RBSE Solutions for Class 12 English Flamingo Chapter 5 Indigo
RBSE Solutions for Class 12 English Flamingo Chapter 5 Indigo
Lesson with Vocabulary & Hindi Translation
When I first …………….. of Nepal. (Page 46)
Word-Meanings : visit (विज़िट) = go to meet, मिलने जाना। central (सेन्ट्रल) = in the centre, मध्य। happen (हैपन) = occur, take place, घटित होना। decide (डिसाइड) = make up one’s mind, निश्चय करना। urge (अ:ज) = recommend, संस्तुति करना, आग्रह करना। departure (डिपा:चर) = leaving, प्रस्थान, गमन। annual (एन्युअल) = yearly, वार्षिक। convention (कन्वेंशन) = conference, सम्मेलन।
delegate (डेलिगेट) = representative, प्रतिनिधि। visitors (विज़िट:ज़) = those who come to see, मिलने वाले या दर्शक । proceedings (प्रसीडिंग्ज़) = a series of planned activities, कार्यवाही। recount (रिकाउन्ट) = teil, कहना। peasant (पेज़न्ट) = farmer, किसान। emaciated (इमेशिएटिड) = thin and weak, दुबला-पतला। foothills (फुहिल्ज़) = bottom of hills, तराई। towering (टाउअरिंग) = very high, बहुत ऊँचा, भव्य kingdom (किंग्डम) = empire, राज्य।
हिन्दी अनवाद- जब मैं सन् 1942 में गाँधीजी से, मध्य भारत में उनके आश्रम सेवाग्राम में पहली बार मिलने गया तो उन्होंने कहा, “मैं तुम्हें बताऊँगा कि कैसे मैंने अंग्रेजों के प्रस्थान का आग्रह करने का निश्चय किया। यह सन् 1917 की बात थी ।” वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के दिसम्बर 1916 के वार्षिक सम्मेलन के लिए लखनऊ गये थे।
वहाँ पर दो हजार तीन सौ एक प्रतिनिधि और बहुत से दर्शक थे। कार्यवाही के दौरान, गाँधीजी ने बताया, “किसी भी भारतीय किसान की तरह गरीब और दुबला-पतला दिखने वाला एक किसान मेरे पास आया और बोला, ‘मैं राजकुमार शुक्ला हूँ। मैं चम्पारण से हूँ और मैं चाहता हूँ कि आप मेरे जिले में आयें ।” गाँधीजी ने इस स्थान के बारे में कभी नहीं सुना था। यह ऊँचे हिमालय की तराई में नेपाल राज्य के समीप था ।
Under an ancient ………. he begged. (Pages 46-47)
Word-Meanings : ancient (एन्शन्ट) = very old, बहुत पुराना। arrangement (अरेन्जमन्ट) = agreement, समझौता। sharecropper (शेअॅक्रॉपर) = a farmer who gives part of his/her crop as rent to the owner of the land, बँटाईदार । illiterate (इलिटरट)= uneducated, अशिक्षित, निरक्षर । resolute (रेजल्यूट)= determined, दृढ़- निश्चयी। session (सेशन) = a formal meeting, सम्मेलन, बैठक।
complain (कम्प्ले न) = to say that you are annoyed, शिकायत करना। injustice (इन्जस्टिस) = unfair treatment, अन्याय। landlord (लैन्लॉड) = land owner, जमींदार। system (सिस्टम) = arrangement, व्यवस्था। probably (प्रॉबब्लि)= perhaps, शायद। appointment (अपॉइन्ट्मन्ट) = formal arrangement to meet somebody, मिलने की योजना।
committed (कमिटिड) = willing to give one’s time and energy to something, समर्पित, वचनबद्ध। accompany (अकम्पनि)= to travel with somebody, साथ जाना। follow (फॉलो)= to go after somebody, अनुगमन करना, पीछे-पीछे चलना। beg (बेग) = request, प्रार्थना करना।
हिन्दी अनुवाद- एक बहुत पुराने समझौते के अनुसार, चम्पारण के किसान बँटाईदार थे। राजकुमार शुक्ला उनमें से एक था । वह अनपढ़ था परन्तु दृढ़-निश्चयी था। वह बिहार में जमींदारी व्यवस्था के अन्याय के बारे में शिकायत करने के लिये कांग्रेस अधिवेशन में आया था और शायद किसी ने (उससे) कहा था, “गाँधीजी से बात करो।”
गाँधीजी ने शुक्ला से कहा कि उन्हें कानपुर में किसी से मिलना है और वह भारत के अन्य भागों में जाने के लिए भी वचनबद्ध हैं। शुक्ला हर जगह उनके साथ गया। फिर गाँधीजी अहमदाबाद के पास अपने आश्रम लौट आये । शुक्ला उनके पीछे-पीछे आश्रम तक आ पहुँचा। सप्ताहों तक उसने गाँधीजी का साथ बिल्कुल नहीं छोड़ा। “तारीख तय करो,” उसने प्रार्थना की।
Impressed by ………….. an untouchable ? (Page 47)
Word-Meanings : impressed (इम्प्रेस्ट) = influenced, प्रभावित होकर। tenacity (टनैसटि) = persistence, लगन। haunches (हॉन्चिज़) = the tops of legs and buttocks, कूल्हे। appointed (अपॉइन्टिड) = planned, नियत। spot (स्पॉट) = place, स्थान। board (बो:ड) = get into, चढ़ना। led (लेड) = took, ले गये। yeoman (यऊमन) = in Britain, in the past, a farmer who owned the land on which he worked, भूतकाल में ब्रिटेन में छोटा कृषक जो अपनी स्वयं की भूमि पर काम करता था ।
pester (पेस्टर)= to annoy somebody by asking him something many times, एक ही बात को बार-बार पूछ-पूछ कर परेशान करना। let (लेट) = allow, (करने) देना । took to be = समझा था । later (लेटर)= afterwards, बाद में । companion (कम्पैन्यन)= friend, साथी । draw (ड्रॉ)= take out, निकालना | pollute (पॅल्यूट) = to add dirty substance, प्रदूषित करना । entire (इन्टाइअर)= whole, सम्पूर्ण, पूरा । source (सोर्स)= origin, स्रोत। untouchable (अन्टचेब्ल) = of so called low caste, अछूत ।
हिन्दी अनुवाद- बँटाईदार की लगन और कहानी से प्रभावित होकर गाँधीजी ने कहा, “मुझे अमुक-अमुक तारीख को कलकत्ता में होना (रहना) है। आ जाना और मुझसे मिलना और मुझे वहाँ से ले जाना।” महीनों बीत गये । जब गाँधीजी आये तब शुक्ला कलकत्ता में नियत स्थान पर कूल्हों के बल बैठा था; उसने गाँधीजी के फुर्सत में आने तक प्रतीक्षा की। फिर दोनों बिहार के पटना शहर के लिए रेलगाड़ी में चढ़ गये। वहाँ शुक्ला
उन्हें एक वकील के घर ले गया जिनका नाम राजेन्द्र प्रसाद था जो बाद में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और भारत के राष्ट्रपति बने। राजेन्द्र प्रसाद कस्बे से बाहर थे किन्तु नौकर शुक्ला को एक ऐसे गरीब किसान के रूप में जानते थे जो उनके मालिक को नील की खेती करने वाले बँटाईदारों की सहायता करने के लिए बातें कर-करके परेशान करता रहता था।
इसलिए उन्होंने उसे व उसके साथी गाँधीजी को जिन्हें उन्होंने दूसरा किसान समझा, जमीन पर ठहरने की अनुमति दे दी। किन्तु गाँधीजी को कुएँ से पानी भरने की अनुमति इसलिए नहीं दी गई कि कहीं उनकी बाल्टी की कुछ बूंदें पूरे स्रोत (सारे कुँए के पानी) को गन्दा न कर दें; उन्हें कैसे पता चलता कि वह अछूत नहीं थे ? (अर्थात् राजेन्द्र प्रसाद के यहाँ काम करने वालों को गाँधीजी के अछूत होने की आशंका थी।)
Gandhi decided ……………… home-rule. (Pages 47-48)
Word-Meanings : en route to (एन् रूट टु) = on the way to, रास्ते में। obtain (अब्टेन) = get, प्राप्त करना। complete (कम्प्लीट) = exhaustive, पूरी। impart (इम्पा:ट) = to pass information to other people, अन्य व्यक्ति को जानकारी पहुँचाना । accordingly (अकॉडिग्लि) = for that reason, therefore, अतः।
seen (सीन)= met, मिल चुके थे। body (बॉडि) = group, समूह। extraordinary (इक्स्ट्रॉ :डत्रि) = unusual,comment (a z)= to express an opinion about something, Fouquit करना। harbour (हा:बर)= to give shelter, शरण देना, आश्रय देना, ठहराना। locality (लोकलटि)= settlement, बस्ती। sympathy (सिम्पथी)= fellow feeling, सहानुभूति। advocate (एड्वोकेट) = champion, पक्षधर। homerule (होम रूल)= own government, स्व-शासन ।
हिन्दी अनुवाद- स्थितियों के बारे में शुक्ला जितनी जानकारी दे सकता था उससे ज्यादा पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए गाँधीजी ने पहले मुजफ्फरपुर जाने का निर्णय लिया जो चम्पारण के रास्ते में था । अतः उन्होंने मुज्जफरपुर के कला महाविद्यालय के प्रोफेसर जे. बी. कृपलानी जिनसे वे टैगोर के शान्ति निकेतन में मिल चुके थे, के लिए एक तार भेज दिया। रेलगाड़ी 15 अप्रैल 1917 की मध्यरात्रि को पहुँची।
कृपलानी छात्रों के विशाल समूह के साथ स्टेशन पर प्रतीक्षा कर रहे थे। वहाँ गाँधीजी सरकारी स्कूल के अध्यापक प्रोफेसर मलकानी के घर दो दिन ठहरे। गाँधीजी ने टिप्पणी की, “उन दिनों एक सरकारी प्रोफेसर द्वारा मेरे जैसे व्यक्ति को ठहराना एक बड़ी असाधारण बात थी।” छोटे स्थानों पर स्व-शासन के पक्षधरों के प्रति सहानुभूति दिखाने में भारतीय लोग डरते थे।
The news ………………… from fear”. (Page 48)
Word-Meanings : advent (एड्वेन्ट) = arrival, आगमन। nature (नेचर)= basic quality, मूल प्रकृति। spread (स्प्रेड) = फैल गया । conveyance (कन्वेअन्स) = a vehicle, वाहन। champion (चैम्पिअन) = advocate, पक्षधर। called on (कॉल्ड ऑन) = came to meet, मिलने आये। brief (ब्रीफ) = to impart information in a nutshell, संक्षिप्त जानकारी देना। frequently (फ्रीक्वट्लि ) = often, अक्सर, प्रायः। reported (रिपोर्टिड)= told, बताया।
size of their fee = फीस का आकार (कि मुकदमा लड़ने की कितनी फीस लेते थे)। chide (चाइड)= scold, फटकारना। crushed (क्रश्ट) = downtrodden, कुचले हुए। fear-stricken (फ़िअर-स्ट्रिकन) = frightened, भयभीत। relief (रिलीफ) = comfort, राहत।
हिन्दी अनुवाद- गाँधीजी के आने और उनके मकसद की प्रकृति का समाचार शीघ्र ही मुजफ्फरपुर से होकर चम्पारण तक फैल गया। चम्पारण के बँटाईदार पैदल तथा वाहनों से अपने पक्षधर (हितैषी नेता) से मिलने आने लगे। मुजफ्फरपुर के वकील हालात की संक्षिप्त जानकारी देने के लिए गाँधीजी से मिले; वे समय-समय पर न्यायालय में किसान समुदाय का प्रतिनिधित्व करते रहते थे; उन्होंने उन्हें उनके (किसानों के)
केसों के बारे में बताया और अपनी फीस के आकार की जानकारी दी अर्थात् यह बताया कि वे कितनी फीस लेते थे । बँटाईदारों से बड़ी फीस लेने के कारण गाँधीजी ने वकीलों को फटकारा । उन्होंने कहा, “मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि हमें न्यायालयों में जाना बन्द कर देना चाहिए । इस प्रकार के मुकदमों को न्यायालयों में ले जाने से कोई भला नहीं होता। जहाँ किसान इतने कुचले हुए हैं और भयभीत हैं वहाँ न्यायालय बेकार हैं । भय से मुक्त होना ही उनके . लिए असली राहत है ।” ।
Most of the arable ……… money back. (Pages 48-49)
Word-Meanings : arable (ऐरबल) = cultivable, कृषि योग्य। estate (इस्टेट) = a large area of land, जागीर। own (ओन) = to have, अधिकार में रखना। tenant (टेनन्ट) = a person who pays rent for the use of land, काश्तकार। chief (चीफ) = main, मुख्य। commercial (कमशल) = of cash, व्यावसायिक। crop (क्रॉप) = harvest, फसल। indigo (इन्डिगो) = नील । compel (कम्पेल) = to force, मजबूर करना। three twentieths (थ्री ट्वेन्टिअथ्स) = 3/20, बीस में तीन भाग। holdings (होल्डिंग्ज़) = amount of property that is owned by a person, सम्पत्ति, यहाँ जमीन। surrender (सरेन्डर) = relinquish, त्यागना।
long term (लॉन्ग ट:म) = for a long time, दीर्घकालिक। contract (कॉन्ट्रैक्ट) = a written agreement, समझौता । develop (डिवेलप) = to grow bigger, तरक्की करना, विकास करना। synthetic (सिन्थेटिक) = chemically prepared, संश्लेषित। thereupon (देअअपॉन)= immediately after the situation mentioned, इस पर। obtain (अब्टेन)= get, प्राप्त करना। compensation (कम्पेन्सेशन) = क्षतिपूर्ति । release (रिलीज़) = to make free, मुक्त करना। arrangement (अरेन्जमन्ट) = agreement, समझौता।
irksome (अ:कसम) = annoying, irritating, tiresome, परेशानी भरा। willingly (विलिंग्लि ) = with one’s own will, जानबूझकर, स्वेच्छा से। resist (रिजिस्ट) = oppose, विरोध करना। engage (इंगेज) = employ, लगाना। hire (हाइअर) = employ, लगाना, किराये पर रखना। thug (ठग) = a criminal, अपराधी। meanwhile (मीन्वाइल) = in the meantime,
इस दौरान। हिन्दी अनुवाद- चम्पारण जिले की ज्यादातर कृषि योग्य भूमि बड़ी-बड़ी जागीरों में बँटी थी जिसके मालिक अंग्रेज थे और जिस पर भारतीय काश्तकार काम करते थे। मुख्य व्यावसायिक फसल ‘नील’ थी। जागीरदार काश्तकारों को पूरी जमीन के 3/20 भाग या 15 प्रतिशत पर नील बोने के लिए और नील की पूरी फसल को किराये के रूप में देने के लिए मजबूर करते थे। यह दीर्घकालिक समझौते के अन्तर्गत किया जाता था।
अब जागीरदारों को पता चला कि जर्मनी ने संश्लेषित नील विकसित कर लिया था। इस पर, उन्होंने 15 प्रतिशत की व्यवस्था से मुक्त होने के लिए काश्तकारों से क्षतिपूर्ति प्राप्त करने के लिए समझौते करवा लिए। साझा फसल का समझौता किसानों के लिए परेशानी-भरा था और बहुतों ने स्वेच्छा से हस्ताक्षर कर दिए। जिन्होंने विरोध किया उन्होंने वकील कर लिए; जागीरदारों ने ठगों को किराये पर रख लिया। इसी दौरान संश्लेषित नील की सूचना उन अनपढ़ किसानों तक पहुँच गई जिन्होंने हस्ताक्षर कर दिए थे और उन्होंने अपने पैसे वापस माँगने चाहे।
At this point. …………… disobey the order. (Pagas 09-50)
Word-Meanings : arrive (अराइव) = to reach, पहुँचना। fact (फैक्ट) = true information, तथ्य। association (असोसिएशन) = organisation, संगठन। outsider (आउटसाइडें) = बाहरी व्यक्ति। call on (कॉल ऑन) = meet, मिलना। commissioner (कमिश्नर) = आयुक्त। lay (ले) = situated, पड़ता था।
proceed (प्रसीड) = come forward, आगे बढ़ना। bully (बुलि) = to give threat, डराना, धमकाना। forthwith (फो:श्विथ) = without delay, immediately, शीघ्र, बिना देर किये। instead (इन्स्टेड) = in lieu, के बजाय। multitude (मल्टिट्यूड) = crowd, भीड़। greet (ग्रीट) = welcome, स्वागत करना investigation (इन्वेस्टिगेशन)= probe, जाँच।
maltreat (मैलट्रीट) = to treat badly, दुर्व्यवहार करना। messenger (मेसेन्जर) = envoy, दूत, सन्देशवाहक। overtake (ओवटेक) = वाहन, व्यक्ति आदि के पीछे से आकर आगे निकल जाना । carriage (कैरिज) = vehicle, वाहन। comply (कम्प्लाइ) = to obey, आज्ञा मानना। drove him = उन्हें गाड़ी में बैठाकर लाया। served (सॅ:व्ड) = दिया । quit (क्विट) = to leave, छोड़ना। disobey (डिस्ओ बे) = आज्ञा न मानना।
हिन्दी अनुवाद- ऐसे समय पर गाँधीजी चम्पारण पहुँचे।उन्होंने तथ्यों को प्राप्त करने की कोशिश से (अपना काम) शुरू किया। सबसे पहले वे अंग्रेज जमींदारों के संगठन के सचिव से मिले। सचिव ने उनसे कहा कि वे किसी बाहरी आदमी को कोई जानकारी नहीं दे सकते । गाँधीजी ने उत्तर दिया कि वह कोई बाहरी आदमी नहीं थे ।
फिर, गाँधीजी तिरहुत डिवीजन जिसमें चम्पारण जिला पड़ता था उसके ब्रिटिश अधिकारी कमिश्नर से मिले। गाँधीजी बताते हैं, “कमिश्नर मुझे डराने-धमकाने लगा और मुझे तुरन्त तिरहुत छोड़ने की सलाह दी।” गाँधीजी ने (तिरहुत) नहीं छोड़ा। बजाय इसके, वे चम्पारण की राजधानी मोतिहारी की ओर चल पड़े। कई वकील उनके साथ चले। रेलवे स्टेशन पर एक विशाल भीड़ ने गाँधीजी का स्वागत किया। वे एक घर पर गये और उसे
मुख्यालय की तरह काम में लेते हुए अपनी जाँच जारी रखी। एक सूचना आई कि पास के गाँव में एक किसान के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। गाँधीजी ने जाकर देखने का निश्चय किया; अगली सुबह वे एक हाथी की पीठ पर बैठकर निकल पड़े। वे ज्यादा दूर नहीं गये थे कि पुलिस सुपरिन्टेन्डेन्ट का सन्देशवाहक आ पहुँचा और उन्हें अपने वाहन में कस्बा लौटने का आदेश दिया। गाँधीजी ने आज्ञा का पालन पिया। सन्देशवाहक गाँधीजी को अपनी गाड़ी में बिठाकर घर लाया जहाँ उसने उन्हें तुरन्त चम्पारण छोड़ने की आधिकारिक सूचना दी। गाँधीजी ने रसीद पर हस्ताक्षर किए और इस पर लिखा कि वह आदेश का उल्लंघन करेंगे। |
In consequence …………….. their superiors. (Page 50)
Word-Meanings : in consequence (इन कन्सीक्वन्स) = as a result, परिणामस्वरूप। received (रिसीव्ड) = got, प्राप्त किया। summons (समन्ज़) = order of the court, कानूनी आदेश। appear (अपिअर) = to be present, उपस्थित होना। remained (रिमेइन्ड) = kept, रहे। awake (अवेक) = without sleep, जगे हुए। influential (इन्फ्लू अन्शल) = resourceful, प्रभावशाली। instruction (इन्स्ट्रक्शन) = direction, हिदायत, निर्देश।
wired (वायर्ड) = sent through wire, तार द्वारा भेजी। black with peasants = किसानों से भर गया । merely (मिअर्लि)= only, सिर्फ, केवल। trouble (ट्रब्ल) = difficulty, परेशानी। authorities (अथॉरिटीज़) = officials, अधिकारी लोग। spontaneous (स्पॉन्टेन्यस) = natural, सहज। demonstration (डेमॉन्स्ट्रेशन)= show, प्रदर्शन। liberation (लिबरेशन) = freedom, स्वतन्त्रता, मुक्ति । co-operation (को-ऑपरेशन) = help, सहायता । regulate (रेग्यूलेट) = to control, नियन्त्रित करना। concrete (कॉन्क्रीट) = solid, ठोस। might (माइट) = power, शक्ति। hitherto (हिदरटु) = till now, अब तक। dreaded (ड्रेडिड) = that causes fear, डराने वाली |
unquestioned (अन्क्वे श्चन्ड) = unopposed, विरोधविहीन। baffled (बैफ़ल्ड) = perplexed, चकरा गई । prosecutor (प्रोसिक्यूटर) = advocate to the plantiff, वादी/पक्षकार का वकील। postpone (पोस्टपोन) = स्थगित करना। trial (ट्राइअल) = hearing, सुनवाई। apparently (एपारट्लि ) = obviously, स्पष्टतः। consult (कन्सल्ट) = to take advice, सलाह-मशविरा करना, विचार-विमर्श | superiors (सुपरिअज़) = higher officers, उच्चाधिकारी।
हिन्दी अनवाद- परिणामस्वरूप, गाँधीजी को अगले दिन न्यायालय में उपस्थित होने का कानूनी आदेश मिल गया। पूरी रात गाँधीजी जागते रहे। उन्होंने राजेन्द्र प्रसाद को प्रभावशाली मित्रों के साथ बिहार से आने के लिए तार किया। उन्होंने आश्रम के लिए निर्देश भेजे। उन्होंने तार द्वारा पूरी रिपोर्ट वायसराय को भेजी ।सुबह मोतिहारी कस्बा किसानों से भर गया। वे नहीं जानते थे कि दक्षिण अफ्रीका में गाँधीजी ने क्या किया था।
उन्होंने सिर्फ यह सुना था कि कोई महात्मा जो उनकी सहायता करना चाहता है वह अधिकारियों के साथ उलझ गया था । न्यायालय के इर्द-गिर्द हजारों की संख्या में उनका सहज प्रदर्शन अंग्रेजों के भय से उनकी मुक्ति की शुरुआत थी। गाँधीजी के सहयोग के बिना अधिकारी असहाय महसूस कर रहे थे। उन्होंने (गाँधीजी ने) भीड़ को नियन्त्रित करने में उनकी (अधिकारियों की) मदद की। वे विनम्र और मिलनसार थे।
वे उनको अर्थात् अधिकारियों को (इस बात का) ठोस प्रमाण दे रहे थे कि अब तक डराने वाली और विरोध-विहीन उनकी शक्ति को भारतीयों द्वारा चुनौती दी जा सकती थी । सरकार चकरा गई थी। पक्षकार के वकील ने (सरकारी वकील ने) जज से सुनवाई टालने का आग्रह किया। स्पष्ट था, अधिकारीगण अपने उच्चाधिकारियों से विचार-विमर्श करना चाहते थे।
Gandhi protested …………………….. at liberty. (Page 50)
Word-Meanings : protest (प्रोटेस्ट) = oppose, प्रतिवाद करना, विरोध करना । delay (डिले) = period of wait, देरी। plead guilty (प्लीड गिल्टि)= confess guilt, अपराध स्वीकार करना। involved (इन्वॉल्व्ड) = taking part in something, लिप्त । conflict (कॉन्फ्लिक्ट) = situation of disagreement, विरोधाभास। on the one hand (ऑन द वन हैण्ड) = एक ओर। on the other hand (ऑन दी अर्द्र हैण्ड) = दूसरी ओर ।
render (रेन्डॅ) = give, देना। humanitarian (ह्यूमनिटेरिअन)= pertaining to human beings, मानवीय । disregard (डिस्त्रिगा:ड)= disobey, उल्लंघन करना। want (वान्ट)= अभाव । obedience (ओबीडिअन्स)= willingness to do something, आज्ञाकारिता। conscience (कॉन्शन्स)= the part of mind that tells you whether your actions are right or wrong, विवेक। penalty (पेनल्टि) = punishment, दण्ड। due (ड्यू) = reasonable, उचित। announce (अनाउन्स) = proclaim, घोषित करना। pronounce (प्रनाउन्स) = say, बोलना।
sentence (सेन्टन्स) = punishment, decision, दण्ड, निर्णय। recess (रीसेस) = break, मध्यान्तर। furnish (फ़:निश) = to provide, to supply, देना। bail (बेल) = release, जमानत। refuse (रिफ्यूज़) = to say no to something, मना करना। reconvened (रीकन्वीन्ड) = started after a break, फिर से शुरू हुई । deliver (डिलीवर) = pronounce, सुनाना। several (सेवरल) = a number of, कई। liberty (लिब:टि) = freedom, स्वतन्त्र ।।
हिन्दी अनुवाद- गाँधीजी ने इस देरी का विरोध किया। उन्होंने अपराध स्वीकार करते हुए एक कथन पढ़ा। उन्होंने न्यायालय में बताया कि वे “कर्त्तव्य के विरोधाभास” में फंसे थे – एक तरफ, कानून तोड़ने वाले के रूप में एक बुरा उदाहरण पेश नहीं करना चाहते; दूसरी तरफ, “मानवीय और राष्ट्रीय संवा” करना चाहते थे जिसके लिए वे आये थे।
उन्होंने जाने के आदेश का उल्लंघन किया, “कानूनी अधिकारियों के प्रति आदर के अभाव के कारण नहीं, वरन् हमारे अस्तित्व के और भी बड़े कानून-आत्मा की आवाज का पालन करते हुए।” उन्होंने उचित दण्ड की माँग की। मजिस्ट्रेट ने घोषणा की कि वह दो घण्टे के अवकाश के बाद निर्णय सुनायेगा और उन 120 मिनटों के लिए गाँधीजी से जमानत देने के लिए कहा।
गाँधीजी ने मना कर दिया। जज ने उन्हें बिना जमानत के छोड़ दिया। जब अदालत फिर शुरू हुई तो जज ने कहा कि वह कई दिन तक फैसला नहीं सुनायेगा। इस दौरान उसने गाँधीजी को स्वतंत्र रहने की अनुमति दे दी ।
Rajendra Prasad, ……. court arrest. (Page 51)
Word-Meanings : prominent (प्रॉमिनन्ट) = chief, प्रमुख। confer (कन्फॅ) = to discuss, विचार-विमर्श-करना। sentence (सेनटॅन्स) = punishment, सजा । prison (प्रिज़न) = jail, जेल। demanded (डिमान्डिड) = asked, पूछा। withdrew (विद्ड्र) = went back, पीछे हट गये। upshot (अपशॉट) = outcome, परिणाम। consultation (कन्सल्टेशन)= discussion, विचार-विमर्श stranger (स्ट्रेन्ड) = outsider, बाहरी व्यक्ति ।
for the sake of (फ़ॉ द सेक ऑव) = के लिए। resident (रेज़ीडन्ट) = dweller, निवासी। adjoining (एड्जॉइनिंग) = nearly, आस-पास के। claim (क्लेम) = boast, दावा करना। shameful (शेम्फल) = that which makes somebody feel ashamed, शर्मनाक। desertion (डिज़:शन) = leaving a place, पलायन, भाग जाना ।
accordingly (अकॉ:डिंग्लि ) = as per above mentioned plan, तदनुसार । battle (बैटल) = war, युद्ध, लड़ाई । exclaim (इक्स्क्ले म) = to say something in awe or amazement, विस्मय के साथ कहना । order (ऑ:डॅ) = sequence, क्रम । court arrest (को:ट अरेस्ट) = to offer to go in jail, गिरफ्तारी देना ।
हिन्दी अनुवाद- राजेन्द्र प्रसाद, ब्रज किशोर बाबू, मौलाना मज़हरुल हक तथा अन्य कई प्रमुख वकील बिहार से आ चुके थे। उन्होंने गाँधीजी से विचार-विमर्श किया। गाँधीजी ने पूछा कि यदि उन्हें जेल भेजने की सजा सुनाई गई तो वे क्या करेंगे। आश्चर्यचकित होकर वरिष्ठ वकील ने उत्तर दिया, वे उन्हें सलाह देने और सहायता करने आये थे; यदि गाँधीजी जेल चले जायेंगे तो सलाह लेने के लिए कोई नहीं होगा और वे घर चले जायेंगे। गाँधीजी ने पूछा- बँटाईदारों के साथ होने वाले अन्याय का क्या होगा ।
वकील विचार-विमर्श के लिए पीछे हट गये। राजेन्द्र प्रसाद ने उनके विचार-विमर्श का परिणाम लिख लिया – “उन्होंने आपस में सोचा कि गाँधीजी एकदम बाहरी व्यक्ति थे तो भी वे किसानों के लिए जेल जाने को तैयार थे, दूसरी ओर वे लोग जो न केवल ,आस-पास के जिलों के निवासी थे वरन् जो ऐसा दावा भी करते थे कि उन्होंने किसानों की सेवा की थी, यदि वे किसानों को इस तरह छोड़कर चले जायेंगे तो यह शर्मनाक पलायन होगा।”
तदनुसार ही वे गाँधीजी के पास वापस गये और उन्हें बताया कि वे उनके पीछे-पीछे जेल जाने को तैयार थे। उन्होंने विस्मयपूर्ण प्रसन्नता के साथ कहा, “चम्पारण की लड़ाई जीत ली गई है।” फिर उन्होंने कागज का एक टुकड़ा लिया और (वकीलों के) समूह को (दो-दो के) जोड़ों में विभक्त किया और (कागज पर लिखकर) क्रम तय कर दिया जिस क्रम से प्रत्येक जोड़े को गिरफ्तारी देनी थी।
Several days ………… not return. (Pages 51-52)
Word-Meanings : communication (कम्यूनिकेशन)= message, संदेश । province (प्रोविन्स)= state, राज्य। drop (ड्रॉप) = withdraw, समाप्त करना । civil disobedience (सिविल डिस्ऑबिडन्स) = सविनय अवज्ञा । triumphed (ट्राइअम्पट) = won, जीत हो गई थी । conduct (कन्डक्ट) = set up, बिठाना, करना ।
far flung (फार फ़्लंग) = व्यापक | grievance (ग्रीवान्स) = complaints, शिकायत। deposition (डिपोज़िशन) = a formal statement taken from somebody and used in court, बयान, साक्ष्य । notes (were) made = टिप्पणियाँ लिखी गईं । evidence (एविडन्स) = गवाही, बयान । document (डॉक्यूमन्ट)= official paper, अभिलेख । throb (थ्रॉब)= pulsate, कपित होना । activity (एक्टिविटि)= movement, हलचल, गतिविधि।
investigator (इनवेस्टिगइटें)= अन्वेषक, जाँच करने वाला । vehement (वेहमन्ट)= violent, उग्र । protest (प्रोटेस्ट)= opposition, प्रतिवाद, विरोध । was summoned to (वॉज़ समन्ड टु) = के पास बुलाया गया । leading (लीडिंग)= prominent, प्रमुख I associate (असोशिएट) = assistant, सहयोगी । laid detailed plans = विस्तृत योजना बनाई ।
हिन्दी अनुवाद- कई दिन बाद गाँधीजी को यह जानकारी देते हुए मजिस्ट्रेट का लिखित सन्देश मिला कि राज्य के लेफ्टिनन्ट गवर्नर ने केस समाप्त करने का आदेश दिया था । आधुनिक भारत में पहली बार सविनय अवज्ञा की जीत हुई थी। गाँधीजी और वकीलों ने किसानों की शिकायतों की व्यापक स्तर पर जाँच का कार्य करना प्रारम्भ किया।
लगभग दस हजार किसानों के बयान लिखे गये और अन्य साक्ष्यों के आधार पर टिप्पणियाँ लिखी गईं । दस्तावेज जुटाए गये। पूरा क्षेत्र जाँचकर्ताओं की गतिविधियों तथा जमींदारों के उग्र प्रतिवाद से कंपित हो गया। जून में गाँधीजी को लेफ्टिनेन्ट गवर्नर सर एडवार्ड गैट के पास बुलाया गया। जाने से पहले गाँधीजी अपने प्रमुख सहयोगियों से मिले और न लौटने की स्थिति में फिर से सविनय अवज्ञा की विस्तृत योजना तैयार की।
Gandhi had …….. asked Gandhi. (Page 52)
Word-Meanings : protracted (प्रोट्रेक्टिड) = lasting for a long time, prolonged, लम्बे समय तक चलने वाले। as a result = परिणामस्वरूप | appointed (अपॉइन्टिड्) = नियुक्त किया । commission (कमिशन) = a group of officials, आयोग। consist of (कन्सिस्ट ऑव) = made of, बना हुआ था/में शामिल थे । sole (सोल) = only, एकमात्र। representative (रेप्रिजेन्टटिव)= delegate, प्रतिनिधि। initial (इनिशल) = in the beginning, शुरु में। uninterrupted (अन्इन्टेरप्टिड) = without break, लगातार |
undertake (अण्ड:टेक्) = लेना, करना I casually (कैशुअलि) = not seriously, बिना गम्भीरता के। entreaty (इन्ट्रीटि) = request, प्रार्थना। unlettered (अनलैटर्ड) = illiterate, अनपढ़। expectation (इक्स्पे क्टेशन) = belief that something will happen, अपेक्षा. सम्भावना। it would last a few days = इसकी कुछ दिन चलने की संभावना थी | occupy (ऑक्युपाइ) = remaining busy doing something, समय लगाना।
assemble (असेम्बल) = gather, इकट्ठा करना। crushing (क्रशिंग) = पूर्णतया या बुरी तरह से हराने वाले, ठोस। evidence (एविडंस) = सबूत, साक्ष्य । mountain (माउन्टेन) = ढेर सारे । planter (प्लान्टर) = landlord, जमींदार। in principle (इन प्रिन्सिपल) = theoretically, सिद्धान्ततः। make refunds (मेक रिफन्ड्ज़ )= to give back money, पैसा वापिस देना।
हिन्दी अनवाद- गाँधीजी ने लेफ्टिनेन्ट गवर्नर से चार लम्बी मुलाकातें कीं, परिणामस्वरूप उसने (लेफ्टिनेन्ट गवर्नर ने) नील बँटाईदारों की हालत का पता लगाने के लिए एक आधिकारिक आयोग गठित कर दिया। आयोग में शामिल थे-जमींदार, सरकारी अधिकारी और किसानों के एकमात्र प्रतिनिधि गाँधीजी स्वयं । गाँधीजी शुरू में सात माह तक लगातार चम्पारण में रहे और फिर कई बार थोड़े-थोड़े समय के लिए जाते रहे।
एक अनपढ़ किसान की प्रार्थना पर की गई आकस्मिक यात्रा, जिसकी कुछ ही दिन चलने की सम्भावना थी, ने गाँधीजी के जीवन का लगभग एक साल ले लिया आधिकारिक जाँच ने बड़े-जमींदारों के विरुद्ध ढेर सारे ठोस सबूत इकट्ठा कर लिये और जब उन्होंने (सरकारी अधिकारियों ने) इसे देखा तो वे सिद्धान्ततः किसानों को पैसा वापिस करने के लिए सहमत हो गये। उन्होंने गाँधीजी से पूछा, “किन्तु हमें कितना चुकाना होगा?”
They thought …………….. learned courage. (Pages 52-53)
Word-Meanings : illegally (इलिगलि) without any legal base, गैर कानूनी। deceitfully (डिसिट्फ़लि)= deceivingly, धोखे से। extort (इक्स्टॉ :ट) = to take by force, छीनना, ऐंठना। adamant (एडमन्ट) = stubborn, अडिग। observed (ऑब्जव्ड) = noticed, देखा। at close range (एट क्लोज़ रेन्ज) = closely, नजदीक से। give way (गिव वे) = surrender, आत्म समर्पण करना, मनाना |
planters (प्लान्टज़) = जमींदारों। extent (इक्स्टे न्ट)= limit, सीमा। amazement (अमेज़मन्ट) = surprise, आश्चर्य। took him at his word (Phrase) = (जमींदारों के प्रतिनिधि) के कथन से उसी को बाँध दिया अर्थात् उसी की बात पकड़ ली । deadlock (डेड्लॉक) = resistance, गतिरोध। thus breaking the deadlock = इस प्रकार गतिरोध को समाप्त कर दिया । settlement (सैटल्मन्ट) = agreement, समझौता।
adopt (अडॉप्ट) = take, लेना। unanimously (यूनेनिमस्लि ) = without any opposition, निर्विरोध। oblige (ऑब्लाइज़) = force, मजबूर करना। surrender (सरेन्डर) = give in, आत्मसमर्पण करना। prestige (प्रेस्टीज) = status, प्रतिष्ठा। lords (लॉ:ड्ज़) = people of high social class, उच्चस्तर के व्यक्ति | right (राइट) = a legal claim, अधिकार । defender (डिफेण्डर) = protector, रक्षा करने वाला। courage (करिज) = valour, साहस ।
हिन्दी अनुवाद- उन्होंने (सरकारी अधिकारियों ने) सोचा कि गाँधीजी पूरा पैसा वापस माँगेंगे जो उन्होंने गैर कानूनी रूप से व धोखे से बँटाईदारों से ऐंठा था। उन्होंने सिर्फ पचास प्रतिशत माँगा। एक अंग्रेज मिशनरी आदरणीय J.Z. Hodge जिन्होंने चम्पारण की पूरी घटना नजदीक से देखी थी ने लिखा, “वहाँ वह (गाँधीजी) जिद्दी या हठी प्रतीत हुए ।”
“शायद यह सोचकर कि वह (गाँधीजी) नहीं मानेंगे, जमींदारों के प्रतिनिधि ने 25 प्रतिशत तक लौटाने का प्रस्ताव किया और उसके (जमींदारों के प्रतिनिधि के) आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब गाँधी ने उसकी बात पकड़ ली और इस तरह गतिरोध समाप्त कर दिया।”
इस समझौते को आयोग ने निर्विरोध स्वीकार कर लिया। गाँधीजी ने समझाया कि वापसी की रकम इस तथ्य की अपेक्षा कम महत्त्वपूर्ण थी कि जमींदार लोग धन का कुछ हिस्सा देने के लिए मजबूर हो गये और इसके साथ ही अपनी प्रतिष्ठा का कुछ हिस्सा भी देने को मजबूर हो गये। इसलिए, जहाँ तक किसानों का सवाल था, जमींदारों ने उनके साथ ऐसे बड़े आदमियों जैसा व्यवहार किया था मानो वे कानून से ऊपर हों । अब जबकि किसान ने देख लिया कि उसके पास अधिकार और रक्षक थे तो उसने साहस करना सीख लिया ।
Events justified …………….. castor oil. (Page 53)।
Word-Meanings : event (इवेन्ट) = a thing that happens, घटना। justify (जस्टिफाई) = to show that something is reasonable, उचित ठहराना। abandon (अबैन्डन) = to give up, त्यागना, छोड़ना। revert (रिव:ट)= to return something to its original owner, मूल मालिक को लौटाना। disappeared (डिस्अपिअर्ड)= came to an end, समाप्त हो गई । content (कन्टेन्ट) = satisfy, सन्तुष्ट होना। economic (इकॉनॉमिक) = connected with trade and wealth, आर्थिक। solution (सलूशन) = a way of solving a problem, समाधान।
cultural (कल्चरल) = of culture, सांस्कृतिक। backwardness (बेकवःड्नस) = the state of having made less progress,disciple = follower, frei volunteer (arstafesy) = to offer to do something, पेशकश करना। distant (डिस्टन्ट) = remote, दूरवर्ती। cleanliness (क्लीन्लिनस) = state of being clean, स्वच्छता। community (कम्युनिटि) = a group of people, समुदाय। sanitation (सेनिटेशन) = cleanliness, स्वच्छता। miserable (मिज़रब्ल) = very unhappy, दयनीय, खराब। volunteer (atcrest) = to offer to do something without being forced to do or without being paid for it, स्वेच्छा से या निःशुल्क सेवा करने के लिए प्रस्तुत होना ।
castor oil (कास्टर ऑइल) = अरण्डी का तेला quinine (क्विनीन) = a drug, कुनैन। sulphur (सल्फॅ) = a substance, सल्फर, गन्धक। ointment (ऑइन्ट्मन्ट) = cream, क्रीम, मलहम, coated tongue (कोटिड टन्ग) = dirty tongue, मैलयुक्त जीभI dose (डोज़) = quantity taken at a particular time, मात्रा। eruptions (इरप्शन्ज़) = rashes, फोड़े, फुन्सी।
हिन्दी अनुवाद- घटनाओं ने गाँधीजी की स्थिति को सही सिद्ध किया। कुछ ही वर्ष में अंग्रेज जागीरदारों ने अपनी जागीरें छोड़ दीं जिन्हें किसानों को वापस दे दिया गया। Indigo की बँटाईदारी समाप्त हो गई।
गाँधीजी बड़े राजनीतिक तथा आर्थिक समाधानों से कभी भी सन्तुष्ट नहीं होते थे। उन्होंने चम्पारण के गाँवों में सांस्कृतिक तथा सामाजिक पिछड़ापन देखा और वह इस बारे में तुरन्त कुछ करना चाहते थे। उन्होंने अध्यापकों से निवेदन किया। दो युवक महादेव देसाई और नरहरि पारिख, जो अभी-अभी गाँधीजी के शिष्य बने थे, तथा उनकी पत्नियों ने काम के लिए स्वयं को प्रस्तुत किया। मुम्बई, पूना तथा अन्य दूरवर्ती भागों से कई लोग आ गये। गाँधीजी का सबसे छोटा पुत्र, देवदास आश्रम से आ गया और श्रीमती गाँधी (उनकी पत्नी) भी आ गईं। छ: गाँवों में प्राइमरी स्कूल खोले गये। कस्तूरबा वैयक्तिक स्वच्छता तथा सामुदायिक स्वच्छता पर आश्रम के नियम सिखाती थीं।
स्वास्थ्य के हालात दयनीय थे। गाँधीजी ने छः माह स्वेच्छा से सेवा करने के लिए एक डॉक्टर तैयार कर लिया। तीन दवाएँ उपलब्ध थीं- अरण्डी का तेल, कुनैन और गन्धक का मलहम। जिस किसी की जीभ पर मैल जमा होता था उसे अरण्डी का तेल दिया जाता था, मलेरिया बुखार वाले को कुनैन तथा अरण्डी का तेल दिया जाता, फोड़ा-फुन्सी वाले को गन्धक का मलहम तथा अरण्डी का तेल दिया जाता था।
Gandhi noticed ………… smell bad. (Page 53)
Word-Meanings: notice (नोटिस) = see, देखना। filthy (फिल्थि ) = dirty, गन्दी, गन्दा। cupboard (कबड) = almirah, अलमारी। long distance watch = किसी की दूर से रहकर निगरानी या देखभाल करना । instructions (इन्स्ट्रक्शन्ज़)= निर्देश । asked for = माँगते रहते थे । financial accounts (फिनन्शल अकाउण्टस्)= आर्थिक लेखा-जोखा ! trench (ट्रेन्च) = a ditch, बड़ा गड्ढा । dig (डिग) = खोदना । would begin to sniell bad = बदबू आने लगेगी।
हिन्दी अनुवाद- गाँधीजी ने महिलाओं के कपड़ों की गन्दी हालत देखी। उन्होंने कस्तूरबा से उनसे इस विषय में बात करने को कहा। एक औरत कस्तूरबा को अपनी झोंपड़ी में ले गई और बोली, “देखो, यहाँ कपड़ों के लिए कोई अलमारी या सन्दूक नहीं है। जो साड़ी मैंने पहन रखी है यही एकमात्र साड़ी मेरे पास है।” चम्पारण में अपने लम्बे ठहराव के दौरान, गाँधीजी अपने आश्रम पर दूर से निगाह रख रहे थे। वे डाक द्वारा नियमित निर्देश भेजते थे तथा आर्थिक लेखा-जोखा मँगाते रहते थे। एक बार अपने आश्रम के निवासियों को उन्होंने लिखा कि समय आ गया है कि latrine के पुराने गड्ढे भर दिये जायें तथा नये गड्ढे खोदे जायें अन्यथा पुराने (गड्ढों) में से बदबू आने लगेगी।
The Champaran ……….. bound together. (Page 54)
Word-Meanings : turning point (ट:निंग पॉइन्ट) = मोड़, महत्त्वपूर्ण घटना । defiance (डिफाइअन्स) = disobedience, अवहेलना। alleviate (एलिविएट) = remove, हटाना, कम करना । distress (डिस्ट्रस) = trouble, परेशानी, कष्ट । typical (टिपिकल)= characteristic of, विशिष्ट । politics (पॉलिटिक्स)= राजनीतिक विचारधाराएँ । intertwine (इन्ट:ट्वाइन)= woven, गुंथी हुई । practical (प्रैक्टिकल)= pragmatic, व्यावहारिक।
loyalty (लॉयल्टि) = faithfulness, वफादारी। abstractions (एब्स्ट्रै क्शन्ज़) = imaginary things , कल्पना की वस्तुएँ। living (लिविंग) = not dead, सजीव। moreover (मोरओवर) = and, इसके अलावा। mould (मोल्ड) = form, बनाना, ढालना। pacifist (पेसिफिस्ट) = a person who refuses to fight in a war, शांतिदूत। devoted (डिवोटिड) = having great love for something, समर्पित। follower (फॉलोअर) = one who follows, समर्थक, अनुगामी। jid farewell(बिड फ़ेवेल)= say good bye, विदा करना।
vehemently(वीअमटिल) = very strongly, पुरजोर ढंग से, सख्त। unequal fight = गैर बराबरी की या असमान लड़ाई | cause (कॉज़) = issue, मुद्दा । just (जस्ट) = fair, न्यायसंगत। rely upon (रिलाइ अपॉन) = depend upon, निर्भर होना। seek = ढूँढ़ना । prop (प्रॉप) = support, बैसाखी, सहारा। happens to be = संयोग से हैं । self- reliance (सेल्फ-रिलायन्स) = self dependence, आत्म-निर्भरता, स्वावलम्बन । all bound together = सब एक-दूसरे से जुड़े ।
हिन्दी अनुवाद- चम्पारण की घटना गाँधीजी के जीवन का एक महत्त्वपूर्ण मोड़ थी। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैंने बहुत साधारण काम किया था। मैंने घोषणा की कि अंग्रेज मेरे अपने देश में मुझे आदेश नहीं दे सकते हैं।” किन्तु चम्पारण की घटना अवज्ञा के एक कृत्य की तरह शुरू नहीं हुई। यह बड़ी संख्या में किसानों के कष्ट को दूर करने के एक प्रयास से उत्पन्न हुई।
यह गाँधीजी का अपना विशिष्ट तरीका था उनकी राजनीतिक विचारधाराएँ करोड़ों लोगों की रोजमर्रा की व्यावहारिक समस्याओं में गुंथी हुई थीं। उनकी वफादारी काल्पनिक चीजों में नहीं थी, यह वफादारी जीते-जागते मनुष्यों के प्रति थी। इसके अलावा, गाँधीजी जो कुछ करते उसमें वे एक नया स्वतन्त्र भारतीय ढालना चाहते थे जो अपने पैरों पर खड़ा हो सके और इस तरह भारत को स्वतन्त्र करा सके।
चम्पारण घटना के शुरू में ही एक अंग्रेज शांतिदूत Charles Freer Andrews जो महात्मा के समर्पित अनुयायी बन चुके थे, फिजी टापू पर अपनी सरकारी सेवा पर जाने से पूर्व गाँधीजी से विदाई लेने आये। गाँधी के वकील मित्रों ने सोचा कि Andrews का चम्पारण में ठहरना तथा उनकी मदद करना अच्छा होगा। Andrews रुकना चाहते थे यदि गाँधीजी सहमत होते । परन्तु गाँधीजी इसके सख्त खिलाफ थे।
उन्होंने कहा, “तुम्हें लगता है कि इस गैर बराबरी की लड़ाई में किसी अंग्रेज का हमारे पक्ष में होना फायदेमन्द होगा। इससे आपके हृदय की कमजोरी प्रकट होती है। मुद्दा न्यायसंगत है और युद्ध जीतने के लिए आपको अपने ऊपर ही निर्भर होना चाहिए। Mr Andrews जो संयोगवश एक अंग्रेज हैं, उनके रूप में आप बैसाखी न ढूँढें ।” राजेन्द्र प्रसाद कहते हैं, “उन्होंने हमारे मन की बात ठीक-ठीक जान ली थी और हमारे पास कोई उत्तर नहीं था … इस तरह गाँधीजी ने हमें स्वावलम्बन का पाठ पढ़ाया।” स्वावलम्बन, भारत की स्वाधीनता और बँटाईदारों की सहायता ये सब एक-दूसरे से जुड़े थे।
Textbook Questions and Answers
Question 1.
Why do you think Gandhi considered the Champaran episode to be a turning point in his life?
आपके अनुसार गाँधीजी चम्पारण प्रकरण को अपने जीवन का बदलाव बिन्दु क्यों मानते थे ?
Answer:
The Champaran episode was a turning point in Gandhi’s life because his method consisting of disobedience and acceptance of punishment came out successful. The whole nation came to know that they could oppose the British.
The peasants became aware of their strength and they came to know that if they were united, they could make the British landlords work on their own terms. This episode emerged as the first ray of hope for the Indians. Now the Britishers were no longer invincible for them and the peasants were no longer utterly fear-stricken poor fellows.
चम्पारण प्रकरण गाँधीजी के जीवन का बदलाव बिन्दु था क्योंकि अवज्ञा और दण्ड स्वीकार करने का उनका तरीका सफल साबित हुआ । पूरा देश जान गया कि वे अंग्रेजों का विरोध कर सकते थे । किसानों को अपनी शक्ति का अहसास हो गया और वे यह जान गये कि यदि वे संगठित रहेंगे तो वे अंग्रेज जमीदारों से अपनी शर्तों पर काम करवा सकते थे । यह प्रकरण भारतीयों के लिए आशा की पहली किरण की तरह निकलकर आया। अब उनके लिए अंग्रेज अजेय नहीं रह गये थे और किसान सिर्फ भयग्रस्त बेचारे नहीं थे ।
Question 2.
How was Gandhi able to influence lawyers ? Give instances.
गाँधीजी वकीलों को प्रभावित करने में किस तरह सफल हुए ? उदाहरण दीजिए ।
Answer:
Muzzafarpur lawyers told Gandhi about their cases and the amount of their fee. Gandhi rebuked the lawyers for collecting that much of fee from the poor peasants. Gandhi said that law courts were useless if the peasants were so crushed and fear stricken.
Again when Gandhi was going to be tried in the court at Motihari, he asked the lawyers what they would do if he was sent to prison. One of the lawyers said that they would go home if he was sent to prison. When the lawyers noticed that despite being a stranger Gandhi was ready to go to jail for the peasants, they felt ashamed. They promised to follow him. That is how Gandhi was able to influence the lawyers.
मुज्जफरपुर के वकीलों ने गाँधीजी को अपने केसों के बारे में तथा फीस की राशि के बारे में बताया। गाँधीजी ने इतनी ज्यादा फीस वसूलने पर वकीलों को फटकारा। गाँधीजी ने कहा कि यदि किसान इतने दबे हुए और भयभीत हैं तो अदालतें बेकार हैं । पुनः जब गाँधीजी की मोतिहारी की अदालत में सुनवाई की जानी थी तो गाँधीजी ने वकीलों से पूछा कि यदि उन्हें (गाँधीजी को) जेल भेज दिया गया तो वे क्या करेंगे।
एक वकील ने कहा कि यदि उन्हें जेल भेजा जायेगा तो वे घर चले जायेंगे । जब वकीलों ने देखा कि एक अजनबी होते हुए भी वे किसानों कि लिए जेल जाने को तैयार थे, तो उन्होंने शर्म महसूस की । उन्होंने उनका अनुसरण करने का वादा किया । इस तरह गाँधीजी ने वकीलों पर अपना प्रभाव डाला
Question 3.
What was the attitude of the average Indian in smaller localities towards advocates of ‘home-rule’ ?
छोटी जगहों पर रहने वाले औसत भारतीय का ‘स्वराज’ के पक्षधरों के प्रति क्या दृष्टिकोण था?
Answer:
The average Indians in smaller localities were utterly unorganised and helpless. So they were scared of the British. They did not entertain advocates of home rule at their houses. They did not have courage to show sympathy towards them.
छोटे स्थानों के औसत भारतीय एकदम असंगठित तथा असहाय थे। अतः वे अंग्रेजों से डरते थे। वे अपने घरों पर स्वराज्य के समर्थकों का आतिथ्य सत्कार नहीं करते थे । उनमें उनके प्रति सहानुभूति दिखाने का साहस नहीं था ।
Question 4.
How do we know that ordinary people too contributed to the freedom movement ?
हमें कैसे पता चलता है कि साधारण लोगों ने भी स्वतन्त्रता आन्दोलन में योगदान किया था ?
Answer:
The freedom movement was for the ordinary people. No leader could do anything for ordinary people without their involvement. So the contribution of ordinary people could never be ruled out in this case also. Gandhi wanted the ordinary people to be courageous and fearless.
The people showed their courage by following Gandhi. When the peasants of Motihari knew that Gandhi was in trouble, they gathered around the court where Gandhi was summoned. Even the British authorities could not control them. This shows that without the participation of the common men, the freedom movement could not have become successful.
स्वतन्त्रता आन्दोलन सामान्य जन के लिए ही था । लोगों की भागीदारी के बिना कोई नेता उनके लिए कुछ नहीं कर सकता था । अतः इस मामले में भी जन भागीदारी को नकारा नहीं जा सकता था । गाँधीजी चाहते थे कि आमजन साहसी व निर्भीक बने । लोगों ने गाँधी का अनुगमन कर अपने साहस का परिचय दिया ।
अगर किसान संगठित न होते तो गाँधीजी उनके लिए कुछ भी नहीं कर पाते । जब मोतीहारी के किसानों को पता चला कि गाँधीजी परेशानी में हैं तो वे लोग न्यायालय के चारों ओर जमा हो गये जहाँ गाँधीजी को बुलाया गया था । ब्रिटिश अधिकारी भी उन्हें नियन्त्रित न कर सके । इससे पता लगता है कि आमजन की सहभागिता के बिना, स्वतन्त्रता आन्दोलन सफल नहीं हो सकता था ।
Think as you read (Page 47)
- Strike out what is not true in the following :
(निम्नलिखित में जो सही नहीं हो उसे काटो
Question 1.
a. Rajkumar Shukla was
(i) a sharecropper
(ii) a politician
(iii) delegate
(iv) a landlord
Answer:
(ii) a politician
b.Rajkumar Shukla was :
(i) poor
(ii) physically strong
(iii) illiterate
Answer:
(ii) physically strong
Question 2.
Why is Rajkumar Shukla described as being resolute ?
राजकुमार शुक्ला को दृढ़-निश्चयी क्यों बताया गया है ?
Answer:
Rajkumar Shukla wanted Gandhiji to visit Champaran. Gandhiji was not in a position to visit Champaran immediately. Rajkumar accompanied Gandhiji wherever he went. At last Gandhiji went with him. That is why he is described as being resolute.
राजकुमार शुक्ला चाहते थे गाँधीजी चम्पारण की यात्रा करें । गाँधीजी ऐसी स्थिति में नहीं थे कि तुरन्त चम्पारण की यात्रा कर सकें । राजकुमार, जहाँ भी गाँधीजी गये, उनके साथ गये थे । अन्तत: गाँधीजी ने एक तिथि तय की । राजकुमार शुक्ला ने उनसे अपनी बात मनवा ली । यही कारण है कि उनको दृढ़-निश्चयी बताया गया है ।
Question 3.
Why do you think the servants thought Gandhi to be another peasant?
आपके विचार से नौकरों ने गाँधीजी को एक अन्य किसान क्यों समझा ?
Answer:
Rajkumar Shukla was a peasant. He would visit Rajendra Prasad regarding peasants’ problems. Gandhiji accompanied Rajkumar Shukla. So the servants thought that he (Gandhiji) was also a peasant.
राजकुमार शुक्ला एक किसान थे । किसानों की समस्याओं को लेकर वह राजेन्द्र प्रसाद के यहाँ जाया करते थे । गाँधीजी राजकुमार शुक्ला के साथ गये थे । इसलिए नौकरों ने सोचा कि वह भी एक किसान थे।
Think as you read (Page 49)
Question 1.
List the places that Gandhi visited between his first meeting with Shukla and his arrival at Champaran.
शुक्ला से पहली मुलाकात और चम्पारण पहुँचने के बीच गाँधीजी ने जिन स्थानों की यात्रा की उनकी सूची बनाओ।
Answer:
Gandhiji visited Cawnpore, his ashram near Ahmedabad, Calcutta, Patna and Muzzafarpur between his first meeting with Rajkumar Shukla at Lucknow and his arrival at Champaran.
गाँधीजी ने शुक्ला से लखनऊ में पहली मुलाकात और चम्पारण पहुँचने के बीचं कानपुर, अहमदाबाद के पास वाले अपने आश्रम, कलकत्ता, पटना तथा मुजफ्फरपुर की यात्रा की ।
Question 2.
What did the peasants pay the British landlords as rent? What did the British now want instead and why? What would be the impact of synthetic indigo on the prices of natural indigo ?
किसान अंग्रेज जागीरदारों को किराये के रूप में क्या देते थे ? अब इसकी जगह अंग्रेज क्या चाहते थे और क्यों ? संश्लेषित indigo का प्राकृतिक indigo की कीमत पर क्या प्रभाव पड़ता ?
Answer:
The peasants had to grow indigo on the 15% area of their land. They paid their whole indigo harvest to the British landlords as rent. The British wanted compensation to free them from their commitment. The prices of natural indigo would go down with the advent of synthetic indigo.
किसान अपनी जमीन के 15 प्रतिशत भाग पर नील उगाने के लिए मजबूर थे । वे किराये के रूप में अंग्रेज जागीरदारों को पूरा नील देते थे । अंग्रेज उन्हें उनके समझौते से मुक्त करने के बदले क्षतिपूर्ति चाहते थे । संश्लेषित नील के आ जाने पर प्राकृतिक नील की कीमत घट जाती ।
Think as you read (Page 51)
Question 3. The events in this part of the text illustrate Gandhi’s method of working. Can you identify some instances of this method and link them to his ideas of Satyagraha and non-violence ?
पाठ के इस अंश की घटनाओं में गाँधीजी की कार्यशैली के उदाहरण हैं । क्या आप इस कार्यशैली के उदाहरण पहचान सकते हो तथा उन्हें उनके सत्याग्रह तथा अहिंसा के विचार से जोड़ सकते हो ?
Answer:
Gandhiji arrived in Champaran and visited the concerned parties. He was asked to leave the place but he didn’t. Accompanied by several lawyers, he went to Motihari. A peasant had been maltreated in a nearby village. Gandhiji decided to go and see. He was served a notice to leave Champaran immediately. He wrote on the receipt that he would disobey the order.
As a result, he was asked to appear in the court the next day. He went to appear in the court but a great crowd of his supporters also gathered there.
Gandhiji helped the authorities in maintaining law and order. Gandhiji asked them to punish him as he had disobeyed Government order and told the authorities that he had done so for a greater cause. These are the instances that show that he had great faith in Satyagraha and non-violence.
गाँधीजी चम्पारण पहुँचे और सम्बन्धित पक्षों से मिले । उन्हें उस स्थान को छोड़ने के लिए कहा गया परन्तु उन्होंने स्थान नहीं छोड़ा । कई वकीलों के साथ वह मोतिहारी गए । पास के एक गाँव में एक किसान के साथ दुर्व्यवहार किया गया था । गाँधीजी ने जाकर देखने का निश्चय किया । उन्हें तुरन्त चम्पारण छोड़ने का एक नोटिस मिला ।
उन्होंने रसीद पर लिखा कि वे आदेश का उल्लंघन करेंगे । इसके परिणामस्वरूप उन्हें अगले दिन न्यायालय में उपस्थित होने को कहा गया । वह न्यायालय में उपस्थित होने गये लेकिन वहाँ उनके समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई । गाँधीजी ने कानून और व्यवस्था बनाये रखने में प्रशासन की मदद की ।
चूँकि गाँधीजी ने आज्ञा का उल्लंघन किया था अतः उन्होंने अंग्रेजों से उन्हें दण्ड देने के लिए कहा और उनसे कहा कि उन्होंने ऐसा किसी महानतर कार्य के लिए किया है । ये ऐसे उदाहरण हैं जो दर्शाते हैं कि उनका सत्याग्रह और अहिंसा में बहुत विश्वास था ।
Think as you read (Page 53)
Question 1.
Why did Gandhi agree to a settlement of 25 per cent refund to the farmers ?
किसानों को 25 प्रतिशत धन-वापसी के समझौते से गाँधीजी क्यों सहमत हो गये ?
Answer:
The British landlords agreed to make 25 percent refund to the peasants. Gandhi agreed to the settlement of 25 per cent refund to the farmers because for him the amount of money was not as important as the token victory of the peasants.
अंग्रेज जमींदारों ने किसानों को 25 प्रतिशत पैसा वापस करने की सहमति जताई । गाँधीजी किसानों को 25 प्रतिशत धन-वापसी के समझौते के लिए सहमत हो गये क्योंकि उनके लिए धन की मात्रा इतनी महत्त्वपूर्ण नहीं थी जितनी की किसानों की प्रतीकात्मक विजय थी।
Question 2.
How did the episode change the plight of the peasants ?
इस घटना में किसानों की दुर्दशा को कैसे बदल दिया ?
Or
What change did the Champaran episode bring about in lives of peasants ?
चम्पारण की घटना ने किसानों के जीवन की दशा किस प्रकार बदल दी ?
Or
How did Gandhiji help the poor in Champaran to achieve freedom from fear?
डर से मुक्ति पाने के लिए गाँधीजी ने चम्पारन में गरीबों की किस प्रकार सहायता की?
Answer:
The peasants in Champaran were sharecroppers. The British landlords had an agreement with them. The peasants were to grow indigo on 3/20 or 15 percent of their land. They were forced to give their whole indigo crop as rent to the British landlords.
With the advent of synthetic indigo, the British landlords asked for compensation from the peasants to free them from the agreement. Gandhiji led them in their struggle to get their right and succeeded too. After the episode of 25 percent refund of money, the farmers came to know that they had rights and their defenders too. They also learned to behave courageously. The British landlords were so much demoralised that they abandoned their estate which was given to the peasants and indigo sharecropping disappeared.
चम्पारण के किसान बंटाईदार थे । अंग्रेज जमीदारों ने उनके साथ एक समझौता कर रखा था । किसानों को अपनी 3/20 या 15 प्रतिशत जमीन पर नील उगानी थी । उन्हें अपनी परी नील की फसल किराये के रूप में अंग्रेज जागीरदारों को देने के लिए मजबूर किया जाता था ।
कृत्रिम नील के आने के साथ ही अंग्रेज जागीरदारों ने किसानों को समझौते से मुक्त करने के लिए क्षतिपूर्ति माँगी । गाँधीजी ने उनके अधिकारों को पाने के संघर्ष में उनका नेतृत्व किया और सफल भी हुए । 25 प्रतिशत धन वापसी के समझौते के बाद, किसान जान गये कि उनके पास अधिकार हैं तथा उनके रक्षक भी हैं ।
उन्होंने साहसपूर्वक व्यवहार करना भी सीख लिया । अंग्रेज जागीरदार इतने हतोत्साहित हो गये कि उन्होंने जमीनें छोड़ दीं जिन्हें किसानों को दे दिया गया और नील की बँटाईदारी समाप्त हो गई ।
Talking about the text
Discuss the following
Answer the following questions in about 20-25 words :
Question 1.
“Freedom from fear is more important than legal justice for the poor.” Do you think that the poor of India are free from fear after independence ?
“गरीबों के लिए भय से मुक्ति ज्यादा महत्त्वपूर्ण है, बजाय कानूनी न्याय के।” क्या आपको लगता है कि स्वतन्त्रता के बाद भारत के गरीब भय से मुक्त हैं ?
Answer:
Freedom from fear is the real freedom. Legal justice is to safeguard freedom. Legal justice is, in fact, a means to an end. An end is always more important than the means. Fear is serfdom. The poor of India are not fully free from fear even after independence.
Although, freedom ensures fearlessness yet what to say of the poor, even the rich are not fearless in India. The fear of district is all around there. Even the corrupt are not free from fear. The poor always live in the fear of being threatened, being insulted or losing their means of living. We pray to God Almighty for getting us all rid of this ubiquitous fear.
भय से स्वतन्त्र होना ही वास्तविक स्वतन्त्रता है । कानूनी न्याय स्वतन्त्रता का रक्षक है । कानूनी न्याय, वास्तव में उद्देश्य प्राप्ति का साधन है । उद्देश्य हमेशा साधन से ज्यादा महत्त्वपूर्ण होता है । भय ही दासता है । स्वतन्त्रता के पश्चात् भी भारत के गरीब पूरी तरह भय से मुक्त नहीं हैं ।
यद्यपि स्वतन्त्रता, निडरता की गारंटी है लेकिन फिर भी भारत में गरीबों का तो कहना ही क्या, धनवान व्यक्ति भी निडर नहीं हैं अविश्वास का डर सर्वत्र व्याप्त है । भ्रष्ट लोग भी भय से मुक्त नहीं हैं । गरीब लोग सदा धमकाये जाने, अपमानित किये जाने और जीविका खोने के भय में रहते हैं । हम सर्वशक्तिमान भगवान से इस सर्वत्र व्यापक भय से मुक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं
Question 2.
The qualities of a good leader.
अच्छे नेता के गुण ।
Answer:
The qualities of a good leader are as follows :
(1) Determined – A good leader should be determined. He should follow what he has once decided. He should not change his views and be true to his word.
(2) Fearless – He should be fearless. If he is fearful, he cannot meet any of the high authorities to protest anything going wrong in the society.
(3) True and Honest – If a man is true and honest, he will be respected everywhere. People will follow him.
(4) Hard-Worker – By his hard work, he can impress everybody and thus become a good leader.
(5) Devoid of Selfishness – A good leader is always devoid of selfishness and greed. The welfare of society is his prime aim. People respect and follow him.
अच्छे नेता के गुण निम्न हैं:
(1) दृढ़ निश्चयी – अच्छे नेता को दृढ़ निश्चयी होना चाहिए । जो कुछ उसने एक बार निर्णय कर लिया उसका उसे पालन करना चाहिए । उसे अपने विचार नहीं बदलने चाहिए और अपनी बात का पक्का होना चाहिए।
(2) निडर – उसे निडर होना चाहिए । यदि वह डरपोक है तो समाज में ‘गलत हो रही बातों के लिए वह उच्च अधिकारियों से उनका विरोध करने के लिए नहीं कह सकता है ।
(3) सच्चा और ईमानदार – अगर आदमी सच्चा और ईमानदार है तो उसका हर जगह सम्मान होगा । लोग उसका अनुगमन करेंगे ।
(4) कठोर परिश्रमी – अपने कठोर परिश्रम से वह सभी को प्रभावित कर सकता है और इस प्रकार एक अच्छा नेता बन सकता है।
(5) स्वार्थपरता से दूर – एक अच्छा नेता हमेशा ही स्वार्थपरता एवं लालच से दूर भागता है । समाज की भलाई उसका मुख्य उद्देश्य होता है । लोग उसका सम्मान और अनुगमन करते हैं ।
Working with words
Question 1.
List the words used in the text that are related to legal procedures. For example : deposition.
पाठ में आये ऐसे शब्दों की सूची बनाइये जो कानूनी प्रक्रियाओं से सम्बन्धित हैं । उदाहरण के लिए : deposition.
Answer:
List of the words used in the text that are related to legal procedures is as follows :
पाठ में आये कानूनी प्रक्रियाओं से सम्बन्धित शब्दों की सूची इस प्रकार है :
summon, notice, investigation, record, trial, pleading, guilty, penalty, sentence, bail, judgement, evidence, prosetutor, magistrate, appeal, statement, lawyer, commission, law-breaker, rights, protest etc.
Question 2.
List other words that you know that fall into this category.
अपने ज्ञान के अनुसार इस श्रेणी में आने वाले अन्य शब्दों की सूची बनाइये ।
Answer:
List of some other words that fall into this category is –
इस श्रेणी में आने वाले कुछ अन्य शब्दों की सूची है – disregard, appeal, procedure, crime, justice, over-ruled, witness, accused, judge, hearing, behind bars, court warrant etc.
Thinking about Language
Question 1.
Notice the sentences in the text which are in ‘direct speech’. Why does the author use quotations in his narration ?
पाठ में उन वाक्यों को देखो जो ‘direct speech’ में हैं । लेखक अपने वर्णन में उद्धरणों का प्रयोग क्यों करता है ?
Answer:
There are many sentences in the text which are in direct speech. They give effectiveness to the statement of the speaker.
पाठ में बहुत से वाक्य हैं जो कि ‘direct speech’ में हैं । वे वक्ता के कथन को प्रभावशाली बना देते हैं ।
Question 2.
Notice the use or non-use of comma in the following sentences —
निम्न वाक्यों में अल्प विराम (,) का प्रयोग होने या न होने पर ध्यान दीजिये
(a) When I first visited Gandhi in 1942 at his ashram in Sevagram, he told me what happened in Champaran.
(b) He had not proceeded far when the police superintendent’s messenger overtook him.
(c) When the court reconvened, the judge said he would not deliver the judgement for several days.
Answer:
Comma is a mark of punctuation. It is used to have a slight pause. In sentences (a) and (c) commas are used to show slight pause and intervals between two actions In sentence (b), there is no use of comma. No need of any slight pause in the sentence.
अल्प विराम एक विराम चिह्न है । इसका प्रयोग थोड़ा सा रुकने के लिए किया जाता है । वाक्य (a) तथा (c) में अल्पविराम थोड़ा रुकावट तथा दो कार्यों के बीच अंतराल दिखाने के लिए किया गया है । वाक्य (b) में अल्प विराम का प्रयोग नहीं किया गया है । वाक्य में थोड़ा रुकने की कोई आवश्यकता नहीं है।
Things to do
- Choose an issue that has provoked a controversy like the Bhopal Gas Tragedy or the Narmada Dam Project in which the lives of the poor have been affected.
भोपाल गैस त्रासदी या नर्मदा बाँध परियोजना जैसे किसी विवादग्रस्त मामले को चुनें जिसमें गरीब प्रभावित हुए हों । - Find out the facts of the case.
मामले के तथ्यों का पता लगाओ । - Present your arguments.
अपने तर्क दीजिए । - Suggest a possible settlement.
सम्भावित समझौता सुझाएँ ।
Answer:
Acquisition of land by the Uttar Pradesh Government is a burning issue. The land acquired from the farmers has been sold to the builders. The Supreme Court of India has maintained that the disputed land be returned to the farmers.
It held that the emergency clause which the Government used to acquire land is not applicable here. The builders involved have invested hugely. Half erected buildings are standing in the fields. Various roads have been built. The land is perhaps no more cultivable.
In such a state of affairs, the farmers, builders and the government should try to find out such a solution that should be acceptable to all parties concerned. More money to the farmers might be one of the solutions.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण एक ज्वलन्त विषय है । किसानों से अधिग्रहीत भूमि बिल्डर्स को बेच दी गई है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भूमि को किसानों का वापिस देने का आदेश किया । न्यायालय ने माना कि जिस नियम के अनुसार सरकार ने भूमि अधिग्रहीत की है वह यहाँ लागू नहीं होता है ।
सम्बन्धित बिल्डर्स ने भारी पैसा लगा दिया है । खेतों में अधबने भवन खड़े हैं । अनेक सड़कें बनाई जा चुकी हैं । शायद जमीन अब कृषि योग्य नहीं रही है । ऐसी स्थिति में, किसानों, बिल्डरों और सरकार को कोई ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जो सभी सम्बन्धित पक्षों को स्वीकार्य हो । एक समाधान किसानों को अधिक पैसा देना हो सकता है।
Important Questions and Answers
Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 20-25 words :
Question 1.
Which incident made Gandhi decide to urge the departure of the British ?
किस घटना से गाँधीजी ने अंग्रेजों पर भारत छोड़ने का दबाब बनाने का निश्चय कर लिया?
Answer:
The peasants at Champaran were being tortured by the British. This injustice touched Gandhi and he decided to urge the departure of the British.
चम्पारण के किसानों को अंग्रेज उत्पीड़ित कर रहे थे। इस अन्याय ने गाँधीजी को प्रभावित किया और उन्होने अंग्रेजों पर भारत छोड़ने का दबाब बनाने का निश्चय कर लिया ।
Question 2.
Who came to see Gandhi? How did he look ?
गाँधीजी से मिलने कौन आया ? वह कैसा दिखता था?
Answer:
A peasant, Rajkumar Shukla from Champaran came to see Gandhi. He looked like any other peasant in India, poor and emaciated.
चम्पारण का एक किसान, राजकुमार शुक्ला गाँधीजी से मिलने आया । वह भारत के किसी भी अन्य किसान की भाँति गरीब व दुबला-पतला दिख रहा था ।
Question 3.
Who was Rajkumar Shukla ? Why did he request Gandhiji to go to Champaran ?
राजकुमार शुक्ला कौन था ? उसने गाँधीजी से चम्पारण जाने की प्रार्थना क्यों की ?
Answer:
Rajkumar Shukla was an illiterate poor farmer. He requested Gandhi to help the indigo sharecroppers of his area.
राजकुमार शुक्ला एक अनपढ़ गरीब किसान था । वह गाँधीजी से अपने क्षेत्र के नील की खेती करने वाले बँटाईदार किसानों की सहायता करने की प्रार्थना करने आया था
Question 4.
What did Rajkumar Shukla want ?
राजकुमार शुक्ला क्या चाहता था ?
Or
What request did Rajkumar Shukla make to Gandhi ?
राजकुमार शुक्ला ने गाँधीजी से क्या आग्रह किया ?
Answer:
Rajkumr Shukla told Gandhi about the injustice of the landlord system in Bihar. He wanted Gandhi to come to Champaran and help the peasants of Champaran.
राजकुमार शुक्ला ने गाँधीजी को बिहार में जमींदारी-प्रथा के अन्याय के विषय में बताया । वह चाहता था कि गाँधीजी चम्पारण आयें और वहाँ के किसानों की सहायता करें।
Question 5.
How was Gandhiji received at the house of Rajendra Prasad ?
राजेन्द्र प्रसाद के घर में गाँधीजी का स्वागत किस प्रकार से किया गया ?
Or
Why was Gandhiji not allowed to draw water from the well at Rajendra Prasad’s house in Patna ?
पटना में राजेन्द्र प्रसाद के घर पर गाँधीजी को कुँए से पानी खींचने की अनुमति क्यों नहीं दी गयी?
Answer:
Thinking him to be an untouchable, Gandhiji was not allowed to draw water from the well at Rajendra Prasad’s house at Patna lest some drops from his bucket pollute the entire source.
पटना में राजेन्द्र प्रसाद के घर पर गाँधीजी को अछूत समझते हुए कुँए से पानी खींचने की अनुमति नहीं दी गई- कहीं ऐसा न हो कि उनकी बाल्टी से कुछ बूंदें सारे पानी को प्रदूषित कर दें ।
Question 6.
“It was an extraordinary thing in those days.” What was an extraordinary thing in those days, according to Gandhiji ?
“उन दिनों यह एक असाधारण चीज़ थी ।” गाँधीजी के अनुसार उन दिनों असाधारण चीज़ क्या थी ?
Answer:
In those pre-independence days, it was very difficult for a government official to give shelter to the leaders who were fighting for freedom.
स्वतन्त्रता पूर्व के दिनों में किसी सरकारी अफसर को उन नेताओं, जो स्वतन्त्रता की लड़ाई लड़ रहे थे, को शरण देना बहुत कठिन कार्य था ।
Question 7.
Why did Gandhi decide to go to Muzzafarpur ?
गाँधीजी ने मुजफ्फरपुर जाने का निश्चय क्यों किया ?
Answer:
Gandhi decided to go first to Muzzafarpur to obtain more complete information about the plight of the Champaran peasants.
चम्पारण के किसानों की दयनीय दशा के बारे में और अधिक पूर्ण जानकारी लेने के लिए गाँधीजी ने पहले मुजफ्फरपुर जाने का निश्चय किया ।
Question 8.
How was Gandhi welcomed at the Muzzafarpur railway station ?
मुज़फ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर गाँधी जी का कैसा स्वागत हुआ ?
Answer:
When Gandhi’s train arrived, Professor J. B. Kriplani of the Arts College of Muzzafarpur was waiting at the station with a large body of students.
जब गाँधीजी की ट्रेन पहुँची, कला महाविद्यालय मुजफ्फरपुर के प्रोफेसर जे. बी. कृपलानी बहुत सारे छात्रों के साथ उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे
Question 9.
What happened when Gandhi reached Muzzafarpur ?
गाँधीजी के मुजफ्फरपुर पहुँचने पर क्या हुआ ?
Answer:
As news of Gandhi’s arrival and of the nature of his mission spread, sharecroppers from Champran began arriving on foot and by conveyance to see him.
गाँधीजी के पहुँचने और उनके उद्देश्य की प्रकृति का समाचार जैसे ही फैला, चम्पारण के बँटाईदार पैदल और वाहनों से अपने नेता को देखने उमड़ पड़े
Question 10.
Why did Gandhiji chide the lawyers who called on him to brief him about the poor share croppers?
गाँधीजी ने उन वकीलों को क्यों लताड़ा जो उनको गरीब बँटाईदारों के विषय में अवगत कराने आये थे ?
Or
Why did Gandhiji scold the lawyers ?
गाँधीजी ने वकीलों को क्यों लताड़ा?
Answer:
Muzzafarpur lawyers who frequently represented peasant groups in court came to meet Gandhiji. He chided them for charging big fee from the poor sharecroppers.
मुजफ्फरपुर के वकील जो किसानों के समूहों का न्यायालय में प्रतिनिधित्व करते थे गाँधीजी से मिलने आए । गाँधीजी ने उन्हें गरीब किसानों से बड़ी फीस लेने के लिये लताड़ा
Question 11.
What was the condition of the arable land of Champaran when Gandhiji visited there?
जब गाँधीजी चम्पारण आए, वहाँ की कृषियोग्य भूमि की क्या स्थिति थी ?
Answer:
Most of the arable land in the Champaran district was divided into large estates. Britishers were the owners and Indian peasants worked in those estates.
चम्पारण जिले की ज्यादातर कृषि योग्य भूमि बड़ी-बड़ी जागीरों में बँटी थी । इन जागीरों के मालिक अंग्रेज थे और भारतीय किसान काम करते थे।
Question 12.
What conclusion did Gandhi present before the Muzzafarpur lawyers ?
गाँधीजी ने मुजफ्फरपुर के वकीलों के सामने क्या निष्कर्ष प्रस्तुत किया ?
Answer:
Gandhi said to them that he had come to the conclusion that they should stop going to law courts. Taking such cases to the court did little good. Where the peasants were so crushed, the real relief for them was to be free from fear.
गाँधीजी ने उन लोगों से कहा-मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि हमें न्यायालयों में जाना बन्द कर देना चाहिए। ऐसे मामलों को न्यायालय में ले जाने से कुछ भला होने वाला नहीं है। जहाँ किसान इतने दबे कुचले हैं, उनके वास्तविक राहत भय से मुक्त होने में है ।
Question 13.
What was the ancient arrangement between the peasants and landlords at Champaran ?
चम्पारण में किसानों व जमींदारों के बीच बहुत पुराना क्या समझौता था ?
Answer:
Most of the arable land there was divided into large estates owned by Britishers and worked by Indian tenants. The landlords compelled them to plant indigo on the 15% of their land and surrender the entire harvest.
वहाँ की ज्यादातर कृषि योग्य भूमि बड़ी-बड़ी जागीरों में बँटी थी जिसके मालिक अंग्रेज थे और जिस पर भारतीय काश्तकार काम करते थे । वे काश्तकारों को उनकी जमीन की 15% भूमि पर नील बोने और उसकी पूरी फसल को उन्हें देने के लिए मजबूर करते थे ।
Question 14.
Why did the poor peasants of Champaran want their money back ?
चम्पारण के गरीब किसान अपना पैसा वापिस क्यों चाहते थे ?
Answer:
The British landlords had taken compensation from the poor peasants to free them from the agreement. Now they wanted their money back.
अंग्रेज जमींदार किसानों को समझौते से मुक्त करने के लिए क्षतिपूर्ति ले चुके थे । इस पर, उन्होनें (किसानों ने) अपना पैसा वापिस लेना चाहा ।
Question 15.
What did Gandhiji do after knowing the miserable condition of the farmers at Champaran?
चम्पारण के किसानों की खराब स्थिति का पता लगने के बाद गाँधीजी ने क्या किया ?
Answer:
First, Gandhiji visited the secretary of the British landlords’ association. Then he called on the British official commissioner of the Tirhut division. He then went to Motihari and continued his investigation.
पहले गाँधीजी ब्रिटिश लैण्डलॉर्ड एसोसिएशन के सेक्रेटरी के पास गये । तब वे तिरहुत डिवीजन के ब्रिटिश कमिश्नर के पास गये । तब वे मोतिहारी गये और वहाँ अपनी जांच जारी रखी।
Question 16.
How did Gandhiji start his work at Motihari?
मोतिहारी में गाँधीजी ने अपना कार्य किस प्रकार शुरू किया ?
Answer:
Accompanied with several lawyers, Gandhi reached Motihari. He went to a house, and using it as headquarters, continued his investigation.
रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में लोगों ने गाँधी का स्वागत किया । वह एक घर में गये और उसे मुख्यालय बनाकर अपनी जाँच-पड़ताल जारी रखी ।
Question 17.
How did British landlords compel poor peasants ?
अंग्रेज जमींदार गरीब किसानों को किस प्रकार मजबूर करते थे ?
Answer:
British landlords compelled poor peasants to plant 15 percent of their holdings with indigo and surrender the entire indigo harvest as rent.
अंग्रेज जमींदार गरीब किसानों को उनकी पूरी जमीन के 15 प्रतिशत भाग पर नील की खेती करने और नील की पूरी फ़सल को भाड़े के रूप में देने को मजबूर करते थे।
Question 18.
How did Gandhiji impress the lawyers of Bihar during his visit to Champaran ?
गाँधीजी ने अपनी चम्पारण. यात्रा के दौरान बिहार के वकीलों को किस प्रकार प्रभावित किया?
Answer:
Gandhiji chided the lawyers of Bihar for charging big fee from the poor peasants. He told them that it was futile to take their cases to the law courts.
गाँधीजी ने गरीब किसानों से अधिक फीस वसूलने पर बिहार के वकीलों को बुरा-भला कहा । उन्होंने वकीलों से कहा कि किसानों के मसलों को न्यायालय में ले जाना बेकार है ।
Question 19.
Give an example of Gandhi’s civil disobedience.
गाँधीजी की सविनय अवज्ञा का एक उदाहरण दीजिए ।
Answer:
At Motihari, Gandhi was served an official notice to quit Champaran immediately. Gandhi disobeyed the order:
मोतिहारी में गाँधीजी को तुरन्त चम्पारण छोड़ने का एक आधिकारिक नोटिस मिला ।। उन्होंने उस आदेश की अवज्ञा की ।
Question 20.
What happened when Gandhi did not comply with the official notice ?
जब गाँधीजी ने अधिकारिक नोटिस का सम्मान नहीं किया तो क्या हुआ ?
Answer:
For this, Gandhi received summons to appear in the court the next day. Gandhi telegraphed Rajendra Prasad.He also wired a full report to the Viceroy.
इसके लिए, गाँधी को अगले दिन न्यायालय में उपस्थित होने का आदेश दे दिया गया । गाँधी जी ने राजेन्द्र प्रसाद को टेलिग्राम भेजा । उन्होंने वायसराय को भी एक पूरी रिपोर्ट तार कर दी ।।
Question 21.
Describe the incident that was the beginning of the peasants’ liberation from fear of the British?
उस घटना का वर्णन कीजिए जो अंग्रेजों के भय से किसानों की मुक्ति की शुरुआत थी ?
Answer:
The spontaneous demonstration of peasants in thousands around the courthouse in Motihari was the beginning of their liberation from fear of the British.
मोतीहारी के न्यायालय के चारों ओर हजारों की संख्या में किसानों का सहज प्रदर्शन अंग्रेजों के भय से उनकी मुक्ति की शुरुआत थी ।
Question 22.
Why was the government baffled when Gandhiji presented himself in the court ?
जब गाँधीजी न्यायालय में पेश हुए तो सरकार पूरी तरह से क्यों घबरा गयी ?
Answer:
When Gandhiji presented himself in the court, the government was baffled because thousands of people gathered round the court in support of Gandhiji.
जब गाँधीजी ने न्यायालय में स्वयं को पेश किया तो सरकार (ब्रिटिश) पूरी तरह घबरा गयी क्योंकि गाँधीजी के समर्थन में हजारों की संख्या में लोग न्यायालय के चारों ओर एकत्रित हो गये ।
Question 23.
How did Gandhi show respect to law ?
गाँधीजी ने कानून के प्रति सम्मान किस प्रकार दिखाया?
Answer:
When a crowd of peasants demonstrated in Gandhi’s favour, he helped the officials regulate the crowd and proved to them that their might could be challenged by IndiAnswer:
जब गाँधीजी के समर्थन में किसानों की भीड़ ने प्रदर्शन किया तो गाधीजी ने भीड़ को संयमित करने में अधिकारियों की सहायता की और यह सिद्ध कर दिया कि भारतीय अंग्रेजों की शक्ति को चुनौती देने में समर्थ थे
Question 24.
‘It would be a shameful desertion’. What would be a shameful desertion according to the lesson ‘Indigo’ ?
‘यह एक शर्मनाक पलायन होगा ।’ ‘Indigo’ पाठ के अनुसार कौन-सी बात शर्मनाक होगी?
Answer:
When the lawyers realised that despite being a stranger, Gandhiji was ready to go to prison for the peasants, they felt that their giving up the fight would be a shameful desertion.
जब वकीलों ने यह महसूस किया कि बाहरी व्यक्ति होने के बावजूद भी गाँधीजी गरीब किसानों के लिए जेल जाने को तैयार थे, तो उन्होंने यह महसूस किया कि यदि वे इस लड़ाई को त्यागेंगे तो यह शर्मनाक होगा ।
Question 25.
How did the civil disbsodience come out triumphant ?
सविनय अवज्ञा की किस प्रकार जीत हुई ?
Answer:
The baffled Lieutenant Governor of the province ordered the case against Gandhi to be dropped. Hence, civil disobedience had triumphed.
स्थिति से घबराकर उस राज्य के लेफ्टिनेन्ट जनरल ने गाँधी के खिलाफ केस समाप्त करने का आदेश दे दिया । अतः सविनय अवज्ञा की जीत हो गई थी।
Question 26.
What did Gandhiji and the lawyers of Bihar do to conduct a far flung inquiry into the grievances of the farmers ?
किसानों की शिकायतों की व्यापक जाँच करने के लिए गाँधीजी और बिहार के वकीलों ने क्या किया ?
Answer:
For this, Gandhiji and the lawyers of Bihar wrote down formal statements of about ten thousand peasants and made notes on other evidences. They collected evidence from the whole area.
इसके लिए, गाँधीजी और बिहार के वकीलों ने लगभग दस हजार किसानों के औपचारिक बयान लिखे और अन्य साक्ष्यों के आधार पर टिप्पणियाँ लिखीं । उन्होंने पूरे क्षेत्र से साक्ष्य एकत्र किए ।
Question 27.
How was the commission of inquiry appointed ? Whom did it consist of ?
पूछताछ हेतु आयोग किस प्रकार नियुक्त किया गया ? इसमें कौन-कौन से लोग थे ?
Answer:
The Lieutenant Governor appointed an official commission of inquiry into the indigo share croppers’ situation. The commission consisted of landlords, government officials, and Gandhi as the sole representative of the peasants.
लेफ्टिनेन्ट गर्वनर ने नील के बंटाईदारों की स्थिति का पता लगाने के लिए एक आधिकारिक आयोग नियुक्त कर दिया । इस आयोग में जमींदार, सरकारी अधिकारी, और किसानों के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में गाँधीजी थे ।
Question 28.
How did the big planters get ready to make refunds to the peasants ?
बड़े जमींदार किसानों को उनका पैसा वापस करने का क्यों तैयार हो गये ?
Answer:
The official inquiry assembled a crushing mountain of evidence against the big planters. When they saw this, they agreed to make refunds to the peasants.
अधिकारिक जाँच में बड़े जमींदारों के विरुद्ध साक्ष्यों का पहाड़ इकट्ठा हो गया । जब उन्होंने यह देखा तो वे किसानों का पैसा वापस करने को तैयार हो गये ।
Question 29.
How did Gandhi break the deadlock about the refund of money to the peasants ?
किसानों को उनका पैसा वापस किये जाने सम्बन्धी गतिरोध को गाँधी जी ने किस प्रकार समाप्त किया ?
Answer:
Thinking probably that Gandhi would not give way, the representative of the planters offered to refund to the extent of 25 percent. To his amazement, Gandhi took him at his word, and thus broke the deadlock.
शायद यह सोचकर कि गाँधीजी नहीं झुकेंगें, जमींदारों के प्रतिनिधि ने 25 प्रतिशत तक पैसा वापस करने का प्रस्ताव रखा । गाँधीजी ने उसे आश्चर्यचकित करते हुए उसकी बात पकड़ ली (मान ली) और इस प्रकार गतिरोध समाप्त कर दिया ।
Question 30.
Though the sharecroppers of Champaran received only one fourth of the compensation, how can the Champaran struggle still be termed a huge success and victory?
यद्यपि चम्पारण के बँटाईदारों को हर्जाने की राशि का मात्र एक चौथाई ही प्राप्त हुआ, फिर भी चम्पारण के संघर्ष को एक बड़ी सफलता व विजय किस प्रकार कहा जा सकता है?
Answer:
The Champaran struggle can be termed a huge success and victory in the sense that it had forced the landords to surrender not only some money, but also a part of their prestige.
चम्पारण के संघर्ष को एक बड़ी सफलता व विजय इस रूप में कहा जा सकता है कि इसने जमींदारों को न. केवल उनका कुछ धन, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा का भी एक अंश त्यागने को बाध्य कर दिया।
Question 31.
How did the peasants learn courage ?
किसानों ने साहस किस प्रकार सीखा ?
Answer:
When the planters were forced to refund the peasants’ money, as well as surrender part of their prestige, the peasants saw that they too had rights.
They learned courage को किसानों का पैसा वापिस करना पड़ा और साथ ही उनकी शान भी कम हुई तो किसानों ने देखा कि उनके भी अधिकार हैं । उन्होंने साहस करना सीख लिया ।
Question 32.
How did events justify Gandhi’s position ?
घटनाओं ने गाँधीजी की स्थिति को किस प्रकार सही सिद्ध किया ?
Or
How did indigo sharecropping disppear ?
नील की बँटाई पर खेती किस प्रकार समाप्त हो गई ?
Answer:
The British planters abandoned their estates, which was reverted to the peasants. This justified Gandhi’s position, and indigo sharecropping disappeared.
अंग्रेज जागीरदारों ने अपनी जागीरें छोड़ दी जो किसानों को वापस मिल गईं । इस तरह की घटनाओं ने गाँधीजी की स्थिति को सही सिद्ध किया और नील की बँटाई पर खेती समाप्त हो गई ।
Question 33.
How do you know that Gandhi was a good administrator?
आपको कैसे पता चलता है कि गाँधीजी एक अच्छे प्रशासक थे ?
Answer:
During his long stay in Champaran, Gandhi kept a long distance watch on his ashram. He sent regular instructions by mail and asked for financial accounts.
चम्पारण में अपने लम्बे प्रवास के दौरान गाँधीजी दूर से ही अपने आश्रम पर नज़र रखते थे । वह नियमित रूप से डाक द्वारा निर्देश भेजते रहते थे और वित्तीय लेखा-जोखा मँगाते रहते थे ।
Question 34.
What type of politics did Gandhi follow ? गाँधी किस प्रकार की राजनीति करते थे ?
Answer:
Gandhi’s politics was intertwined with the practical, day-to-day problems of the people. He always tried to remove the distress of the common people.
गाँधीजी की राजनीति लोगों की व्यावहारिक, दिन-प्रतिदिन की समस्याओं से जुड़ी थी । वह हमेशा आम जन के दुखों को दूर करने का प्रयास करते थे ।
Question 35.
Why did Gandhiji oppose when his friend Andrews offered to stay in Champaran and help the peasants?
गाँधी जी ने अपने मित्र Andrews के चम्पारण में रहकर किसानों की सहायता करने के प्रस्ताव का विरोध क्यों किया?
Answer:
Gandhiji opposed this because using an Englishman as a prop in the fight against the English rule showed weakness. He believed that Indians had to rely on themselves to win their battle.
गाँधीजी ने इस बात का विरोध इसलिए किया क्योंकि अंग्रेजी शासन के विरुद्ध युद्ध में एक अंग्रेज को सहारे की भाँति प्रयोग करने से दुर्बलता प्रदर्शित होती। उनका मानना था कि अपना युद्ध जीतने के लिए भारतीयों को स्वयं पर निर्भर रहना होगा।
Question 36.
How long did Gandhiji stay in Champaran ? On whose request did he remain there ?
गाँधीजी चम्पारण में कितने समय रहे ? किसकी प्रार्थना पर वे वहाँ रहे ?
Answer:
Gandhiji visited Champaran on the request of Rajkumar Shukla. He stayed there for about a year.
गाँधीजी राजकुमार शुक्ला की प्रार्थना पर चम्पारण गये । वे वहाँ लंगभग एक वर्ष ठहरे ।
Long Answer Type Questions
Answer the following questions in about 80 words :
Question 1.
“The battle of Champaran is won,” Explain the statement.
“चम्पारण की लड़ाई जीत ली गई है,” इस कथन को स्पष्ट कीजिए ।
Or
Narrate the incident that is an example of Gandhi’s civil disobedience.
उस घटना का वर्णन कीजिए जो गाँधीजी की सविनय अवज्ञा का एक उदाहरण है ।
Answer:
In 1917, Gandhi visited Champaran to do something about the miserable condition of the farmers. He was served a notice to quit Champaran but Gandhiji disobeyed the order. He was summouned to the court the next day for disobeying the order of leaving Champaran.
On the next morning, thousands of peasants gathered to support Gandhiji. When Gandhiji saw that the public was ready to support him and to go to jail with him in the protest against the policy of the government, Gandhiji exclaimed, “The battle of Champaran is won.” It is an example of his civil disobedience.
सन् 1917 में गाँधी चम्पारण के किसानों की दयनीय दशा सुधारने हेतु चम्पारण गए । गाँधी को चम्पारण छोड़ने के अदालती आदेश की अवहेलना करने के कारण उन्हें अगले दिन न्यायालय में उपस्थित होने का कानूनी आदेश मिल गया। दूसरे दिन प्रात:काल गाँधीजी के समर्थन में हजारों किसान एकत्र हो गये ।
जब गाँधीजी ने देखा कि सारी जनता उनके साथ सरकारी नीति का विरोध करने और जेल जाने को तैयार है तब गाँधीजी ने घोषणा की कि “चम्पारण की लड़ाई जीत ली गई है ।” यह उनकी सविनय अवज्ञा का एक उदाहरण है।
Question 2.
What did Gandhi do about the cultural and social backwardness of the Champaran villages at that time?
उस समय चम्पारण के गाँवों में सांस्कृतिक और सामाजिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए गाँधीजी ने क्या किया?
Answer:
For this, Gandhi appealed to teachers. Mahadev Desai and Narhari Parekh with their wives volunteered for work. Several more came forward from all over the country to give their services. His son Devdas and the wife of Gandhiji, Kasturbai, also came there.
Primary schools were opened in six villages. Kasturbai taught the rules on personal cleanliness and community sanitation. Gandhiji got a doctor to volunteer his services for six months. Gandhiji also noticed the filthy state of women’s clothes. He asked Kasturbai to talk to them about it.
इसके लिए सर्वप्रथम गाँधी ने अध्यापकों से अपील की । महादेव देसाई, नरहरि पारेख और उनकी पत्नियों ने इस काम के लिए स्वयं को पेश किया । देशभर से और भी कई लोग अपनी सेवाएं देने के लिए आगे आए। उनका पुत्र देवदास और गाँधीजी की पत्नी कस्तूरबाई भी वहाँ आ गईं । छ: गाँवों में प्राइमरी स्कूल खोले गए।
कस्तूरबाई वैयक्तिक स्वच्छता और सामुदायिक स्वच्छता के नियम सिखाती थीं । गाँधीजी को छ: माह तक स्वेच्छा से अथवा नि:शुल्क सेवा करने के लिए एक डॉक्टर मिल गया । गाँधीजी ने महिलाओं के कपड़ों की गन्दी हालत की तरफ भी विशेष ध्यान दिया । उन्होंने कस्तूरबाई से उनसे इस विषय में बात करने को कहा ।
Question 3.
What was the beginning of the peasants’ liberation from fear of the British ? Write your answer with reference to the farmers of Champaran.
ब्रिटिश लोगों के डर से किसानों की मुक्ति की शुरुआत क्या थी ? चम्पारण के किसानों के सन्दर्भ में अपना उत्तर दीजिए।
Or
Why is Champaran episode considered to be the beginning of the Indian struggle for independence ?
चम्पारन की घटना भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष की शुरुआत क्यों समझी जाती है?
Answer:
When a report came to Gandhiji that a peasant had been maltreated in a nearby village, he started out to see him. But the police stopped him and served him a notice to leave Champaran immediately. He decided not to obey the British. Then he was summoned to the court. Hearing this, peasants came to Motihari in large number to support their champion.
Now Gandhiji declared that gathering in thousands around the court house was the beginning of their liberation from fear of the British. Thus, Champaran episode was considered to be the beginning of the Indian struggle for independence.
जब गाँधीजी के पास एक सूचना आई कि वहाँ निकट के एक गाँव में एक किसान के साथ दुर्व्यवहार किया गया है, तब वे उसे देखने निकल पड़े। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और उन्हें शीघ्र चम्पारण छोड़ने का नोटिस दे दिया । उन्होंने अंग्रेजों की आज्ञा न मानने का निश्चय कर लिया ।
तब उन्हें न्यायालय बुलाया गया।’ यह सुनकर, किसान अपने हिमायती के समर्थन में बहुत बड़ी संख्या में मोतिहारी आये। अब गाँधीजी ने घोषणा की कि न्यायालय के इर्द-गिर्द हजारों की संख्या में उनका प्रदर्शन अंग्रेजों के भय से उनकी मुक्ति की शुरुआत थी । इस प्रकार चम्पारन की घटना भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष की शुरुआत समझी जाती है।
Question 4.
What was the contribution of the ordinary people to the freedom movement ?
[Note — इस प्रश्न के उत्तर के लिए Understanding the text के प्रश्न नं. 4 का उत्तर देखिये ।]
Question 5.
What problems did the sharecroppers of Champaran face ? How did Gandhiji help them overcome the problems ?
[Note – इस प्रश्न के उत्तर के लिए Understanding the text के प्रश्न नं. 1 का उत्तर देखिये ।]
Question 6.
Why was the official inquiry commission appointed ? What did the findings of the commission reveal ? What was its impact on British planters ?
सरकारी जाँच आयोग की नियुक्ति क्यों की गयी थी ? आयोग की जाँच से क्या उजागर हुआ ? इसका अंग्रेज जमींदारों पर क्या प्रभाव पड़ा ?
Answer:
Gandhiji compelled the British authorities to take note of the poor peasants’ plight. The Lieutenant Governor appointed an official commission of inquiry into the indigo sharecroppers’ situation. The findings of the commission revealed the plight of the peasants of Champaran.
Seeing this, the British planters agreed, in principle, to make refunds to the peasants. They agreed to pay 25% of the money which they had illegally and deceitfully extorted from the sharecroppers.
गाँधीजी ने अंग्रेजों को मजबूर कर दिया कि वे गरीब किसानों की परेशानी पर ध्यान दें । लेफ्टिनेंट कमिश्नर ने नील के बँटाईदारों की स्थिति की जाँच के लिए एक सरकारी आयोग नियुक्त किया । इस सरकारी जाँच ने बड़े जमींदारों के विरुद्ध बहुत से साक्ष्य एकत्र किये । आयोग की जाँच ने स्पष्ट किया कि चम्पारण के किसान दयनीय दशा में थे । . यह देखकर अंग्रेज जमींदार सैद्धान्तिक रूप में किसानों को पैसा लौटाने के लिए सहमत हो गये । वे बँटाईदारों से गैरकानूनी रूप से और धोखे से ऐंठे गये पैसे का 25% लौटाने को सहमत हो गए ।
Question 7.
The lesson ‘Indigo’ brings out several qualities of Gandhiji’s character. Write your answer.
‘Indigo’ पाठ गाँधीजी के चरित्र की अनेक विशेषताओं को उजागर करता है । अपना उत्तर लिखिए ।
Answer:
Gandhiji was a very simple man. He was available even to an illiterate peasant like Rajkumar – Shukla. He did everything systematically. He did not at once plunge into fight. Instead he first understood the problem and worked out a plan and acted accordingly.
The impetus behind all his actions was the plight of the poor and the downtrodden. And as for his courage, it was par excellence. He was also a good administrator. During his long stay at Champaran, he kept a long distance watch at his ashram through mail.
गाँधीजी बहुत ही सरल व्यक्ति थे । वे राजकुमार शुक्ला जैसे अनपढ़ किसान के लिए भी सुलभ थे । वे प्रत्येक कार्य को व्यवस्थित तरीके से करते थे । वे तुरन्त ही लड़ाई में नहीं कूदते थे । बजाय इसके वह पहले समस्या को समझते थे, एक योजना बनाते थे और तदनुरूप कार्य करते थे ।
उनके हर कार्य के पीछे की शक्ति दलित और गरीब की परेशानी होती थी । और जहाँ तक उनकी बहादुरी का सवाल है, यह उच्चकोटि का था । वह एक अच्छे प्रशासक भी थे । चम्पारण में अपने लम्बे प्रवास के दौरान वे दूर से ही डाक द्वारा अपने आश्रम पर नज़र रखते थे ।
Question 8.
Describe the difficulties faced by Gandhiji at Champaran.
चम्पारण में गाँधीजी ने जिन कठिनाइयों का सामना किया, उनका वर्णन कीजिए ।
Answer:
Gandhiji went to Champaran at the request of a peasant, Rajkumar Shukla. The peasants there were suffering from the injustice of the landlord system. In order to get the facts, he visited the secretary of the British landlords’ association.
The secretary gave him no information. Then he met the British official commissioner of that division. He proceeded to buly him and advised him to go away from there. Gandhi received summons to appear in court the next day for disobeying the court order of leaving Champaran.
गाँधीजी एक किसान राजकुमार शुक्ला के आग्रह पर चम्पारण गये । वहाँ के किसान जमींदारी व्यवस्था के अन्याय से पीड़ित थे । तथ्यों का पता लगाने के लिए गाँधीजी ब्रिटिश जमींदार संघ के सचिव से मिलने गये । सचिव ने उन्हें कोई सूचना नहीं दी। फिर वह उस डिवीजन के अंग्रेज आधिकारिक कमिश्नर से मिले। वह उन्हें धमकाने लगा और उन्हें वहाँ से चले जाने की सलाह दी । गाँधी को चम्पारण छोड़ने के अदालती आदेश की अवहेलना करने पर न्यायालय, में उपस्थित होने का आदेश दिया गया ।
Question 9.
How did Gandhiji help the peasants in Champaran ?
गाँधीजी ने चम्पारण में किसानों की सहायता किस प्रकार की ?
Answer:
The peasants in Champaran were being exploited by the British landlords. Gandhiji stood up as their leader. With his bold efforts and through civil disobedience, he got the poor peasants in Champaran win their battle against injustice and exploitation.
Gandhiji worked for their cultural and social upliftment also. He opened primary schools in six villages. His wife Kasturba taught the villagers rules on personal cleanliness as well as community sanitation. Thus Gandhiji helped the peasants in Champaran people politically as well as socially.
चम्पारण में अंग्रेज जमींदार किसानों का शोषण कर रहे थे । गाँधीजी उनके नेता के रूप में खड़े हुए । अपने बहादुरीपूर्ण प्रयासों और सविनय अवज्ञा के माध्यम से उन्होंने चम्पारण के गरीब किसानों को अन्याय व शोषण के विरुद्ध उनके युद्ध में विजय दिलाई । गाँधीजी ने उनके सांस्कृतिक व सामाजिक उद्धार के लिए भी कार्य किया। उन्होंने छः गाँवों में प्राथमिक विद्यालय खोले । उनकी पत्नी कस्तूरबा ने ग्रामीणों को व्यक्तिगत व सामुदायिक स्वच्छता के नियम सिखाए । इस प्रकार गाँधीजी ने चम्पारण के किसानों की राजनीतिक और सामाजिक दोनों प्रकार से सहायता की ।
Seen comprehension passages
Read the following passages and answer the questions given below:
Passage 1.
When I first visited Gandhi in 1942 at his ashram in Sevagram, in central India, he said, “I will tell you how it happened that I decided to urge the departure of the British. It was in 1917.” He had gone to the December 1916 annual convention of the Indian National Congress party in Lucknow. There were 2,301 delegates and many visitors.
During the proceedings, Gandhi recounted, “a peasant came up to me looking like any other peasant in India, poor and emaciated, and said, ‘I am Rajkumar Shukla. I am from Champaran, and I want you to come to my district!” Gandhi had never heard of the place. It was in the foothills of the towering Himalayas, near the kingdom of Nepal.
Under an ancient arrangement, the Champaran peasants were sharecroppers. Rajkumar Shukla was one of them. He was illiterate but resolute. He had come to the Congress session to complain about the injustice of the landlord system in Bihar, and somebody had probably said, “Speak to Gandhi.”
Questions:
Which event took place in December 1916?
What was the name of the peasant and where did he come from?
Where is Champaran located?
What had the peasant come to complain about?
Find the word from the passage which means ‘leaving’.
Find the word from the passage which is opposite to “modern’.
Answers:
Annual convention of the Indian National Congress party in Lucknow took place in December 1916.
The name of the peasant was Rajkumar Shukla and he came from Champaran.
Champaran is located in the foothills of the Himalayas, near the kingdom of Nepal.
The peasant had come to complain about the injustice of the landlord system in Bihar.
departure.
ancient.
Passage 2.
Gandhi told Shukla he had an appointment in Cawnpore and was also committed to go to other parts of India. Shukla accompanied him everywhere. Then Gandhi returned to his ashram near Ahmedabad. Shukla followed him to the ashram. For weeks he never left Gandhi’s side. “Fix a date,” he begged.
Impressed by the sharecropper’s tenacity and story Gandhi said, “I have to be in Calcutta on such-and-such a date. Come and meet me and take me from there.” Months passed. Shukla was sitting on his haunches at the appointed spot in Calcutta when Gandhi arrived; he waited till Gandhi was free. Then the two of them boarded a train for the city of Patna in Bihar.
Questions:
What did Gandhi tell Shukla?
Where did Gandhi return to?
What was Gandhi impressed with?
To which place did the two of them board a train?
Find the word from the passage which means “pleaded’.
Find the word from the passage which is opposite to‘got off.
Answers:
Gandhi told Shukla that he had an appointment at Cawnpore and was also committed to go to other parts of India.
Gandhi returned to his ashram near Ahmedabad.
Gandhi was impressed by Shukla’s tenacity and story.
Both of them boarded a train for the city of Patna in Bihar.
begged.
boarded.
Passage 3.
There Shukla led him to the house of a lawyer named Rajendra Prasad who later became President of the Congress party and of India. Rajendra Prasad was out of town, but the servants knew Shukla as a poor yeoman who pestered their master to help the indigo sharecroppers. So they let him stay on the grounds with his companion, Gandhi, whom they took to be another peasant. But Gandhi was not permitted to draw water from the well lest some drops from his bucket pollute the entire source; how did they know that hewas not an untouchable?
Gandhi decided to go first to Muzzafarpur, which was en route to Champaran, to obtain more complete information about conditions than Shukla was capable of imparting. He accordingly sent a telegram to Professor J.B. Kripalani, of the Arts College in Muzzafarpur, whom he had seen at Tagore’s Shantiniketan school.
Questions:
Who was Rajendra Prasad?
What did the servants know Shukla as?
Why was Gandhi not permitted to draw water from the well?
Where did Gandhi decide to go first?
Find the word from the passage which is the synonym of ‘in Britain a farmer who : owned the land on which he worked’.
Find the word from the passage which is the antonym of ‘touchable’.
Answers:
Rajendra Prasad was a lawyer, who later became President of the Congress party and of India.
The servants knew Shukla as a poor yeoman who pestered their master to help the indigo sharecroppers.
Gandhi was not allowed to draw water from the well in suspicion of being an untouchable.
Gandhi decided to go first to Muzzafarpur.
yeoman.
untouchable.
Passage 4.
Gandhi stayed there for two days in the home of Professor Malkani, a teacher in a government school. “It was an extraordinary thing in those days,” Gandhi commented, “for a government professor to harbour a man like me”. In smaller localities, the Indians were afraid to show sympathy for advocates of home-rule.
The news of Gandhi’s advent and of the nature of his mission spread quickly through Muzzafarpur and to Champaran. Sharecroppers from Champaran began arriving on foot and by conveyance to see their champion. Muzzafarpur lawyers called on Gandhi to brief him; they frequently represented peasant groups in court; they told him about their cases and reported the size of their fee.
Gandhi chided the lawyers for collecting big fee from the sharecroppers. He said, “I have come to the conclusion that we should stop going to law courts. Taking such cases to the courts does little good. Where the peasants are so crushed and fear-stricken, law courts are useless. The real relief for them is to be free from fear.”
Questions:
Where did Gandhi stay for two days?
According to Gandhi, what was ‘an extraordinary thing in those days?
Who was the champion of sharecroppers from Muzzafarpur?
Why did Gandhi chide the lawyers?
Find the word from the passage which means ‘arrival.
Find the word from the passage which is opposite to ‘bad’.
Answers:
Gandhi stayed for two days in the home of Professor Malkani, a teacher in a government school.
According to Gandhi, it was an extraordinary thing in those days for a government professor to harbour a man like him.
Gandhi was the champion of sharecroppers from Muzzafarpur.
Gandhiji chided the lawyers for collecting big fee from the poor peasants.
advent.
good.
Passage 5.
Most of the arable land in the Champaran district was divided into large estates owned by Englishmen’and worked by Indian tenants. The chief commercial crop was indigo. The landlords compelled all tenants to plant three twentieths or 15 per cent of their holdings with indigo and surrender the entire indigo harvest as rent. This was done by long-term contract.
Presently, the landlords learned that Germany had developed synthetic indigo. They, thereupon, obtained agreements from the sharecroppers to pay them compensation for being released from the 15 percent arrangement. The sharecropping arrangement was irksome to the peasants, and many signed willingly. Those who resisted, engaged lawyers; the landlords hired thugs. Meanwhile, the information about synthetic indigo reached the illiterate peasants who had signed, and they wanted their money back.
Questions:
How was most of the arable land in the Champaran district divided?
What was the chief commercial crop?
Which country had developed synthetic indigo?
For whom did the sharecropping agreement prove to be irksome?
Find the word from the passage which means “forced’.
Find the word from the passage which is opposite to ‘literate’.
Answers:
Most of the arable land in Champaran was divided into large estates owned by Englishmen and worked by Indian tenants.
Indigo was the chief commercial crop.
Germany had developed synthetic indigo.
The sharecropping agreement proved to be irksome for the peasants.
compelled.
illiterate.
Passage 6.
He began by trying to get the facts. First he visited the secretary of the British landlord’s association. The secretary told him that they could give no information to an outsider. Gandhi answered that he was no outsider. Next, Gandhi called on the British official commissioner of the Tirhut division in which the Champaran district lay.
“The commissioner,” Gandhi reports, “proceeded to bully me and advised me forthwith to leave Tirhut.” Gandhi did not leave. Instead he proceeded to Motihari, the capital of Champaran. Several lawyers accompanied him. At the railway station, a vast multitude greeted Gandhi. He went to a house and, using it as headquarters, continued his investigations.
Questions:
Whom did Gandhi visit first?
Whom did Gandhi call next?
What did the commissioner advise Gandhi?
Where did Gandhi proceed to, instead of leaving?
Find the word from the passage which means to give threat.
Find the word from the passage which is opposite to ‘small.
Answers:
First, Gandhi visited the secretary of the British landlord’s association.
Next, he called on the British official commissioner of the Tirhut division in which the Champaran district lay.
The commissioner advised Gandhi to leave Tirhut.
Instead of leaving, Gandhi proceeded to Motihari, the capital of Champaran.
bully.
vast.
Passage 7.
A report came in that a peasant had been maltreated in a nearby village. Gandhi decided to go and see; the next morning he started out on the back of an elephant. He had not proceeded far when the police superintendent’s messenger overtook him and ordered him to return to town in his carriage. Gandhi complied.
The messenger drove Gandhi home where he served him with an official notice to quit Champaran immediately. Gandhi signed a receipt for the notice and wrote on it that he would disobey the order. In consequence, Gandhi received a summons to appear in court the next day.All night Gandhi remained awake. He telegraphed Rajendra Prasad to come from Bihar with influential friends. He sent instructions to the ashram. He wired a full report to the Viceroy.
Morning found the town of Motihari black with peasants. They did not know Gandhi’s record in South Africa. They had merely heard that a Mahatma who wanted to help them was in trouble with the authorities. Their spontaneous demonstration, in thousands, around the courthouse was the beginning of their liberation from fear of the British.
Questions:
What was the report?
What did the messenger serve Gandhi with?
What was Gandhi’s reaction to this?
What was the beginning of the liberation of the peasants from fear of the British?
Find the word from the passage which means ‘obeyed.
Find the word from the passage which is opposite to “lost’.
Answers:
A report came in that a peasant had been maltreated in a nearby village.
The messenger served Gandhi with an official notice to quit Champaran immediately.
In reaction, Gandhi signed a receipt for the notice and wrote on it that he would disobey the order.
The spontaneous demonstration of the peasants in thousands around the courthouse was the beginning of their liberation from fear of the British.
complied
found.
Passage 8.
The government was baffled. The prosecutor requested the judge to postpone the trial. Apparently, the authorities wished to consult their superiors. Gandhi protested against the delay. He read a statement pleading guilty. He was involved, he told the court, in a “conflict of duties” – on the one hand, not to set a bad example as a lawbreaker; on the other hand, to render the “humanitarian and national service” for which he had come.
He disregarded the order to leave, “not for want of respect for lawful authority, but in obedience to the higher law of our being, the voice of conscience”. He asked the penalty due. The magistrate announced that he would pronounce sentence after a two-hour recess and asked Gandhi to furnish bail for those 120 minutes. Gandhi refused. The judge released him without bail.
Questions:
What did the prosecutor request the judge?
Why did Gandhi protest?
According to Gandhi, what was the conflict of duties’ in which he was involved?
Why did Gandhi disregard the order to leave?
Find the word from the passage which means ‘opposed’.
Find the word from the passage which is opposite to consented to’.
Answers:
The prosecutor requested the judge to postpone Gandhi’s trial.
Gandhi protested against the delay.
Gandhi was involved in a “conflict of duties”— on the one hand, not to set a bad example as a lawbreaker; on the other hand, to render the “humanitarian and national service” for which he had come.
Gandhi disregarded the order to leave in obedience to the higher law of their being, the voice of conscience.
protested.
refused.
Passage 9.
Rajendra Prasad, Brij Kishor Babu, Maulana Mazharul Huq and several other prominent lawyers had arrived from Bihar. They conferred with Gandhi. What would they do if he was sentenced to prison, Gandhi asked. Why, the senior lawyer replied, they had come to advise and help him; if he went to jail there would be nobody to advise and they would go home. What about the injustice to the sharecroppers, Gandhi demanded.
The lawyers withdrew to consult. Rajendra Prasad has recorded the upshot of their consultations – “They thought, amongst themselves, that Gandhi was totally a stranger, and yet he was prepared to go to prison for the sake of the peasants; if they, on the other hand, being not only residents of the adjoining districts but also those who claimed to have served these peasants, should go home, it would be shameful desertion.”
Questions:
What are the names of the prominent lawyers in the above passage?
Where did they belong to?
What was Gandhi prepared to do?
What did Gandhi ask the lawyers?
Find the word from the passage which means ‘discussed’.
Find the word from the passage which is opposite to “justice’.
Answers:
Rajendra Prasad, Brij Kishor Babu, Maulana Mazharul Huq are among the prominent lawyers.
They belonged to Bihar.
Gandhi was prepared to go to jail in support of peasants.
Gandhi asked the lawyers what they would do if he was sent to jail.
conferred.
injustice.
Passage 10.
Several days later, Gandhi received a written communication from the magistrate informing him that the Lieutenant-Governor of the province had ordered the case to be dropped. Civil disobedience had triumphed, the first time in modern India. Gandhi and the lawyers now proceeded to conduct a far-flung inquiry into the grievances of the farmers. Depositions by about ten thousand peasants were written down, and notes made on other evidence. Documents were collected. The whole area throbbed with the activity of the investigators and the vehement protests of the landlords.
Questions:
What were the contents of the written communication which Gandhi received from the magistrate?
What had triumphed for the first time in modern India?
What did Gandhi and the lawyers now proceed to?
What was the entire area throbbed with?
Find the word from the passage which means “violent.
Find the word from the passage which is opposite to‘a few’.
Answers:
The written communication conveyed that the Lieutenant-Governor of the province had ordered the case to be dropped.
Civil disobedience had triumphed for the first time in modern India.
Gandhi and the lawyers now proceeded to conduct a far-flung inquiry into the grievances of the farmers.
The entire area throbbed with the activity of the investigators and the vehement protests of the landlords.
vehement.
several.
Passage 11.
In June, Gandhi was summoned to Sir Edward Gait, the Lieutenant-Governor. Before he went he met leading associates and again laid detailed plans for civil disobedience if he should not return.
Gandhi had four protracted interviews with the LieutenantGovernor who, as a result, appointed an official commission of inquiry into the indigo sharecroppers’ situation. The commission consisted of landlords, government officials, and Gandhi as the sole representative of the peasants.
Gandhi remained in Champaran for an initial uninterrupted period of seven months and then again for several shorter visits. The visit, undertaken casually on the entreaty of an unlettered peasant in the expectation that it would last a few days, occupied almost a year of Gandhi’s life. The official inquiry assembled a crushing mountain of evidence against the big planters, and when they saw this they agreed, in principle, to make refunds to the peasants. “But how much must we pay?” they asked Gandhi.
Questions:
What was the name of the Lieutenant-Governor?
What was the result of the four, interviews which Gandhi had with the Lieutenant?
What did the commission consist of?
When did the big planters agree to make refunds to the peasants?
Find the word from the passage which means ‘prolonged’.
Find the word from the passage which is opposite to‘interrupted’.
Answers:
The name of the Lieutenant-Governor was Sir Edward Gait.
As a result of the four interviews, the LieutenantGovernor appointed an official commission of inquiry into the indigo sharecroppers’ situation.
The commission consisted of landlords, government officials, and Gandhi as the sole representative of the peasants.
The official inquiry assembled a crushing mountain of evidence against the big planters, and when they saw this they agreed, in principle, to make refunds to the peasants.
protracted.
uninterrupted.
Passage 12.
They thought he would demand repayment in full of the money which they had illegally and deceitfully extorted from the sharecroppers. He asked only 50 percent. “There he seemed adamant,” writes Reverend J. Z. Hodge, a British missionary in Champaran who observed the entire episode at close range.
“Thinking probably that he would not give way, the representative of the planters offered to refund to the extent of 25 percent, and to his amazement Mr. Gandhi took him at his word, thus breaking the deadlock.This settlement was adopted unanimously by the commission.
Gandhi explained that the amount of the refund was less important than the fact that the landlords had been obliged to surrender part of the money and, with it, part of their prestige. Therefore, as far as the peasants were concerned, the planters had behaved as lords above the law. Now the peasant saw that he had rights and defenders. He learned courage.
Questions:
How much did Gandhi ask the landlords to refund?
How much did the planters agree to refund?
What was more important than the amount of refund?
What had the peasant learnt now?
Find the word from the passage which means ‘stubborn’.
Find the word from the passage which is opposite to ‘legally’.
Answer:
Gandhi asked the landlords to refund 50 percent of the amount.
The planters agreed to refund 25 percent.
The fact that the landlords had been obliged to surrender part of the money and, with it, part of their prestige was more important.
The peasant had now learnt courage.
adamant.
illegally.
Passage 13.
Events justified Gandhi’s position. Within a few years the British planters abandoned their estates, which reverted to the peasants. Indigo sharecropping disappeared. Gandhi never contented himself with large political or economic solutions. He saw the cultural and social backwardness in the Champaran villages and wanted to do something about it immediately.
He appealed for teachers. Mahadev Desai and Narhari Parikh, two young men who had just joined Gandhi as disciples, and their wives, volunteered for the work. Several more came from Bombay, Poona and other distant parts of the land. Devadas, Gandhi’s youngest son, arrived from the ashram and so did Mrs. Gandhi. Primary schools were opened in six villages. Kasturbai taught the ashram rules on personal cleanliness and community sanitation.
Questions:
What happened within a few years?
What did Gandhi see in the Champaran villages?
Write the names of two young men who had joined Gandhi as disciples.
What did Kasturba teach?
Find the word from the passage which means ‘returned’.
Find the word from the passage which is opposite to ‘near’.
Answers:
Within a few years the British planters abandoned their estates, which reverted to the peasants.
Indigo sharecropping disappeared.
Gandhi saw the cultural and social backwardness in the Champaran villages.
Mahadev Desai and Narhan Parikh joined Gandhi as disciples.
Kasturbai taught the ashram rules on personal cleanliness and community sanitation.
reverted.
distant.
Passage 14.
Health conditions were miserable. Gandhi got a doctor to volunteer his services for six months. Three medicines were available — castor oil, quinine and sulphur ointment. Anybody who showed a coated tongue was given a dose of castor oil; anybody with malaria fever received quinine plus castor oil; anybody with skin eruptions received ointment plus castor oil.
Gandhi noticed the filthy state of women’s clothes. He asked Kasturbai to talk to them about it. One woman took Kasturbai into her hut and said, “Look, there is no box or cupboard here for clothes. The sari I am wearing is the only one I have.”
Questions:
For how much time did the doctor volunteer his services?
Which were the three medicines that were available?
What did Gandhi notice?
What did the woman tell Kasturba?
Find the word from the passage which means ‘very unhappy’.
Find the word from the passage which is opposite to things that you cannot get easily’.
Answer:
The doctor volunteered his services for six months.
Castor oil, quinine and sulphur ointment were the three medicines that were available.
Gandhi noticed the filthy state of women’s clothes.
The woman told Kasturba that there was no box or cupboard for clothes in her hut and
she had only one sari.
miserable.
available.
Passage 15.
The Champaran episode was a turning-point in Gandhi’s life. “What I did,” he explained, “was a very ordinary thing. I declared that the British could not order me about in my own country.” But Champaran did not begin as an act of defiance.
It grew out of an attempt to alleviate the distress of large numbers of poor peasants. This was the typical Gandhi pattern – his politics were intertwined with the practical, day-to-day problems of the millions. His was not a loyalty to abstractions; it was a loyalty to living, human beings. In everything Gandhi did, more over, he tried to mould a new free Indian who could stand on his own feet and thus make India free.
Questions:
What was the turning point in Gandhi’s life?
What did Gandhi declare?
What was Gandhi’s politics intertwined with?
What did Gandhi try in everything he did?
Find the word from the passage which means disobedience’.
Find the word from the passage which is opposite to ‘extra-ordinary’.
Answers:
The Chaparan episode was the turning point in Gandhi’s life.
Gandhi declared that the British could not order him about in his own country.
Gandhi’s politics was intertwined with the practical, day-to-day problems of the millions.
In everything he did, Gandhi tried to mould a new free Indian who could stand on his
own feet and thus make India free.
defiance.
ordinary.
Passage 16.
Early in the Champaran action, Charles Freer Andrews, the English pacifist who had become a devoted follower of the Mahatma, came to bid Gandhi farewell before going on a tour of duty to the Fiji Islands. Gandhi’s lawyer friends thought it would be a good idea for Andrews to stay in Champaran and help them. Andrews was willing if Gandhi agreed.
But Gandhi was vehemently opposed to it. He said, “You think that in this unequal fight it would be helpful if we have an Englishman on our side. This shows the weakness of your heart. The cause is just and you must rely upon yourselves to win the battle.
You should not seek a prop in Mr. Andrews because he happens to be an Englishman”.“He had read our minds correctly,” Rajendra Prasad comments, “and we had no reply… Gandhi in this way taught us a lesson in self-reliance”.Self-reliance, Indian independence and help to sharecroppers were all bound together.
Questions:
Who had become a devoted follower of the Mahatma?
What did Gandhi’s lawyer friends think to be a good idea?
Why was Gandhi opposed to seek Andrew’s help?
According to Rajendra Prasad, what had Gandhi taught them?
Find the word from the passage which means ‘completely loyal to somebody’.
Find the word from the passage which is opposite to ‘wrongly’.
Answers :
Charles Freer Andrews, the English pacifist, had become a devoted follower of the Mahatma.
Gandhi’s lawyer friends thought it would be a good idea for Andrews to stay in Champaran and help them.
Gandhi was opposed to seek Andrew’s help because this would show weakness of their heart to seek the support of an Englishman for a cause which was fair in itself.
According to Rajendra Prasad, Gandhi had taught them a lesson in self-reliance.
devoted.
correctly.
RBSE Solutions for Class 12 English Flamingo Chapter 5 Indigo, Study Learner