RBSE Solution for Class 7 Sanskrit Chapter 5 पण्डिता रमाबाई
RBSE Solution for Class 7 Sanskrit Chapter 5 पण्डिता रमाबाई
कठिन शब्दार्थ, हिन्दी अनुवाद एवं व्याख्या
पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में पण्डिता रमाबाई के जीवन एवं उनके महान् कार्यों का परिचय दिया गया है। स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी पण्डिता रमाबाई का जन्म सन् 1858 ई. में हुआ था। इनके पिता का नाम अनन्तशास्त्री डोंगरे और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। अत्यन्त विषम परिस्थितियों में रमाबाई ने सम्पूर्ण भारत का पैदल ही भ्रमण किया तथा उस समय इन्होंने स्त्री-शिक्षा का प्रचार-प्रसार किया। संस्कृत के वैदुष्य के कारण रमाबाई को ‘पण्डिता’ और ‘सरस्वती’ इन दो उपाधियों से सुशोभित किया गया। लेखन के क्षेत्र में भी रमाबाई का महत्त्वपूर्ण योगदान है।
पाठ के गद्यांशों के हिन्दी-अनुवाद एवं पठितावबोधनम् –
1. स्त्रीशिक्षाक्षेत्रे अग्रगण्या पण्डिता ……………………. संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती।
हिन्दी अनुवाद – स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी पण्डिता रमाबाई ने सन् 1858 ईसवी वर्ष में जन्म प्राप्त किया था। उसके पिता अनन्तशास्त्री डोंगरे और माता लक्ष्मीबाई थी। उस समय स्त्री-शिक्षा की स्थिति चिन्तनीय थी। स्त्रियों के लिए संस्कृत-शिक्षण प्रायः प्रचलित नहीं था। किन्तु डोंगरे ने रूढिबद्ध धारणा को छोड़कर अपनी पत्नी को संस्कृत पढ़ाया। इसके लिए उन्होंने समाज की ताड़ना को भी सहन किया। इसके बाद रमा ने भी अपनी माता से संस्कृत की शिक्षा प्राप्त की।
पठितावबोधनम् –
निर्देश: – उपर्युक्तं गद्यांशं पठित्वा एतदाधारितप्रश्नानाम् उत्तराणि यथानिर्देशं लिखत –
प्रश्ना :
(क) रमाबाई कस्मात् संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) रमायाः पिता कः आसीत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) पण्डिता रमाबाई कदा जन्म अलभत? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘रूढिबद्धाम्’ इति विशेषणस्य गद्यांशे विशेष्यपदं किम् अस्ति?
(ङ) ‘अध्यापयत्’ इति क्रियापदस्य गद्यांशे कर्तृपदं किं प्रयुक्तम्?
उत्तराणि :
(क) स्वमातुः।
(ख) अनन्तशास्त्री डोंगरे।
(ग) पण्डिता रमाबाई 1858 तमे खिष्टाब्दे जन्म अलभत।
(घ) धारणाम्।
(ङ) डोंगरे।
2. (i) कालक्रमेण रमायाः पिता …………………………………….. उपाधिभ्यां विभूषिता।
(ii) तत्रैव सा ब्रह्मसमाजेन ………………………………… तस्याः पतिः दिवङ्गतः।
हिन्दी अनुवाद –
(i) समय के प्रभाव से रमा के पिता निर्धन हो गए। उसके माता-पिता और बड़ी बहिन अकाल से पीड़ित होकर मृत्यु को प्राप्त हो गए। उसके बाद रमा ने अपने बड़े भाई के साथ पैदल ही सम्पूर्ण भारत का भ्रमण किया। भ्रमण के समय ही वह कोलकाता पहुंची। संस्कृत के वैदुष्य के कारण वह वहाँ ‘पण्डिता’ और ‘सरस्वती’ इन दो उपाधियों से सुशोभित हुई।
(ii) वहीं पर उसने ब्राह्मण समाज से प्रभावित होकर वेदों का अध्ययन किया। इसके बाद उसने स्त्रियों के लिए वेद आदि शास्त्रों की शिक्षा के लिए आन्दोलन आरम्भ किया। सन् 1880 ई. में उसने (रमा ने) विपिनबिहारी दास के साथ बाकीपुर न्यायालय में विवाह किया। डेढ़ वर्ष के बाद ही उसके पति की मृत्यु हो गई।
पठितावबोधनम् :
प्रश्न :
(क) रमायाः पिता कीदृशः सञ्जातः? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) भ्रमणकाले रमा कुत्र प्राप्ता? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) संस्कृतवैदुष्येण रमा काभ्यां विभूषिता? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘ज्येष्ठा’ इति विशेषणस्य गद्यांशे विशेष्यपदं किम् आगतम्?
(ङ) ‘ज्येष्ठभ्रात्रा सह’-रेखाङ्कितपदें का विभक्तिः प्रयुक्ता?
उत्तराणि :
(क) विपन्नः।
(ख) कोलकाताम्।
(ग) संस्कृतवैदुष्येण रमा ‘पण्डिता’ ‘सरस्वती’ चेति उपाधिभ्यां विभूषिता।
(घ) भगिनी।
(ङ) तृतीया।
प्रश्न :
(क) केन प्रभाविता रमाबाई वेदाध्ययनम् अकरोत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) रमाबाई स्वीणां कृते वेदादीनां शिक्षायै किम् प्रारब्धवती? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) रमाबाई केन सह कुत्र च विवाहम् अकरोत्? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘तत्रैव’ इति पदस्य सन्धिविच्छेदं कुरुत।
(ङ) ‘साधैकवर्षात् अनन्तरं तस्याः पतिः दिवङ्गत:’-इत्यत्र सर्वनामपदं किम्?
उत्तराणि :
(क) ब्रह्मसमाजेनं।
(ख) आन्दोलनम्।
(ग) रमाबाई विपिनबिहारीदासेन सह बाकीपुर न्यायालये विवाहम् अकरोत्।
(घ) तत्र + एव।
(ङ) तस्याः।
3. तदनन्तरं सा पत्र्या मनोरमया …………………………………… प्रभाविता जाता।
हिन्दी अनुवाद – उसके बाद वह अपनी पुत्री मनोरमा के साथ अपनी जन्मभूमि महाराष्ट्र में लौट आई। नारियों के सम्मान और शिक्षा के लिए उसने अपना जीवन समर्पित कर दिया। इण्टर-शिक्षा आयोग के सामने उसने नारी-शिक्षा के विषय में अपना मत प्रस्तुत किया है। वह उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैण्ड देश गई। वहाँ वह ईसाई धर्म के स्त्री-विषयक उत्तम विचारों से प्रभावित हुई।
पठितावबोधनम्प्रश्ना :
(क) रमायाः पुत्र्याः किम् नाम आसीत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) रमाबाई किमर्थम् इंग्लैण्डदेशं गतवती? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) रमाबाई किमर्थम् स्वकीयं जीवनम् अर्पितवती? (पर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘पुत्र्या’ इति पदस्य विशेष्यपदं गद्यांशे किमस्ति?
(ङ) ‘नारीणाम्’ इति पदे का विभक्तिः ?
उत्तराणि :
(क) मनोरमा।
(ख) उच्चशिक्षार्थम्।
(ग) रमाबाई नारीणां सम्मानाय शिक्षायै च स्वकीयं जीवनम् अर्पितवती।
(घ) मनोरमया।
(ङ) षष्ठी।
4. इंग्लैण्डदेशात् रमाबाई अमरीकादेशम् ……………………………….. जीवन यापयन्ति।
हिन्दी अनुवाद – इंग्लैण्ड देश से रमाबाई अमरीका देश चली गईं। वहाँ उसने भारत की विधवा स्त्रियों की सहायता के लिए धन एकत्रित किया। भारत लौटकर मुम्बई नगर में उसने ‘शारदा-सदन’ की स्थापना की। इस आश्रम में बेसहारा स्त्रियाँ रहती थीं। वहाँ स्त्रियाँ छपाई, टंकण (टाइप), काष्ठकला (लकड़ी की कलाकारी) आदि का प्रशिक्षण भी प्राप्त करती थीं। किन्तु यह सदन पुणे नगर में स्थानान्तरित हो गया। उसके बाद पुणे नगर के समीप केडगाँव नामक स्थान पर उसने ‘मुक्ति मिशन’ नामक संस्थान की स्थापना की। यहाँ आज भी बेसहारा स्त्रियाँ सम्मानपूर्वक जीवन बिताती हैं।
पठितावबोधनमप्रश्ना:
(क) रमाबाई भारतस्य विधवास्त्रीणां सहायतार्थम् अमरीकादेशे किम् अकरोत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) भारतं प्रत्यागत्य मुम्बईनगरे सा किम् अस्थापयत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) ‘मुक्तिमिशन’ इति संस्थानं कुत्र वर्तते? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘ससम्मानम्’ इति विशेषणस्य गद्यांशे विशेष्यपदं किमस्ति?
(ङ) ‘प्रत्यागत्य’ इति पदे कः प्रत्ययः?
उत्तराणि :
(क) अर्थसञ्चयम्।।
(ख) शारदा-सदनम्।
(ग) “मुक्तिमिशन’ इति संस्थानं पुणे नगरस्य समीपे केडगाँव-नाम्नि स्थाने वर्तते।
(घ) जीवनम्।
(ङ) ल्यप्।
5. 1922 तमे खिष्टाब्दे रमाबाई ………………………………………………. रचनाद्वयं वर्तते।
हिन्दी अनुवाद – सन् 1922 ई. में रमाबाई महोदया का निधन हो गया था। वह देश-विदेश की अनेक भाषाओं में निपुण थीं। समाज-सेवा के अतिरिक्त लेखन के क्षेत्र में भी उनका महत्त्वपूर्ण योगदान है। ‘स्वीधर्म नीति’ और ‘हाई| कास्ट हिन्दू विमेन’ ये उनकी दो प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।
पठितावबोधनम्प्रश्ना :
(क) ‘स्त्रीधर्मनीति’ इति रचनायाः लेखिका का? (एकपदेन उत्तरत)
(ख) रमाबाई-महोदयायाः निधनं कस्मिन् वर्षे अभवत्? (एकपदेन उत्तरत)
(ग) रमाबाई-महोदयायाः कस्मिन् क्षेत्रे महत्त्वपूर्णम् अवदानम् अस्ति? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)
(घ) ‘अनेकासु’ इति विशेषणस्य गद्यांशे विशेष्यपदं किमस्ति?
(ङ) ‘इति तस्याः प्रसिद्ध रचनाद्वयं वर्तते’-अत्र अव्ययं किमस्ति?
उत्तराणि :
(क) रमाबाई।
(ख) 1922 तमे वर्षे।
(ग) रमाबाई-महोदयाया: समाजसेवायाः अतिरिक्तं लेखनक्षेत्रे अपि महत्त्वपूर्णम् अवदानम् अस्ति।
(घ) भाषासु।
(ङ) इति।
पाठ के कठिन-शब्दार्थ :
- परित्यज्य = छोड़कर।
- अध्यापयत् = पढ़ाया।
- प्रतारणाम् = ताड़ना।
- असहत = सहन किया।
- स्वमातुः = अपनी माता से।
- विपन्नः = निर्धन।
- दुर्भिक्षपीडिताः = अकाल पीड़ित।
- दिवङ्गताः = मृत्यु को प्राप्त हो गए।
- उपाधिभ्याम् = उपाधियों से।
- प्रारब्धवती = आरम्भ किया।
- साथैकवर्षात् = डेढ़ वर्ष।
- प्रत्यागच्छत् (प्रति + आगच्छत्) = लौट आई।
- अर्थसञ्चयम् = धन सञ्चय।
- प्रत्यागत्य (प्रति + आगत्य) = लौटकर।
- मुद्रणम् = छपाई।
- टङ्कणम् = टङ्कण।
- निराश्रिताः (निर् + आश्रिताः) = बेसहारा।
- यापयन्ति = बिताते/बिताती हैं।
- अवदानम् = योगदान।
पाठ्यपुस्तक प्रश्न-उत्तर
प्रश्न: 1.
एकपदेन उत्तरत- (एक शब्द में उत्तर दीजिए-)
(क) ‘पण्डिता’ ‘सरस्वती’ इति उपाधिभ्यां का विभूषिता?
उत्तराणि:
रमाबाई
(ख) रमा कुतः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती? ।
उत्तराणि:
स्वमातुः
(ग) रमाबाई केन सह विवाहम् अकरोत् ?
उत्तराणि:
विपिनबिहारीदासेन
(घ) कासां शिक्षायै रमाबाई स्वकीयं जीवनम् अर्पितवती?
उत्तराणि:
नारीणाम्
(ङ) रमाबाई उच्चशिक्षार्थं कुत्र अगच्छत् ?
उत्तराणि:
इंग्लैण्डदेशम्।
प्रश्न: 2.
रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत- (रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए – )
(क) रमायाः पिता समाजस्य प्रतारणाम् असहत।
उत्तराणि:
कस्याः पिता समाजस्य प्रतारणाम् असहत?
(ख) पत्युः मरणानन्तरं रमाबाई महाराष्ट्र प्रत्यागच्छत्।
उत्तराणि:
कस्य मरणानन्तरं रमाबाई महाराष्ट्र प्रत्यागच्छत् ?
(ग) रमाबाई मुम्बईनगरे ‘शारदा-सदनम्’ अस्थापयत्।
उत्तराणि:
रमाबाई कुत्र ‘शारदा-सदनम्’ अस्थापयत् ?
(घ) 1922 तमे ख्रिष्टाब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम् अभवत्।
उत्तराणि:
1922 तमे ख्रिष्टाब्दे कस्याः निधनम् अभवत् ?
(ङ) स्त्रियः शिक्षां लभन्ते स्म।
उत्तराणि:
काः शिक्षां लभन्ते स्म?
प्रश्न: 3.
प्रश्नानामुत्तराणि लिखत- (प्रश्नों के उत्तर लिखिए- )
(क) रमाबाई किमर्थम् आन्दोलनं प्रारब्धवती?
उत्तराणि:
रमाबाई बालिकानां स्त्रीणां च कृते संस्कृतस्य वेदशास्त्रादिकस्य च शिक्षायै आन्दोलनं प्रारब्धवती।
(ख) निस्सहायाः स्त्रियः आश्रमे किं लभन्ते स्म?
उत्तराणि:
निस्सहायाः स्त्रियः आश्रमे मुद्रण-टङ्कण-काष्ठकलादीनां च प्रशिक्षणम् लभन्ते स्म।।
(ग) कस्मिन् विषये रमाबाई-महोदयायाः योगदानम् अस्ति? ।
उत्तराणि:
लेखनक्षेत्र-विषये रमाबाई-महोदयायाः योगदानम् अस्ति।
(घ) केन रचनाद्वयेन रमाबाई प्रशंसिता वर्तते?
उत्तराणि:
‘स्त्रीधर्म नीति’ ‘हाई कास्ट हिन्दू विमेन’ इति रचनाद्वयेन रमाबाई प्रशंसिता वर्तते ।
प्रश्न: 4.
अधोलिखितानां पदानां निर्देशानुसारं पदपरिचयं लिखत- (निम्नलिखित शब्दों के निर्देश के अनुसार पद-परिचय लिखिए- )
उत्तराणि:
प्रश्नः 5.
अधोलिखितानां धातूनां लकारं पुरुषं वचनञ्च लिखत- (निम्नलिखित शब्दों के धातु, लकार, पुरुष और वचन लिखिए- )
उत्तराणि:
प्रश्न: 6.
अधोलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत। (निम्नलिखित वाक्यों को घटना के क्रम के अनुसार लिखिए।)
(क) रमाबाई-महोदयायाः विपिनबिहारीदासेन सह विवाहः अभवत्।
उत्तराणि:
1858 तमे ख्रिष्टाब्दे रमाबाई जन्म अलभत।
(ख) 1858 तमे ख्रिष्टाब्दे रमाबाई जन्म अलभत।
उत्तराणि:
सा स्वमातुः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती।
(ग) सा उच्चशिक्षार्थम् इंग्लैण्डदेशं गतवती।
उत्तराणि:
रमाबाई-महोदयायाः विपिनबिहारीदासेन सह विवाहः अभवत् ।
(घ) 1922 तमे ख्रिष्टाब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम् अभवत्।
उत्तराणि:
सा उच्चशिक्षार्थम् इंग्लैण्डदेशं गतवती।
(ङ) सा मुम्बईनगरे शारदा-सदनम् अस्थापयत्।
उत्तराणि:
सा मुम्बईनगरे शारदा-सदनम् अस्थापयत्।
(च) सा स्वमातुः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती।
उत्तराणि:
1922 तमे ख्रिष्टाब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम् अभवत्।
अतिरिक्त महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
(1) एकपदेन उत्तरत- (एक पद में उत्तर दीजिए-)
(i) पण्डिता रमाबाई किमर्थम् इंग्लैण्ड-देशम् अगच्छत्?
उत्तराणि:
उच्चशिक्षार्थम्
(ii) मुम्बई-नगरे सा किम् अस्थापयत्?
उत्तराणि:
शारदा-सदनम्
(iii) रमा स्वमातुः किं प्राप्तवती?
उत्तराणि:
संस्कृत-शिक्षणम्
(iv) ब्रह्मसमाजेन प्रभाविता सा किम् अकरोत्?
उत्तराणि:
वेदाध्ययनम्
(v) समाजसेवायाः अतिरिक्तं कस्मिन् क्षेत्रे रमाबाई-महोदयायाः योगदानम् अस्ति?
उत्तराणि:
लेखन-क्षेत्रे
(2) एकवाक्येन उत्तरत- (एक वाक्य में उत्तर दीजिए )
(i) रमाबाई किमर्थं जीवनम् अर्पितवती?
उत्तराणि:
नारीणां सम्मानाय शिक्षायै च रमाबाई स्व-जीवनम् अर्पितवती।
(ii) सा कासु निपुणा आसीत्?
उत्तराणि:
सा देश-विदेशानाम् अनेकासु भाषासु निपुणा आसीत्।
(iii) रमायाः पिता डोंगरे किमर्थं समाजस्य प्रतारणाम् सहते स्म?
उत्तराणि:
रमायाः पिता डोगरे रूढिबद्धां धारणां परित्यज्य स्वपत्नी संस्कृतम् अशिक्षयत्; एतदर्थं सः समाजस्य प्रतारणां सहते स्म।
(iv) तस्याः किं रचनाद्वयं प्रसिद्धम्?
उत्तराणि:
रमाबाई-महोदयायाः ‘स्त्रीधर्म-नीति’ ‘हाई कास्ट हिन्दू विमेन’ इति रचनाद्धयम प्रसिद्धम् अस्ति ।
(3) अधोदत्तानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारेण संयोजयत-(निम्नलिखित वाक्यों को घटना क्रम के अनुसार लगाइए-)
(i) सा पादाभ्याम् सकलं भारतम् अभ्रमत्।
उत्तराणि:
पण्डिता रमाबाई 1858 तमे ख्रिष्टाब्दे जन्म अलभत।
(ii) ब्रह्मसमाजेन प्रभाविता सा वेदाध्ययनम् अकरोत्।
उत्तराणि:
तस्याः माता पुत्रीं संस्कृतम् अशिक्षयत्।
(iii) पण्डिता रमाबाई 1858 तमे ख्रिष्टाब्दे जन्म अलमत।
उत्तराणि:
सा पादाभ्याम् सकलं भारतम् अभ्रमत्।
(iv) सा मुम्बईनगरे ‘शारदा-सदनम्’ अस्थापयत्।
उत्तराणि:
ब्रह्मसमाजेन प्रभाविता सा वेदाध्ययनम् अकरोत्।
(v) नारीणां सम्मानाय शिक्षायै च सा स्वजीवनम् अर्पितवती।
उत्तराणि:
नारीणां सम्मानाय शिक्षायै च सा स्वजीवनम् अर्पितवती।
(vi) 1922 तमे खिष्टाब्दे तस्याः निधनम् अभवत्।
उत्तराणि:
सा मुम्बईनगरे ‘शारदा-सदनम्’ अस्थापयत्।
(vii) अस्मिन् आश्रमे निःसहायाः स्त्रियः वसन्ति स्म।
उत्तराणि:
अस्मिन् आश्रमे नि:सहायाः स्त्रियः वसन्ति स्म।
(viii) तस्याः माता पुत्रीं संस्कृतम् अशिक्षयत्।
उत्तराणि:
1922 तमे खिष्टाब्दे तस्याः निधनम् अभवत्।
(4) मञ्जूषातः समानार्थकम् पदं चित्वा रिक्तस्थाने लिखत- (मञ्जूषा से समानार्थक शब्द चुनकर रिक्त स्थान में लिखिए- )
शोचनीया, अशिक्षयत्, धन-संग्रहः, पश्चात्, निःसहायाः
(i) निराश्रयाः – ……………
(ii) चिन्तनीया – ……………
(iii) अर्थसञ्चयः – ……………
(iv) अध्यापयत् – ……………
(v) अनन्तरम् – ……………
उत्तराणि:
(i) निराश्रयाः – नि:सहायाः
(ii) चिन्तनीया – शोचनीया
(iii) अर्थसञ्चयः – धनसंग्रहः
(iv) अध्यापयत् – अशिक्षयत्
(v) अनन्तरम् – पश्चात्
(5) अधोदत्तं वाक्यं पठत प्रत्येकं पदपरिचयं च यच्छत- (निम्नलिखित वाक्यों को पढ़िए और प्रत्येक पद का परिचय दीजिए-)
उत्तराणि:
(1) रेखांकितपदम् आधृत्य प्रश्न-निर्माणं कुरुत- (रेखांकित पद के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए- )
(i) अत्र निराश्रिताः स्त्रियः ससम्मानं जीवनं यापयन्ति। (कः, के, काः)
उत्तराणि:
अत्र निराश्रिताः काः ससम्मानं जीवनं यापयन्ति।
(ii) रमाबाई उच्चशिक्षार्थ इंग्लैण्डदेशं गतवती। (कस्मै, कुत्र, किमर्थम्)
उत्तराणि:
रमाबाई किमर्थम् इंग्लैण्डदेशं गतवती।
(iii) रमाबाई 1858 तमे ख्रिष्टाब्दे जन्म अलभत। (कस्मिन्, कुत्र, कदा)
उत्तराणि:
रमाबाई कदा जन्म अलभत।
(iv) डोंगरे स्वपत्नीम् संस्कृतम् अध्यापयत्। (कम्, किम्, काम्)
उत्तराणि:
डोंगरे काम् संस्कृतम् अध्यापयत्।
(v) कालक्रमेण रमायाः पिता विपन्नः सञ्जातः। (कस्य, कया, कस्याः )
उत्तराणि:
कालक्रमेण कस्याः पिता विपन्नः सञ्जातः।
(2) अधोदत्तं वाक्यं पठित्वा प्रश्नानुसारेण शुद्धम् उत्तरम् कोष्ठाकात् चिनुत-(निम्नलिखित वाक्य पढ़कर प्रश्नानुसार कोष्ठक से शुद्ध उत्तर चुनिए- )
तदनन्तरं रमा स्व-ज्येष्ठ भ्रात्रा सह पद्भ्याम् समग्रं भारतम् अभ्रमत्।
(i) ‘अभ्रमत्’-क्रियापदस्य कः कर्ता? (रमा, भारतम्, तदनन्तरम्)
उत्तराणि:
रमा
(ii) ‘स्वज्येष्ठ-भ्रात्रा सह’ अत्र सह योगे का विभक्तिः ? (प्रथमा, तृतीया, षष्ठी)
उत्तराणि:
तृतीया
(iii) ‘समग्रम् भारतम्’-अत्र विशेषणपदम् किम्? (समग्रम्, भारतम्)
उत्तराणि:
समग्रम्
(iv) ‘पद्भ्याम्’ – एतस्य पदस्य अर्थः कः? (पादैः, पादेन, पादाभ्याम्)
उत्तराणि:
पादाभ्याम्
(v) ‘तदनन्तरम्’ अस्य विच्छेदः कः? (तदनन्तरम्, तदनम्+तरम्, तत्+अनन्तरम्)
उत्तराणि:
तत्+अनन्तरम्।
RBSE Solution for Class 7 Sanskrit Chapter 5 पण्डिता रमाबाई, Study Learner