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RBSE Solution for Class 9 English Moments Chapter 7 The Last Leaf

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RBSE Solution for Class 9 English Moments Chapter 7 The Last Leaf

 कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद

पाठ के विषय में : पतझड़ का मौसम है। हवा बहुत तेज चल रही है और तेज बारिश हो रही है। आईवी की बेल के सारे पत्ते झड़ गए हैं सिवाय एक के। आखिरी पत्ता क्यों नहीं झड़ रहा ?

1. Sue and Johnsy………………………….its leaves. 

कठिन शब्दार्थ : artists (आटिस्ट्स) = कलाकार, storey (स्टॉरि) = मंजिल, gazing (गेज्ङ्) = एकटक देखना, sent for (सेन्ट् फॉ(र)) = बुला भेजना, worrying (वरिङ्) = चिन्तित कर रही है, make up one’s mind (मेक् अप् वन्स माइन्ड्) = मन बनाना, respond (रिस्पॉन्ड्) = प्रत्युत्तर देना, whisper (विस्प(र)) = फुसफुसाना, anxiously (ऐक्शसलि) = डर मिश्रित उत्सुकता, brick (ब्रिक्) = ईंट, creeper (क्रीपॅ(र)) = लता, बेल, shedding (शेड्ङ्) = झड़ना।। 

हिन्दी अनुवाद : सू और जौन्सी, दो युवा कलाकार, एक ही फ्लैट में सम्मिलित रहती थीं। उनका फ्लैट एक पुराने मकान की तीसरी मंजिल पर था।

नवम्बर में जौन्सी गम्भीर रूप से बीमार हुई। उसे निमोनिया हो गया था। वह अपने बिस्तर में बिना हिले-डुले खिड़की से बाहर एकटक देखती रहती। सू, उसकी सहेली, बहुत चिन्तित हो गई। उसने डॉक्टर को बुलवाया। यद्यपि वह प्रतिदिन आता था पर जौन्सी की हालत में कोई सुधार या बदलाव नहीं था।

एक दिन डॉक्टर सू को एक तरफ ले गया और उससे पूछा, “क्या जौन्सी को कोई चिन्ता लगी है?” “नहीं.”, सू ने उत्तर दिया।”पर आप यह क्यों पूछ रहे हैं?” डॉक्टर ने कहा, “लगता है जौन्सी ने अपना मन बना लिया है कि उसे अच्छा नहीं होना है। अगर वह जीना नहीं चाहेगी तो कोई भी दवा उसकी मदद नहीं करेगी।”

सू ने भरसक प्रयत्न किया कि जौन्सी अपने आस-पास की चीजों में दिलचस्पी ले। उसने फैशन और कपड़ों की बातें कीं, परन्तु जौन्सी ने कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया। जौन्सी अपने बिस्तर पर बिना हिले-डुले पड़ी रही। सू अपना ड्राईंग-बोर्ड जौन्सी के कमरे में ले आई और चित्रकारी करना आरम्भ कर दिया। जौन्सी का ध्यान उसकी बीमारी से हटाने के लिए वह काम करते हुए एक खुशनुमा सीटी बजाने लगी। अचानक सू ने जौन्सी को कुछ फुसफुसाते हुए सुना।

वह तेजी से उसके बिस्तर की ओर भागी और जौन्सी को उल्टी गिनती गिनते सुना। वह खिड़की के बाहर देख रही थी और कह रही थी,”बारह !” थोड़ी देर बाद वह फुसफुसाई “ग्यारह”, फिर “दस”, फिर “नौ”,”आठ”,”सात”। सू ने डर मिश्रित उत्सुकता से खिड़की के बाहर देखा। उसने एक पुरानी आइवी की बेल खिड़की के सामने वाली ईंट की आधी दीवार तक चढ़ी देखी। बाहर तेज हवा में बेल के पत्ते झड़ रहे थे। 

2. “What is it, ………………while I paint.”

कठिन शब्दार्थ : almost (ऑल्मोउस्ट) = लगभग, autumn (ऑटम्) = पतझड़ का मौसम, finality (फाइनैलिटि) = अन्तिम रूप से, confident (कॉन्फिडन्ट) = विश्वासपूर्ण, bowl (बोल्) = कटोरा, soup (सूप) = रस, सूप, शोरबा, forever (फर्रव(र)) = हमेशा के लिए, curtain (कट्न्) = पर्दा।

हिन्दी अनुवाद : “यह क्या है, प्रिय?” सू ने पूछा। “छः”, जौन्सी फुसफुसाई, “अब वे बहुत तेजी से झड़ रहे हैं। तीन दिन पहले इस पर लगभग सौ पत्ते थे, अब केवल पाँच बचे हैं।” “यह पतझड़ का मौसम है”, सू ने कहा, “और पत्ते तो झड़ेंगे ही।” “जब आखिरी पत्ता झड़ जाएगा तो मेरी मृत्यु हो जाएगी,” जौन्सी ने अन्तिम रूप से बात कही। “मैं पिछले तीन दिन से इस बात को जानती हैं।” “ओह, यह एकदम बकवास है”, सू ने कहा।

“तुम्हारे ठीक होने से पुरानी आइवी की बेल के पत्तों का क्या लेना-देना? डॉक्टर को पूरा भरोसा है कि तुम ठीक हो जाओगी।” जौन्सी ने कुछ नहीं कहा। सू गई और उसके लिए सूप का कटोरा ले आई। “मुझे कोई सूप नहीं चाहिए”, जौन्सी ने कहा। “मुझे भूख नहीं है….. अब वहाँ केवल चार पत्ते बचे हैं।

मैं अंधेरे से पहले अन्तिम पत्ते का झड़ना देखना चाहती हूँ। तब मैं सदा की नींद सो जाऊँगी।” सू जौन्सी के बिस्तर पर बैठ गई, उसे चूमा और कहा, “तुम मरने नहीं जा रही । मैं पर्दा नहीं खींच सकती क्योंकि मुझे रोशनी की जरूरत है। मैं पेंटिंग को खत्म करके अपने लिए कुछ पैसा पाना चाहती हूँ। कृपया मेरी प्यारी सहेली,” उसने जौन्सी से विनती की, “मुझे वचन दो जब तक मैं पेन्ट करती हूँ तुम बाहर नहीं देखोगी।” 

3. “All right”, said…………………………it didn’t fall.” 

कठिन शब्दार्थ : finish (फिनिश्) = खत्म करो, tired (टाइअड्) = थका हुआ, pour out (पॉ(र)आउट) = उड़ेलना, masterpiece (मास्टपीस्) = अति उत्तम रचना, कृति, remained (रिमेन्ड) = रहा, worries (वरिज) = चिन्तित करना, convinced (न्विन्स्ट) = विश्वस्त हुई, stupid (स्ट्यूपिड्) = मूर्ख, tiptoed (टिप्टोड) = पंजों के बल चलना, दबे पाँव, feeble (फीब्ल) = कमजोर, peeped out (पीप्ट आउट) = बाहर झाँका, reluctantly (रिलक्टन्टलि) = अनिच्छापूर्वक, fierce (फिअ(र)स्ड) = प्रचण्ड।

हिन्दी अनुवाद : “ठीक है”, जौन्सी ने कहा “अपनी पेन्टिंग को जल्दी खत्म करो मैं आखिरी पत्ते को गिरता हुआ देखना चाहती हूँ। मैं प्रतीक्षा करके थक गई हूँ। मुझे मरना है, अतः मुझे शान्तिपूर्वक जाने दो जैसे वह बेचारे थके हुए पत्ते जा रहे हैं।”

“सोने की कोशिश करो”, सू ने कहा। “मुझे एक वृद्ध खनिक की पेन्टिंग बनानी है। मैं बेरमन को अपना मॉडल बनने के लिए बुलाने जा रही हूँ।” सू नीचे भागी। बेरमन पहली मंजिल पर रहता था। वह साठ वर्ष का बूढ़ा कलाकार था। उसकी जिन्दगी का सपना थाएक अति उत्तम रचना बनाना, पर यह उसका सपना ही बन कर रह गया। सू ने अपनी सारी चिन्ताएँ बेरमन को बता दीं। उसने उसे बताया कि कैसे जौन्सी को पक्का विश्वास था कि वह आखिरी पत्ते के झड़ते ही मर जाएगी।

“क्या वह मूर्ख है?” बेरमन ने पूछा “वह इतनी बेवकूफ कैसे हो सकती है?” “उसको बहुत तेज बुखार है”, सू ने शिकायत की। “उसने खाना-पीना छोड़ दिया है। इससे मुझे बहुत चिन्ता हो रही है।” “मैं तुम्हारे साथ आता हूँ और जौन्सी को देखता हूँ।” बेरमन ने कहा। वे दबे पांव कमरे में आए। जौन्सी सो रही थी।

सूने इकड़े पर्दे खींचे और वे दूसरे कमरे में चले गये। उसने खिड़की से बाहर झांक कर देखा । बेल पर केवल एक पत्ता बचा था। बहुत तेज वर्षा हो रही थी और बर्फानी हवा चल रही थी। ऐसा लग रहा था कि अब पत्ता किसी भी क्षण गिर जाएगा। बेरमन ने एक शब्द भी नहीं कहा। वह अपने कमरे में वापस चला गया।

जौन्सी अगली सुबह जगी। बड़ी कमजोर आवाज में उसने सू को पर्दा हटाने को कहा। सू घबरा गई। बड़ी अनिच्छापूर्वक उसने पर्दा हटाया। “ओ!” सू बेल को देख विस्मय से बोली “देखो बेल पर अभी भी एक पत्ता है। यह हरा और स्वस्थ लग रहा है। तूफान और प्रचण्ड हवाओं के बावजूद वह गिरा नहीं।” 

4. “I heard the………………………………last leaf fell.” 

कठिन शब्दार्थ : energetically (एनजेटिक्लि) = स्फूर्तिपूर्वक, clinging (क्लिङ्ग्ङ् ) = चिपका हुआ, कस कर पकड़ना, depressed (डिप्रेस्ट्) = अवसाद में, gloomy (ग्लूमि) = उदास, wicked (विकिड्) = शैतान, sin (सिन्) = पाप, hugged (हग्ड) = बाहुपाश में लेना, will (विल्) = इच्छा, recover (रिकव(र)) = ठीक होना, janitor (जैनिट(र)) = बिल्डिंग का रख-रखाव करने वाला, shivering (शिव()ङ्) = कांपते हुए, ladder (लैड(र)) = सीढ़ी, lantern (लैन्टन्) = लालटेन, flutter (फ्लट(र)) = फड़फड़ाना।

हिन्दी अनुवाद : “मैंने पिछली रात हवा को सुना था”, जौन्सी ने कहा। “मैंने सोचा यह गिर गया होगा। यह आज अवश्य झड़ जाएगा। तब मैं मर जाऊँगी।” “तुम नहीं मरोगी”, सू ने स्फूर्तिपूर्वक कहा।”तुम्हें अपने मित्रों की खातिर जीवित रहना होगा। अगर तुम मर गई तो मेरा क्या होगा?” जौन्सी कमजोरी में मुस्कराई और उसने अपनी आँखें बन्द कर लीं। लगभग हर घण्टे बाद वह खिड़की से बाहर देखती और पाती कि पत्ता अभी वहीं है।

ऐसा लग रहा था कि वह बेल से चिपका पड़ा था। शाम को फिर तूफान आया परन्तु पत्ता नहीं झड़ा। जौन्सी बहुत देर तक पत्ते को देखती रही। तब उसने सू को बुलाया। “मैं एक खराब लड़की रही हूँ। तुमने इतनी प्यार से मेरी देखभाल की और मैंने तुम्हें सहयोग नहीं दिया है। मैं बहुत अवसाद में और उदास रही हूँ। आखिरी पत्ते ने मुझे बता दिया है कि मैं कितनी शैतान हूँ। मुझे यह एहसास हो गया है कि मरना चाहना पाप है।”.

सू ने जौन्सी को गले लगा लिया। तब उसने उसे बहुत-सा गर्म सूप दिया और एक दर्पण भी। जौन्सी ने कंघी की और खुशी से मुस्कराई। – अपराह्न में डॉक्टर आया। अपने मरीज की जाँच करने के बाद उसने सू से कहा, “जौन्सी में अब जीने की चाह है। मुझे पूरा विश्वास है वह जल्दी ठीक हो जाएगी।

अब मुझे नीचे जाना है बेरमन को देखने। उसे भी निमोनिया हो गया है। पर मुझे डर है उसके बचने की कोई आशा नहीं है।” अगली सुबह सू आई और जौन्सी के बिस्तर पर बैठ गई। जौन्सी का हाथ अपने हाथ में लेकर उसने कहा, “मुझे तुम्हें कुछ बताना है। श्रीमान् बेरमन की आज सुबह निमोनिया से मृत्यु हो गई। वह केवल दो दिन बीमार रहा। पहले दिन बिल्डिंग के रख-रखाव करने वाले ने उसे बिस्तर पर पाया। उसके कपड़े और जूते गीले थे और वह कांप रहा था। वह उस तूफानी रात में बाहर रहा था।”

तब उन्हें एक सीढ़ी और एक लालटेन मिली जो अभी भी उसके बिस्तर के पास जल रही थी। वहाँ कुछ ब्रश और हरे तथा पीले रंग के पेन्ट फर्श पर सीढ़ी के पास पड़े थे। “प्रिय जौन्सी”, सू ने कहा “खिड़की के बाहर देखो। उस आइवी के पत्ते को देखो। तुम्हें हैरानी नहीं हुई कि वह हवा चलने पर फड़फड़ाता क्यों नहीं? वह बेरमन की अति उत्तम कलाकृति है। उसने उसे उस रात पेंट किया जब आखिरी पत्ता झड़ गया था।”

Textbook Questions and Answers

Think About It

Question 1. 
What is Johnsy’s illness? What can cure her, the medicine or the willingness to live?
जौन्सी को क्या बीमारी है? उसे क्या ठीक कर सकता है दवा अथवा जीने की इच्छा?
Answer:
Johnsy is suffering from pneumonia. She has high fever, that makes her weak both mentally and physically. She has lost her desire to live and nurses a baseless belief that she would die with the falling of the last leaf of the creeper on the wall opposite her window.

No medicine has any effect on her. The doctor has told her friend Sue that no medicine can cure her unless she revives her desire to live. So, it is only her desire to live that can cure her.

जौन्सी न्यूमोनिया से पीड़ित है। उसके तेज बुखार है जिसने उसे मानसिक तथा शारीरिक दोनों रूपों में कमजोर कर दिया है। उसने अपनी जीने की इच्छा खो दी है तथा एक आधारहीन विश्वास पाल लिया है कि वह उसकी खिड़की के सामने वाली दीवार वाली लता के अन्तिम पत्ते के गिरने के साथ मर जायेगी। उस पर किसी दवा का कोई असर नहीं है। डॉक्टर ने उसकी सहेली सू को कहा है कि उसको कोई दवा ठीक नहीं कर सकती जब तक कि वह जीने की इच्छा नहीं रखेगी। अतः केवल उसकी जीने की इच्छा ही उसे ठीक कर सकती है।

Question 2. 
Do you think the feeling of depression Johnsy has, is common among teenagers?
क्या आप सोचते हैं हताशा की जो भावना जौन्सी में है, वह किशोरों में सामान्यतया होती है?
Answer:
Yes, I think the feeling of depression as Johnsy has is common among teenagers. The young minds are immature, sensitive, emotional and imaginative. Sometimes when they are physically and mentally weak, they nurse baseless and irrational beliefs. Such beliefs become so firm that no amount of reasoning can shake them away. Johnsy is also a teenager. She also nurses a baseless belief. But there are some teenagers, who remain happy and hopeful even in adverse conditions.

हाँ, मैं सोचता हूँ कि हताशा की जो भावना जौन्सी में है, वह किशोरों में आम होती है। युवा मस्तिष्क अपरिपक्व, संवेदनशील, भावुक तथा कल्पनाशील होते हैं । जब कभी वे मानसिक तथा शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं वे आधारहीन तथा तथ्यहीन विश्वास पाल लेते हैं । ये विश्वास इतने दृढ़ हो जाते हैं कि कोई भी तर्क उन्हें दूर नहीं कर सकते। जौन्सी भी किशोर है। वह भी एक आधारहीन विश्वास पाल लेती है। लेकिन कुछ किशोर ऐसे भी हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी प्रसन्न तथा आशावादी रहते हैं। 

Question 3. 
Behrman has a dream. What is it ? Does it come true ? 
बेरमन का एक सपना है। वह क्या है? क्या वह सच होता है?
Answer:
Behrman is a sixty years old painter. He has a dream. It is to paint a masterpiece. This dream does come true but only with his death. He paints an ivy leaf on a wall. He works in the cold winter rain. He catches pneumonia and dies. His painting proves a masterpiece. Even Sue and Johnsy, who are themselves artists, can’t know that it is not a real leaf.

बेरमन एक साठ वर्षीय वृद्ध चित्रकार है। उसका एक सपना है। यह एक श्रेष्ठतम कलाकृति बनाने का है। यह स्वप्न पूरा तो होता है किन्तु केवल उसकी मृत्यु केसाथ । वह एक दीवार के ऊपर आइवी का एक पत्ता पेन्ट करता है। वह ठण्डी शीत ऋतु की वर्षा में काम करता है। उसे न्यूमोनिया हो जाता है और वह मर जाता है। उसकी पेन्टिंग एक श्रेष्ठ कलाकृति साबित होती है। सू तथा जौन्सी भी, जो स्वयं कलाकार हैं, जान नहीं पाती हैं कि वह एक वास्तविक पत्ता नहीं है।

Question 4. 
What is Behrman’s masterpiece ? What makes Sue say so ? 
बेरमन की महान कलाकृति क्या है ? सू ऐसा क्यों कहती है?
Answer:
Behrman’s masterpiece is the painting of an ivy leaf. Sue and Johnsy are themselves artists. Even they cannot know that it is not a real leaf. So Sue calls it a masterpiece. It saves her friend Johnsy’s life who mistakes it to be a real leaf and revives her desire to live.

बेरमन की महान कलाकृति आइवी का पत्ता है। सू और जौन्सी स्वयं कलाकार हैं । वे भी नहीं जान पातीं कि यह वास्तविक पत्ता नहीं है। इसलिए सू इसे महान कलाकृति कहती है। यह उसकी सहेली जौन्सी की जान बचाती है जो इसे वास्तविक पत्ता समझती है तथा अपनी जीने की इच्छा जगाती है। 

Talk About It

Q. Have you ever felt depressed and rejected ? How did you overcome such feelings ? Share your experience with your classmates.
क्या आपने कभी हताश अथवा अस्वीकार किये जाने की अवस्था महसूस की है? आप ऐसी भावनाओं से कैसे उबरे? अपना अनुभव अपने कक्षा साथियों के साथ बाँटो। 
Answer:
Overcome Depression When I got failed in VIII class, I felt depressed and rejected. My English teacher, Sri Ram Bairwa, came to me. He told me the story of the spider and the wall. Once a spider wanted to climb a wall. It fell again and again but at last succeeded. I got inspiration. I worked hard next year and got first position. Thus, I overcame my depression.

अवसाद से जीतना जब मैं आठवीं कक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया, तो मैं अवसादपूर्ण व अस्वीकृत हो गया था। मेरे अंग्रेजी के अध्यापक श्रीराम बैरवा, मेरे पास आये। उन्होंने मुझे मकड़ी व दीवार की कहानी सुनाई। एक बार, एक मकड़ी दीवार पर चढ़ने का प्रयास कर रही थी। वह बार-बार गिर जाती किन्तु अन्त में वह सफल हो गई। मैंने प्रेरणा ली। मैंने अगले वर्ष कठिन परिश्रम किया और प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस प्रकार, मैंने अपने अवसाद को जीता।

Important Questions and Answers

Short Answer Type Questions

Question 1. 
What do you know about Sue and Johnsy ? What happened to Johnsy? 
आप सू एवं जौन्सी के बारे में क्या जानते हैं? जौन्सी को क्या हुआ था? 
Answer:
Sue and Johnsy were two young artists. They were friends. They shared a small flat, which was on the third storey of an old house. Johnsy was seriously ill. She had pneumonia.

सू तथा जौन्सी दो युवा कलाकार थीं। वे मित्र थीं। वे एक फ्लैट में इकट्ठे रहती थीं, जो एक पुराने मकान की तीसरी मंजिल पर था। जौन्सी गम्भीर रूप से बीमार थी। उसे न्यूमोनिया था। 

Question 2. 
What did the doctor tell Sue about Johnsy? 
डॉक्टर ने सू को जौन्सी के बारे में क्या बताया?
Answer:
The doctor told Sue that it seemed that Johnsy had made up her mind not to get well. He also told her that no medicine can cure her if she did not want to live.

डॉक्टर ने सू को बताया कि ऐसा लगता है कि जौन्सी ने ठीक नहीं होने का मन बना लिया है। उसने यह भी बताया कि कोई दवा उसे ठीक नहीं कर सकती यदि वह जीना नहीं चाहे तो।

Question 3. 
Why did Johnsy just gazing out of the window? 
जौन्सी खिड़की के बाहर एकटक क्यों देखे जा रही थी?
Answer:
Johnsy was watching the falling leaves of the ivy creeper climbing half-way up the brick wall opposite the window. She believed that she would die when the last leaf would fall.

जौन्सी खिड़की के सामने ईंट की दीवार के आधे ऊपर तक चढ़ी हुई आइवी की बेल के गिरते पत्तों को ध्यान से देख रही थी। उसे विश्वास था कि जैसे ही अन्तिम पत्ता गिरेगा तब वह भी मर जायेगी।

Question 4.
What did Sue do to make Johnsy feel happy? 
सू ने जौन्सी को प्रसन्न महसूस करवाने के लिए क्या किया?
Answer:
She talked about clothes and fashions. But it had no response. She brought her drawing board into Johnsy’s room. She started whistling while working at her painting.

उसने वस्त्रों और फैशनों के बारे में बातें कीं। लेकिन इसका कोई प्रत्युत्तर नहीं आया। वह अपना ड्राइंग बोर्ड जौन्सी के कमरे में ले आयी। उसने अपनी पेन्टिंग पर काम करते हुए सीटियाँ बजानी शुरू कर दी।

Question 5. 
What did Sue say about Johnsy’s belief? 
सू ने जौन्सी की मान्यता के बारे में क्या कहा?
Answer:
Sue said that it was nonsense and silly to think like that. It was autumn and natural for the leaves to fall. Falling of leaves had nothing to do with her getting well.

सू ने कहा कि इस प्रकार सोचना बेमतलब तथा मूर्खतापूर्ण था। यह पतझड़ का मौसम था तथा पत्तियों का गिरना प्राकृतिक था। पत्तियों के गिरने का उसके ठीक होने से कोई सम्बन्ध नहीं था।

Question 6. 
Who was Behrman and what was his dream? 
बेरमन कौन था और उसका क्या सपना था?
Answer:
Behrman was a sixty-year-old painter who lived on the ground floor of the house where Sue and Johnsy lived. His life-long dream was to paint a masterpiece.

बेरमन एक साठ वर्षीय वृद्ध चित्रकार था जो उस मकान के भूतल पर रहता था जहाँ सू तथा जौन्सी रहती थीं। उसके जीवन का सपना एक महान कलाकृति चित्रित करना था।

Question 7. 
What did Sue tell old Behrman about Johnsy’s illness ? 
सू ने बेरमन को जौन्सी की बीमारी के बारे में क्या बताया?
Answer:
Sue told Behrman that Johnsy had pneumonia. She had high fever and did not eat anything. She was nursing a silly belief that she would die with the falling of the last leaf of the ivy creeper on the wall opposite her window.

सू ने बेरमन को बताया कि जौन्सी को न्यूमोनिया था। उसके तेज बुखार था तथा उसने कुछ नहीं खाया था। वह एक मूर्खतापूर्ण विश्वास पाले हुए थी कि उसकी खिड़की के सामने वाली दीवार की आइवी बेल की आखिरी पत्ती गिरने पर वह मर जायेगी।

Question 8. 
Why ‘was Sue nervous when Johnsy asked her to draw back the curtain of the window? 
जब जौन्सी ने सू को खिड़की का पर्दा हटाने को कहा तो वह क्यों घबरा गई?
Answer:
The previous night had been stormy and it also rained heavily. She was almost sure that the last leaf of the creeper must have fallen. So she became nervous when Johnsy asked her to draw the curtain of the window.

पिछली रात्रि तूफानी थी तथा बारिश भी हुई थी। वह लगभग निश्चित थी कि बेल का अन्तिम पत्ता भी अवश्य गिर गया होगा। अतः जब जौन्सी ने उसे खिड़की का पर्दा हटाने को कहा तो वह घबरा गयी।

Question 9. 
What happened to Behrman and why? 
बेरमन को क्या हुआ तथा क्यों?
Answer:
In order to save Johnsy, Behrman painted an ivy leaf on the wall opposite her window. He worked in the night. It was a cold and windy night. It was raining also. Behrman got pneumonia. He died after two days.

जौन्सी को बचाने के लिए बेरमन ने खिड़की के सामने वाली दीवार पर आइवी बेल का एक पत्ता चित्रित किया। वह रात में काम करता रहा। यह एक ठण्डी और तेज हवा वाली रात थी। वर्षा भी हो रही थी। बेरमन को न्यूमोनिया हो गया। वह दो दिन बाद मर गया।

Question 10. 
What was Behrman’s masterpiece? 
बेरमन की महान कलाकृति क्या थी?
Answer:
His masterpiece was the ivy leaf he had painted on the wall. It looked so real that Johnsy could not know it. She regained her desire to live. Thus the painting proved Behrman’s masterpiece.

उसकी महान कलाकृति आइवी का वह पत्ता था जो उसने दीवार पर चित्रित किया था। यह इतना वास्तविक लगता था कि जौन्सी को इसका पता नहीं चल पाया। उसने अपनी जीने की इच्छा फिर से प्राप्त कर ली। इस तरह वह पेन्टिंग बेरमन की महान कलाकृति साबित हुई। 

Long Answer Type Questions

Question 1. 
Why did Sue go to Behrman? 
सू बेरमन के पास क्यों गई थी?
Answer:
Sue wanted to paint an old miner. Behrman himself was an artist. He was sixty years old. She wanted him to be her model. This way he could earn some more money. So Sue went to him to ask him to act as a model of an old miner for her. Moreover, she was worried about Johnsy. She knew that the old man sympathised with them. So she poured her worries to him to have some moral support from him.

सू एक वृद्ध खनिक की पेन्टिंग बनाना चाहती थी। बेरमन स्वयं भी एक कलाकार था। वह साठ वर्ष का था। वह उसे अपना मॉडल बनाना चाहती थी। इस तरह वह कुछ ज्यादा धन कमा सकती थी। इसलिए वह उसको वृद्ध खनिक के मॉडल के रूप में काम करने को कहने के लिए गई। इससे भी ज्यादा, वह जौन्सी के प्रति चिन्तित थी। वह जानती थी कि वह वृद्ध पुरुष उनसे सहानुभूति रखता था। अतः उससे कुछ नैतिक हिम्मत प्राप्त करने के लिए उसने उसके सामने अपनी सारी चिन्ताएँ रख दीं।

Question 2. 
Characterise Sue as a friend. 
मित्र के रूप में सू का चरित्र-चित्रण कीजिए।
Answer:
As a friend Sue had a high character. She was a very sincere friend of Johnsy. She loved her. She looked after her very well when Johnsy was suffering from pneumonia. She was very caring. When Johnsy had high fever she at once called the doctor.

When the doctor advised her to create Johnsy’s interest in life, she first talked about clothes and fashions. Then she brought her drawing-board into her room and started whistling cheerfully to create a cheerful atmosphere.

एक मित्र के रूप में सू का चरित्र बहुत ऊँचा था। वह जौन्सी की एक वफादार मित्र थी। वह उसे प्यार करती थी। जब जौन्सी न्यूमोनिया से पीड़ित थी तब उसने उसकी अच्छी देखभाल की। वह बहुत ध्यान रखने वाली थी। जब जौन्सी को तेज बुखार हुआ तब उसने तुरन्त डॉक्टर को बुलवाया। जब डॉक्टर ने उसे जीवन में जौन्सी की रुचि उत्पन्न करने के लिए कहा तो उसने कपड़ों तथा फैशन के बारे में बातें कीं। फिर वह अपना ड्राइंग बोर्ड उसके कमरे में ले आई तथा खुशनुमा माहौल पैदा करने के लिए सीटी बजाने लगी।

Question 3. 
Do you think Behrman was right in sacrificing his life ? Why ? 
क्या आप समझते हैं कि बेरमन अपने जीवन का बलिदान करने में ठीक था? क्यों?
Answer:
Behrman was an old painter. He was already sixty. He always wished to paint a masterpiece. But he could never begin it. Now he saw how he could save the life of a young artist. He at once decided to work in the cold night. He painted an ivy leaf on the wall. It looked so real that Johnsy could not recognise it. She regained her will to live. Thus she was saved. But Behrman got pneumonia and died. His sacrifice was not in vain. He had painted a masterpiece and also saved a life.

बेरमन एक बूढ़ा चित्रकार था। उसकी आयु पहले ही साठ वर्ष की हो चुकी थी। उसने सदा एक श्रेष्ठ कलाकृति की रचना करनी चाही थी। किन्तु वह इसे कभी शुरू नहीं कर पाया। अब उसने देखा कि वह एक युवा चित्रकार का जीवन कैसे बचा सकता था। उसने तुरन्त ठण्डी रात में काम करने का निश्चय कर लिया।

उसने दीवार के ऊपर आइवी का एक पत्ता चित्रित कर दिया। यह इतना वास्तविक लगता था कि जौन्सी उसे नहीं पहचान पाई। उसने जीवित रहने की अपनी इच्छा फिर से प्राप्त कर ली। इस तरह वह बच गई। किन्तु बेरमन को न्यूमोनिया हो गया और वह मर गया। उसका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। उसने एक महान कलाकृति चित्रित कर दी थी और एक जीवन भी बचा दिया था।

Question 4. 
What was Johnsy’s silly belief? How was her faith in life restored ? 
जौन्सी की मूर्खतापूर्ण मान्यता क्या थी? उसका जीवन के प्रति विश्वास कैसे बहाल हुआ?
Answer:
Johnsy was a painter. Once she had an attack of pneumonia. There was an ivy creeper climbing half way up the brick wall opposite their window. It was the month of November. The leaves of the ivy were falling. A very strange idea entered Johnsy’s mind.

She thought that she would die when the last ivy leaf fell. Behrman who had known about it painted a leaf on the wall. Johnsy took it for a real leaf. This leaf did not fall in spite of heavy wind and rain. Johnsy regained her will to live. Very soon she recovered from her illness.

जौन्सी एक चित्रकार थी। एक बार उसे न्यूमोनिया हो गया। उनकी खिड़की के सामने की ईंट की दीवार पर आधी ऊँचाई तक एक आइवी की बेल बढ़ आई थी। नवम्बर का महीना था। आइवी के पत्ते झड़ रहे थे। जौन्सी के दिमाग में एक अजीब विचार ने घर कर लिया। वह सोचने लगी कि जब आइवी का आखिरी पत्ता गिरेगा तो वह मर जाएगी। बेरमन, जो इस बारे में जान चुका था, ने दीवार पर एक पत्ता चित्रित कर दिया। जौन्सी ने उसे एक असली पत्ता समझा। भारी तूफान और वर्षा के बावजूद यह पत्ता नहीं गिरा । जौन्सी ने अपनी जीने की इच्छा-शक्ति फिर से प्राप्त कर ली। शीघ्र ही वह स्वस्थ हो गई।

RBSE Solution for Class 9 English Moments Chapter 7 The Last Leaf, Study Learner


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