6. There is Scottish lilt in her speech.
उसकी आवाज में स्कॉटिश पुट है।
7. She scored highest marks in the history of Academy.
अकादमी के इतिहास में उसने उच्चतम अंक प्राप्त किये।
8. She moved gradually to solo performances.
वह धीरे-धीरे एकल वादन की ओर मुड़ गई।
9. Here “her” refers to Evelyn.
यहाँ ‘her’ रावीलन के लिए आया है
10. (a) orchestra
(b) flawlessly.
Passage 3.
Not surprisingly, Evelyn delights her audiences. In 1991 she was presented with the Royal Philharmonic Society’s prestigious Soloist of the Year Award. Says master percussionist James Blades, “God may have taken her hearing but he has given her back something extraordinary. What we hear, she feels—far more deeply than any of us. That is why she express music so beautifully.”
Evelyn confesses that she is something of a workaholic. “I’ve just go to work…..often harder than classical musicians. But the rewards are enormous.” Apart from the regular concerts, Evelyn also gives free concerts in prisons and hospitals. She also gives high priority to classes for young musicians. Ann Richlin of the Beethoven Fund for Deaf Children says, “She is a shining inspiration for deaf children. They see that there is nowhere that they cannot go.
Evelyn Glennie has already accomplished more than most people twice her age. She has brought percussion to the front of the orchestra, and demonstrated that it can be very moving. She has given inspiration to those who are handicapped, people who look to her and say, ‘If she can do it, I can.’ And, not the least, she has given enormous pleasure to millions.
Questions
1. What award was given to ‘Evelyn in 1991?
रावालिन को 1991 में कौनसा पुरस्कार दिया गया?
2. Who is the master percussionist?
मास्टर ताल-वाद्य संगीतज्ञ कौन है?
3. How does she hear?
वह कैसे सुनती है?
4. What does Evelyn confess?
एवलिन क्या स्वीकार करती है?
5. Where does Evelyn give free concerts?
एवलिन निःशुल्क संगीत कार्यक्रम कहाँ देती है?
6. To what does she give high priority?
किसे वह उच्च प्राथमिकता देती है?
7. For whom is Evelyn a shining inspiration?
किसके लिए एवलिन एक चमकती प्रेरणा है?
8. What do the handicapped say?
विकलांग क्या कहते हैं?
9. ‘…… she has given …….’ To whom does she’ here refer to?
यहाँ ‘she’ कितके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean –
(a) very unusual
(b) very large.
Answers :
1. In 1991, Evelyn was presented with Philharmonic Society’s prestigious Soloist of the Year Award.
1991 में एवलिन को फिलहामॅनिक सोसायटी का प्रतिष्ठापूर्ण वर्ष की एकल वादक पुरस्कार दिया गया।
2. James Blades is the master percussionist.
जेम्स ब्लेड्ज मास्टर ताल-वाद्य संगीतज्ञ है। ”
Part-II
The Shehnai of Bismillah Khan
[बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई]
I. Answer the following questions in about 30 words each :
Question 1.
Write briefly about Bismillah Khan’s boyhood.
बिस्मिल्ला खान के बचपन के विषय में संक्षिप्त जानकारी दें।
Answer:
As a five-year old, he played “gilli-danda’ near a pond in the ancient estate of Dumraon in Bihar. He would sing Bhojpuri Chaita’ at Bihariji temple, at the end of which he would earn a big laddu from the local Maharaja.
पाँच वर्ष की आयु में वह बिहार में प्राचीन ड्रमरांव राजसम्पदा के एक तालाब के समीप ‘गिल्ली-डण्डा’ खेला करता था। वह बिहारीजी मन्दिर में भोजपुरी ‘चैत’ गाया करता था और इसके अन्त में स्थानीय महाराजा से एक बड़ा लड्डू प्राप्त किया करता था।
Question 2.
What do you know about Bismillah Khan’s memorable performances in India and abroad?
बिस्मिल्ला खान की भारत में व विदेशों में स्मरणीय प्रस्तुतियाँ देने के विषय में आप क्या जानते हैं?
Answer:
He has given many memorable performances in India and abroad. His first trip abroad was to Afganistan where King Zahir Shah gifted him his priceless souvenirs. In India, film director Vijay Bhatt named a film after his instrument.
उसने भारत व विदेश में बहुत-सी स्मरणीय प्रस्तुतियाँ दी हैं। उसकी पहली विदेश यात्रा अफगानिस्तान की थी जहाँ राजा. जहीर शाह ने उसे अपनी अमूल्य स्मृतियाँ भेंट की। भारत में, फिल्म निर्देशक विजय भट्ट ने उसके वाद्ययन्त्र के नाम से ही फिल्म बनाई।
Question 3.
How is Bismillah Khan’s life a perfect example of the rich cultural heritage of India?
बिस्मिल्ला खान का जीवन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का सटीक उदाहरण कैसे है?
Answer:
Bismillah Khan’s life is a perfect example of the rich cultural heritage of India, one that effortlessly accept that a devout Muslim like him can very naturally play the shehnai every morning at the Kashi Vishwanath temple.
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जीवन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा का उत्तम उदाहरण है, ऐसा जो सहज भाव से यह स्वीकार करता है कि उसके जैसा श्रद्धालु मुसलमान भी स्वाभाविक रूप से प्रत्येक प्रभात के समय काशी के विश्वनाथ मन्दिर में शहनाई बजा सकता है।
Question 4.
Why is Shehnai still played in temples and North Indian wedding?
शहनाई को अभी भी मन्दिरों व उत्तर भारतीय विवाह में क्यों बजाया जाता है?
Answer:
Shehnai is still played in temples and North Indian wedding because its sound is considered to be auspicious. It was the part of the ‘Naubat’ found at the royal court.
शहनाई को अभी भी मन्दिरों व उत्तर भारतीय विवाह में बजाया जाता है क्योंकि इसकी ध्वनि को शुभ माना जाता है। यह शाही दरबार की ‘नौबत’ का भी एक हिस्सा हुआ करती थी।
Question 5.
How can you say that Bismillah belongs to a family of musicians?
आप कैसे कह सकते हैं कि बिस्मिल्लाह संगीतकारों के परिवार से सम्बन्ध रखता है?
Answer:
Bismillahs’ grandfather was the shehnai-nawaj of the Bhojpur king’s court. His father and other paternal ancestors were also great shehnai players. Thus, we can say that Bismillah belongs to a family of musicians.
बिस्मिल्लाह के दादा भोजपुर के राजा के शाही दरबार के शहनाई-नवाज थे। उनका पिता और अन्य पितृ-पूर्वज भी अच्छे शहनाईवादक थे। इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि बिस्मिल्लाह संगीतज्ञों के परिवार से सम्बन्धित है।
Question 6.
How did Bismillah greet peolple in Pakistan?
बिस्मिल्लाह ने पाकिस्तान में लोगों का कैसे अभिवादन किया? ।
Answer:
Bismillah greeted people in Pakistan by saying namaskar to the Pakistanis and by saying salaam alaikum to the IndiAnswer:And he had a good laugh.
बिस्मिल्लाह ने पाकिस्तान में पाकिस्तानियों का नमस्कार कह कर अभिवादन किया और भारतीयों का अभिवादन सलाम अलाइकुम कहकर किया। और वह खूब हँसे थे।
II. Answer the following questions in about 60 words each :
Question 1.
Draw a brief character sketch of Bismillah Khan.
बिस्मिल्ला खान का संक्षिप्त में चरित्र-चित्रण कीजिए।
Answer:
Bismillah Khan was a great shehnai player of India. He was born on 21 March, 1916. He had started learning music from his tender age. In 1938, he got his big break in All India Radio. On 15 Aug., 1947 he greeted India with his shehnai. He gave memorable performances in India and abroad. Awards and recognition came thick and fast. He passed away on 21 Aug. 2006.
बिस्मिल्ला खाँ भारत के महान् शहनाईवादक थे। उनका जन्म 21 मार्च, 1916 को हुआ था। उसने छोटी आयु से ही संगीत सीखना प्रारम्भ कर दिया था। 1938 में, उसे ऑल इण्डिया रेडियो में एक बड़ा अवसर मिला। 15 अगस्त, 1947 को उसने अपनी शहनाई से भारत का अभिवादन किया। उसने भारत में व विदेश में स्मरणीय प्रस्तुतियाँ दी हैं। पुरस्कार व सम्मान खूब मिला। 21 अगस्त, 2006 को उसका स्वर्गवास हो गया।
Question 2.
Awards and recognition came thick and fast to Bismillah Khan. How?
बिस्मिल्ला खान को खूब पुरस्कार व सम्मान मिला। कैसे?
Answer:
Awards and recognition came thick and fast to Bismillah Khan. He became the first Indian to be invited to perform at the prestigious Lincoln Center Hall in the USA. He also took part in the World Exposition in Montreal, in the Cannes Art Festival and in the Osaka Trade Fair. So well-known did he become internationally that an auditorium in Teheran was named after him – Tahar Mosiquee Ustad Bismillah Khan.
बिस्मिल्ला खाँ को खूब उपाधियाँ व सम्मान मिले। वे पहले भारतीय थे जिन्हें अमेरिका में प्रतिष्ठित लिंकन सेन्टर हाल में वादन प्रदर्शन करने के लिए निमन्त्रित किया गया। उसने मोन्ट्रिअल में विश्व प्रदर्शनी, केन्स में कला मेला और ओसाका व्यापार मेला में भी भाग लिया। अन्तर्राष्ट्रीय जगत् में वह इतना प्रख्यात हो गया कि तेहरान में एक श्रोता मण्डप का नाम उनके नाम पर ‘ताहर मोसिकी उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ’ रखा गया था।
Question 3.
How was the shehnai invented and named?
शहनाई का आविष्कार और नामकरण कैसे हुआ?
Answer:
Emperor Aurangzeb banned the playing of pungi in the royal residence for it had shrill unpleasant sound. A barber from a family of professional musicians thought to revive it. He chose a pipe with a natural hollow stem longer and broader than pungi and made seven holes on it. When played, it produced soft, melodious sounds by opening and closing of some of the holes. Since it was first played in the ‘Shah’s’chamber by a nai’, it was called shehnai.
सम्राट् औरंगजेब ने इसकी तीखी असुहावनी आवाज के कारण पूंगी के शाही निवास में बजाने को प्रतिबन्धित कर दिया था। पेशेवर संगीतकारों के परिवार के एक नाई ने इसे पुनर्जीवित करने की सोची। उसने प्राकृतिक खोखले तने का पाइप लिया जो पूंगी से लम्बा व चौड़ा था और इस पर सात छिद्र किए। जब बजाया गया तो कुछ छिद्रों के खोलने व बन्द करने से मृदुल, मिठासपूर्ण सुर निकले। चूँकि यह पहली बार ‘शाह’ के ‘कक्ष में एक ‘नाई’ के द्वारा बजाई गई, इसलिए इसे शहनाई कहा गया।
Seen Passages
Read the passages given below and answer the questions that follow :
Passage 1.
Emperor Aurangzeb banned the playing of a musical instrument called pungi in the royal residence for it had a shrill unpleasant sound. Pungi became the generic name for reeded noise-makers. Few had thought that it would one day be revived. A barber of a family of professional musicians, who had access to the royal palace, decided to improve the tonal quality of the pungi.
He chose a pipe with a natural hollow stem that was longer and broader than the pungi, and made seven holes on the body of the pipe. When he played on it, closing and opening some of these holes, soft and melodious sounds were produced. He played the instrument before royalty and everyone was impressed. The instrument so different from the pungi had to be given a new name. As the story goes, since it was first played in the Shah’s chambers and was played by a nai (barber), the instrument was named the ‘shehnai’.
Questions
1. What was banned by Aurangzeb?
औरंगजेब द्वारा क्या प्रतिबन्धित किया गया था?
2. Why was it banned?
यह प्रतिबन्धित क्यों की गई थी?
3. Who improved the tonal quality of the pungi?
पूंगी की स्वर की गुणवत्ता किसने सुधारी?
4. How many holes were there in the modified pungi?
परिष्कृत पूंगी में कितने छिद्र थे?
5. How was the royalty impressed?
शाही परिवार को कैसे प्रभावित किया गया था?
6. Why was the new instrument named shehnai?
नये वाद्ययन्त्र को शहनाई नाम क्यों दिया गया?
7. Before whom was this new instrument played? .
नया वाद्य-यन्त्र किसकी उपस्थिति में बजाया गया?
8. What produced soft and melodious sound?
किसने मृदुल व मधुर ध्वनि उत्पन्न की?
9. ‘………for it had a shrill……’. To what does it’ here refer to?
यहाँ ‘it’ शब्द किसके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean—
(a) the right to enter
(b) tuneful.
Answers :
1. Pungi was banned by Aurangzeb.
पूंगी को औरंगजेब द्वारा प्रतिबन्धित किया गया था।
2. It was banned because it had shrill, unpleasant sound.
यह प्रतिबन्धित की गई थी क्योंकि इसका स्वर तीक्ष्ण, असुहावना था।
3. A barber of a family of professional musician improved the tonal quality of the pungi.
पेशेवर संगीतज्ञों के एक परिवार के नाई ने पूंगी की स्वर गुणवत्ता को सुधारा।
4. There were seven holes in the modified pungi.
परिष्कृत, पूंगी में सात छिद्र थे।
5. The royalty was impressed by soft and melodious sound.
शाही परिवार को मृदुल व मिठास स्वरों द्वारा प्रभावित किया गया।
6. It was named shehnai because it was first played in the Shah’s chamber by a nai.
इसका नाम शहनाई रखा गया क्योंकि इसे पहली बार शाह के कक्ष में एक नाई द्वारा बजाया गया था।
7. This new instrument was played before the royalty.
यह नया वाद्ययन्त्र राजसत्ता के सामने बजाया गया।
8. Opening and closing of holes produced soft and melodious sound.
सुराखों को खोलने व बन्द करने पर मृदुल व मधुर स्वर उत्पन्न हुए।
9. Here it’ refers to the pungi.
यहाँ it’ पूंगी के लिए आया है।
10. (a) access
(b) melodious.
Passage 2.
The young boy took to music early in life. At the age of three when his mother took him to his maternal uncle’s house in Benaras (now Varanasi), Bismillah was fascinated watching his uncles practise the shehnai. Soon Bismillah started accompanying his uncle, Ali Bux, to the Vishnu temple of Benaras where Bux was employed to play the shehnai. Ali Bux would play the shehnai and Bismillah would sit captivated for hours on end. Slowly, he started getting lessons in playing the instrument and would sit practising throughout the day.
For years to come the temple of Balaji and Mangala Maiya and the banks of the Ganga became the young apprentice’s favourite haunts where he could practise in solitude. The flowing waters of the Ganga inspired him to improvise and invent raagas that were earlier considered to be beyond the range of the shehnai. At the age of 14, Bismillah accompanied his uncle to the Allahabad Music Conference.
At the end of his recital, Ustad Faiyaz Khan patted the young boy’s back and said, “Work hard and you shall make it.” With the opening of the All India Radio in Lucknow in 1938 came Bismillah’s big break. He soon became an often-heard shehnai player on radio.
Questions
1. When did the young boy take to music?
छोटे लड़के ने संगीत को कब अपनाया?
2. When was he carried to Benaras?
उसे बनारस कब ले जाया गया?
3. Where did Ali Bux play shehnai?
अली बक्श शहनाई कहाँ बजाते थे?
4. What places were young apprentice’s favourite haunts? .
कौनसे स्थान छोटे प्रशिक्षु के प्रिय स्थल थे?
5. What inspired him to improve and invent raagas?
रागों को सुधारने व आविष्कार करने की प्रेरणा कौन देता था?
6. When did he go to Allahabad Music Conference?
वह इलाहाबाद संगीत सम्मेलन में कब गया?
7. When was All India Radio opened in Lucknow?
लखनऊ में ऑल इण्डिया रेडियो कब खोला गया?
8. What did the opening of All India Radio bring for Bismillah?
ऑल इंडिया रेडियो की शुरुआत बिस्मिल्लाह के लिए क्या लाई?
9. ‘He soon became…… To whom does ‘he’ here refer to?
यहाँ ‘he’ किसके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean
(a) charmed
(b) a musical entertainment.
Answer:
1. The young boy took to music early in life.
छोटे बालक ने संगीत को शुरुआती जीवन में ही अपना लिया।
2. He was carried to Benaras at the age of three.
तीन वर्ष की आयु में उसे बनारस ले जाया गया।
3. Ali Bux played shehnai at the Vishnu temple of Benaras.
अली बक्श बनारस के विष्णु मन्दिर में शहनाई बजाते थे।
4. Temple of Balaji and Mangla Maiya and the banks of the Ganga were young apprentice’s favourite haunts.
बालाजी व मंगला मैया के मन्दिर तथा गंगा के किनारे छोटे प्रशिक्षु के प्रिय स्थल थे।
5. The flowing waters of the Ganga inspired him to improve and invent raagas.
गंगा का बहता जल उसे रागों को सुधारने व आविष्कार करने को प्रेरित करता था।
6. At the age of 14 he went to Allahabad Music Conference.
14 वर्ष की आयु में वह इलाहाबाद संगीत सम्मेलन में गया।
7. All India Radio was opened in Lucknow in 1938.
लखनऊ में ऑल इण्डिया रेडियो 1938 में खोला गया था।
8. This opening of All India Radio brought a big break for Bismillah.
ऑल इंडिया रेडियो की शुरुआत बिस्मिल्लाह के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आई।
9. Here ‘he’ refers to Bismillah.
यहाँ ‘he’ बिस्मिल्लाह के लिए आया है।
10. (a) captivated
(b) recital.
Passage 3.
In 2001, Ustad Bismillah Khan was awarded India’s highest civilian award, the Bharat Ratna. With the coveted award resting on his chest and his eyes glinting with rare happiness he said, “All I would like to say is : Teach your children music, this is Hindustan’s richest tradition: even the West is now coming to learn our music.
In spite of having travelled all over the world-Khansaab as he is fondly called – is exceedingly fond of Benaras and Dumraon and they remain for him the most wonderful towns of the world. A student of his once wanted him to head a shehnai school in the U.S.A., and the student promised to recreate the atmosphere of Benaras by replicating the temples there.
But Khansaab asked him if he would be able to transport River Ganga as well. Later he is remembered to have said, “That is why whenever I am in a foreign country, I keep yearning to see Hindustan. While in Mumbai, I think of only Benaras and the holy Ganga. And while in Benaras, I miss the unique mattha of Dumraon.”
Questions
1. When was Bharat Ratna awarded to Bismillah?
बिस्मिल्लाह को भारत रत्न कब दिया गया?
2. What is Hindustan’s richest tradition?
हिन्दुस्तान की समृद्धतम परम्परा क्या है?
3. How can you say that the Hindustani music is richer?
आप कैसे कह सकते हैं कि हिन्दुस्तानी संगीत अधिक समृद्ध है?
4. What is Bismillah fondly called?
बिस्मिल्लाह को प्रेम से क्या कहा जाता है?
5. Which for Bismillah are the most wonderful towns?
बिस्मिल्लाह के लिए कौनसे कस्बे सर्वाधिक आश्चर्यजनक हैं?
6. Why did Bismillah refuse to head a shehnai school in the U.S.A. ?
बिस्मिल्लाह ने यू.एस.ए. में एक शहनाई स्कूल का नेतृत्व करने से क्यों इन्कार कर दिया?
7. To what does he keep yearning in a foreign country?
विदेश में वह किसे याद करता रहता है?
8. About what does he think while in Mumbai?
मुम्बई में रहने पर वह किसके बारे में सोचता है?
9. I think of…..’ To whom does I here refer to?
यहाँ ‘I’ किसके लिए आया है?
10. Find the words from the passage which mean
(a) desired
(b) feel great longing.
Answers :
1. In 2001, Bismillah was awarded Bharat Ratna.
2001 में बिस्मिल्लाह को भारत रत्न दिया गया।
2. Music is Hindustan’s richest tradition.
संगीत भारत की समृद्धतम परम्परा है।
3. As the West is now coming to learn the Hindustani music so we can say that it is richer.
क्योंकि पश्चिम अब हिन्दुस्तानी संगीत सीखने आ रहा है अतः हम कह सकते हैं कि यह अधिक समृद्ध है।
4. He is fondly called Khansaab.
उसे प्रेम से खानसाब कहते हैं।
5. Benaras and Dumraon are the most wonderful towns.
बनारस व डूमरांव बहुत आश्चर्यजनक शहर हैं।
6. Bismillah refused to head a shehnai school in the USA because his inspiration giving Ganga was not there.
बिस्मिल्लाह ने यू.एस.ए. में शहनाई स्कूल का नेतृत्व करने से इन्कार कर दिया क्योंकि प्रेरणादायी गंगा वहाँ नहीं थी।
7. He keeps yearning to see Hindustan in a foreign country.
विदेश में वह हिन्दुस्तान को देखने के लिए लालायित रहता है।
8. While in Mumbai he thinks of Benaras and holy Ganga.
मुम्बई में होने पर वह बनारस व पवित्र गंगा के बारे में सोचते हैं।
9. Here ‘I’ refers to Bismillah.
यहाँ I’ बिस्मिल्लाह के लिए आया है।
RBSE Solution for Class 9 English Beehive Chapter 2 The Sound of Music, Study Learner