RBSE Solution for Class 10 English Footprints without Feet Chapter 2 The Thief’s Story
Summary and Translation in Hindi
एक तरुण (किशोर) अनिल के साथ मित्रता करता है। अनिल उसका पूरी तरह से विश्वास करता है, तथा उसे नौकरी दे देता है। क्या लड़का उसके साथ विश्वासघात करता है?
I was still a thief.. ………………..my former employers (Page 8)
कठिन शब्दार्थ : experienced (इस्पिअरिअन्स्ट्) = अनुभवी, fairly (फेअलि) = काफी, ठीक-ठाक। wrestling (रेस्लिङ्) = कुश्ती, मल्ल युद्ध । easy going (ईजि गोइङ्) = शांत, तनाव मुक्त। purpose (पपस्) = उद्देश्य। flattery (फ्लैटरि) = चापलूसी। rather (राद(र)) = काफी, किसी हद तक। modestly (मॉडिट्लि ) = विनम्रतापूर्वक, शालीनता से। wrestle (रेस्ल) = कुश्ती लड़ना। lied (लाइड) = झूठ बोला। employer (इम्प्लॉइअ(र)) = मालिक।
हिन्दी अनुवाद : मैं तब भी एक चोर था जब मैं अनिल से मिला । और जबकि मैं केवल पंद्रह वर्ष का था, मैं एक अनुभवी और काफी सफल चोर था।
जब मैं अनिल के निकट गया, वह एक मल्ल युद्ध देख रहा था। वह लगभग पच्चीस वर्ष का था एक लंबा, दुबला-पतला इंसान और मेरे उद्देश्य के लिए वह शांत, तनावमुक्त, दयालु और काफी सरल प्रतीत हुआ। कुछ समय से भाग्य मेरा साथ नहीं दे रहा था और मैंने सोचा कि मैं उस युवक का विश्वास जीतने में समर्थ हो सकूँगा।
“आप स्वयं भी थोड़े पहलवान से लगते हैं,” मैंने कहा। मित्र बनाने में थोड़ी चापलूसी सहायता करती है।
“तुम भी (पहलवान से लगते हो)”, उसने उत्तर दिया, जिसने मुझे एक क्षण के लिए खिन्न कर दिया . क्योंकि उस समय मैं किसी हद तक दुबला था।
“अच्छा”, मैंने विनम्रतापूर्वक कहा, “मैं थोड़ी कुश्ती लड़ लेता हूँ।” “तुम्हारा नाम क्या है?”
“हरी सिंह”, मैंने झूठ बोला, मैं हर महीने एक नया नाम रख लेता था। वह मुझे पुलिस और पूर्व मालिकों की पहुंच से दूर रखता था।
After this introduction, ………………………………..I can feed you.” (Pages 8-9)
कठिन शब्दार्थ : introduction (इन्ट्रडक्श्न् ) = प्रथम परिचय। grunting (ग्रन्टिङ्) = अरुचि व्यक्त करते हुए बुड़बुड़ाहट । lift (लिफ्ट) = ऊपर उठाना । appealing (अपीलिङ्) = आकर्षक । smile (स्मॉइल) = मुस्कान । misjudged (मिस्जज्ड) = गलत अनुमान लगाया। feed (फीड्) = भोजन देना। cook (कुक्) = भोजन बनाना। casually (कैशुअलि) = लापरवाही से, well oiled (वेल् ऑइल्ड) = अच्छी तरह से तेल मले हुए।
हिन्दी अनुवाद : इस प्रथम परिचय के उपरान्त, अनिल ने अच्छी तरह से तेल मले हुए पहलवानों के विषय में बात की जो बुड़बुड़ा रहे थे, एक-दूसरे को उठा रहे थे और इधर-उधर फेंक रहे थे। मेरे पास कहने के लिए ज्यादा नहीं था। अनिल दूर चला गया। मैं अनऔपचारिक रूप से उसके पीछे चल दिया।
“पुनः नमस्कार/हलो” उसने कहा। मैंने उसे अपनी अत्यधिक आकर्षक मुस्कान दी।
“मैं तुम्हारे लिए काम करना चाहता हूँ।” मैंने कहा।
“लेकिन मैं तुम्हें भुगतान नहीं कर सकता।”
मैंने एक मिनट के लिए उसके विषय में सोचा।
शायद मैंने अपने आदमी के विषय में गलत अनुमान लगाया था। मैंने पूछा, “क्या तुम मुझे भोजन करा सकते हो?”
“क्या तुम भोजन बना सकते हो?” . “मैं भोजन बना सकता हूँ।” मैंने पुनः झूठ बोला।
“यदि तुम भोजन बना सकते हो तब मैं शायद तुम्हें भोजन करा सकता हूँ।”
He took me to his room…… ……….what I could achieve. (Page 9)
कठिन शब्दार्थ : balcony (बैल्कनि) = बालकनी। terrible (टेरब्ल) = बहुत बुरा, घटिया। stray (स्ट्रे) = आवारा पशु। hung (हङ्) = मंडराना। whole (होल) = समूचा, पूरा। grateful (ग्रेटफ्ल्) – कृतज्ञ । achieve (अचीव्) = कुछ प्राप्त करना। limit (लिमिट) = सीमा, हद।
हिन्दी अनुवाद : वह मुझे ‘जमना स्वीट शॉप’ के ऊपर अपने कमरे में ले गया और मुझसे बोला कि मैं बालकनी में सो सकता था। लेकिन उस रात मैंने जो भोजन बनाया, वह अवश्य बहुत बुरा रहा होगा, क्योंकि ने के लिए कह दिया। लेकिन मैं वहाँ बस मंडराता रहा, अपने अत्यधिक आकर्षक ढंग से मुस्कराते हुए, और वह हँसे बिना नहीं रह सका।
बाद में, उसने मेरा सिर थपथपाया और कहा, बुरा मत मानो, वह मुझे खाना पकाना सिखा देगा। उसने मुझे मेरा नाम लिखना भी सिखा दिया था और कहा कि वह शीघ्र ही मुझे पूरे वाक्य लिखना और संख्याएँ जोडना सिखा देगा। मैं कृतज्ञ था। मैं जान गया था कि एक बार मैं एक शिक्षित इंसान की भाँति लिख सका तो मैं क्या पा सकता था उसकी सीमा नहीं होती (अर्थात मैं असीम उपलब्धि प्राप्त कर सकता था)।
It was quite pleasant…………………………..under the mattress. (Pages 9-10)
कठिन शब्दार्थ : pleasant (प्लेज्न्ट्) = आनन्ददायक। buy (बाइ) = खरीदना । supply (सप्लाइ) = आपूर्ति । profit (प्रॉफिट) = नफा, लाभ। borrow (बॉरो) = उधार लेना। lend (लेन्ड्) = उधार देना। worry (वरि) = चिन्तित होना। celebrate (सेलिब्रेट) = उत्सव मनाना। queer (क्विअ(र)) = विचित्र, अजीब। bundle (बन्ड्ल ) = पुलिंदा। tuck (टक्) = छिपा कर, संभाल कर रखना। note (नोट) = नोट। publisher (पब्लिश(र)) = प्रकाशक। mattress (मैट्रस) = गद्दा।
हिन्दी अनुवाद : अनिल के लिए काम करना काफी सुखद था। मैं सुबह चाय बनाता था और फिर, दिन की आवश्यकताओं की आपूर्ति खरीदने में अपना वक्त लेता था, अधिकतर एक दिन में एक रुपए का मुनाफा बनाते हुए। मैं सोचता हूँ कि उसे पता चल गया था कि मैं इस तरह से थोड़े रुपए बचा लेता था। लेकिन ऐसा लगता था कि वह बुरा नहीं मानता था।
अनिल अनियमित रूप से धन कमाता था। एक सप्ताह वह ऋण लेता था, अगले सप्ताह वह उधार दे देता था। वह अपने अगले चैक के लिए फिक्र करता था, लेकिन वह जैसे ही पहुँचता था, वह बाहर जाता था, और अवसर को उत्सव के समान मनाता था। ऐसा लगता है वह पत्रिकाओं के लिए लिखता था—जीविका उपार्जन का एक विचित्र तरीका!
एक शाम वह नोटों के छोटे पुलिंदे के साथ यह कहते हुए घर आया कि उसने हाल ही में एक किताब प्रकाशक को बेची है। रात्रि को, मैंने उसे पैसों को गद्दे के नीचे छिपा कर रखते हुए देखा।
I had been working………………………………….even pay me. (Page 10)
कठिन शब्दार्थ : apart from (अपाट् फ्रॉम्) = के अलावा । cheating (चीटिङ्) = धोखेबाजी, ठगी। shopping (शॉपिङ्) = खरीदारी। opportunity (ऑपट्यूनटि) = सुअवसर, मौका। trusting (ट्रसटिङ्) = दूसरों पर विश्वास करने वाला, विश्वासी । rob (रॉब्) = लूटना। afford (अफॉड्) = आर्थिक पहुँच के भीतर। pleasure (प्लेश ()) = प्रसन्नता, सन्तुष्टि।
हिन्दी अनुवाद : मैं अनिल के लिए लगभग एक माह से कार्य कर रहा था और खरीदारी में धोखेबाजी के अलावा, मैंने अपने कार्यक्षेत्र में और कुछ नहीं किया था। मेरे पास ऐसा करने के लिए हर सुअवसर था। अनिल ने मुझे दरवाजे की एक चाबी दे दी थी, और मैं अपनी इच्छा से आ और जा सकता था। वह दूसरों पर अत्यधिक विश्वास करने वाला इंसान था, जिससे मैं कभी मिला था।
इसीलिए उसे लटना इतना मश्किल था। एक लालची इंसान को लटना आसान होता है, क्योंकि वह लुट जाना सह सकता है। लेकिन एक लापरवाह इंसान को लूटना मुश्किल होता है। कभी-कभी वह ध्यान तक नहीं देता कि वह लूट लिया गया है और वह ऐसे कार्य से सारा आनन्द चुरा लेता है।
अच्छा, अब समय है कि मैं वास्तविक कार्य करता, मैंने अपने आप से कहा; मेरा अभ्यास छूट गया है। और यदि मैं पैसे नहीं लेता, वह इसे केवल अपने दोस्तों पर बर्बाद करेगा। आखिरकार, वह मुझे वेतन भी नहीं देता है।
Anil was alseep………………………………….out of the room. (Page 10)
कठिन शब्दार्थ : alseep (अस्लीप) = सोया हुआ, नींद में। beam (बीम्) = किरण। situation (सिचुएशन) = स्थिति, हालत। slipping out (स्लिपिङ् आउट) = बाहर आते हुए। crept (क्रेप्ट्) = धीरे-धीरे आगे बढ़ा। peacefully (पीस्फलि) = शान्तिपूर्वक । mark (माक्) = निशान । scar (स्का(र)) = दाग। slid. (स्लिड्) = सरका, खिसका। drew out (ड्र आउट) = बाहर निकाला। sighed (साइड) = आह भरी। startled (स्टाट्ल्ड ) = चौंका हुआ। crawled (क्रॉल्ड) = रेंगा। search (सच्) = तलाश करना। money (मन्)ि = धन, पैसा ।
हिन्दी अनुवाद : अनिल सोया हुआ था। चन्द्रमा की रोशनी की एक किरण बालकनी के ऊपर से गुजरते हुए पलंग पर पड़ रही थी। स्थिति पर विचार करते हुए, मैं उठकर फर्श पर बैठ गया। यदि मैं (इस समय) धनराशि को चुरा लूं तो भी मैं 10.30 बजे लखनऊ जाने वाली एक्सप्रेस’ (ट्रेन/रेलगाड़ी) पकड़ सकता हूँ। कंबल से बाहर आते हुए, मैं पलंग तक धीरे-धीरे आगे बढ़ा। अनिल शान्तिपूर्वक सो रहा था।
उसका चेहरा साफ था और उस पर चिन्ता की लकीरें नहीं थीं; जबकि मेरे चेहरे पर अधिक निशान थे, यद्यपि मेरे अधिकतर दाग थे। नोटों को ढूँढ़ते हुए, मेरा हाथ गद्दे के नीचे सरका। जब मैंने उन्हें ढूँढ़ लिया, मैंने उन्हें बिना किसी आवाज के बाहर निकाल लिया। अनिल ने अपनी नींद में लम्बी गहरी सांस खींची और मेरी ओर करवट बदल ली। मैं चौंक गया था और शीघ्रता से रेंगता हुआ कमरे के बाहर आ गया।
When I was……………..chance to get away. (Pages 10-11)
कठिन शब्दार्थ : waist (वेस्ट) = कमर। string (स्ट्रिङ्) = फीता, नाड़ा। oil rich Arab (ऑइल रिच अरब) = तेल की बिक्री से धनी हुए अरब । dashed (डैश्ट) = अचानक तेजी से कहीं गया। straight (स्ट्रेट्) = सीधा । platform (प्लैटफॉम्) = रेलवे स्टेशन का प्लैटफार्म । carriage (कैरिज्) = रेलगाड़ी का डिब्बा। hesitate (हेजिटेट) = हिचकना, झिझकना।
हिन्दी अनुवाद : जब मैं सड़क पर था, मैंने दौड़ना शुरू कर दिया । रुपये मेरी कमर पर थे, मेरे पाजामे के नाड़े से वहाँ बँधे हुए। मैं पैदल की गति तक धीमा हो गया और नोट गिने : पचास-पचास के नोट में छः सौ रुपये! मैं एक या दो सप्ताहों तक एक तेल बेचने से रईस बने अरब की भाँति रह सकता था जब मैं स्टेशन पहुँचा तो मैं टिकट कार्यालय पर नहीं रुका (मैंने अपने जीवन में टिकट कभी नहीं खरीदा था), लेकिन सीधा प्लैटफार्म तक दौड़ गया। तभी लखनऊ एक्सप्रेस बाहर जा रही थी। ट्रेन को अभी गति पकड़नी थी और मैं किसी एक डिब्बे में कूद कर घुस जाता, लेकिन मैं हिचकिचाया-मैं वर्णन नहीं कर सकता किस कारण से–और मैंने दूर जाने का अवसर गंवा दिया।
When the train…………… …………for the loss of trust. (Page 11)
कठिन शब्दार्थ : deserted (डिटिड्) = वीरान, सुनसान। spend (स्पेन्ड्) = समय बिताना। believe (बिलीव्) = विश्वास करना। curious (क्युअरिअस्) = उत्सुक। career (करिअ(र)) = पेशा। acceptance (अक्सेप्टन्स्) = स्वीकृति। discovered (डिस्कव(र)ड) = पता लगाया। trust (ट्रस्ट्) = विश्वास, भरोसा। loss (लॉस्) = हानि। idea (आइडिया) = योजना। trouble (ट्रब्ल) = समस्या।
हिन्दी अनुवाद : जब रेलगाड़ी चली गई, मैंने स्वयं को वीरान प्लेटफार्म पर अकेले खड़े हुए पाया। रात कहाँ बितानी है, इसकी कोई योजना मेरे पास नहीं थी। मेरे कोई मित्र नहीं थे, (यह) विश्वास करते हुए कि मित्र सहायक होने के स्थान पर समस्या अधिक होते हैं। और मैं स्टेशन के निकट छोटे होटलों में से एक में रह कर किसी को उत्सुक नहीं बनाना चाहता था। एकमात्र इंसान जिसे मैं वास्तव में अच्छी तरह से जानता था वह था जिस आदमी को मैंने लूटा था। स्टेशन छोड़ते हुए मैं धीमे-धीमे बाजार से होते हुए चलने लगा।
एक चोर के पेशे की छोटी अवधि में मैंने आदमियों के चेहरों का अध्ययन किया था जब वे अपना सामान खो देते थे। लालची आदमी डर प्रदर्शित करता था; धनी आदमी क्रोध दिखाता था; गरीब आदमी स्वीकृति दिखाता था। लेकिन मुझे पता था कि जब अनिल चोरी का पता लगा लेगा, उसका चेहरा केवल दुःख की एक झलक दिखाएगा। पैसों की हानि के लिए नहीं, लेकिन विश्वास टूटने के लिए।
I found myself………………………..whole sentences any more. (Pages 11-12)
कठिन शब्दार्थ : chilly (चिलि) = बहुत ठंडा। drizzle (ड्रिज्ल्) = बूंदाबांदी। discomfort (डिस्काभ्फट) = परेशानी। stuck (स्टक्) = चिपकाया। shelter (शेल्ट(र)) = शरण स्थल। clock tower (क्लॉक टाउअ(र)) = घण्टाघर । damp (डैम्प्) = सीलन भरे। found (फाउन्ड्) = पाया, ढूँढ़ा। felt (फेल्ट्) = टोह ली। across (अक्रॉस्) = एक ओर से दूसरी ओर।
हिन्दी अनुवाद : मैंने स्वयं को मैदान में पाया और एक बेन्च पर बैठ गया। रात्रि बहुत ठंडी और कष्टकर थी—यह नवम्बर की शुरुआत थी—और हल्की बूंदाबांदी ने मेरी परेशानी को बढ़ा दिया। जल्दी ही बहुत तेज बारिश होने लगी थी। मेरी कमीज और पायजामा मेरी त्वचा से चिपक गए, और ठंडी हवा बारिश को मेरे चेहरे की तरफ उड़ा रही थी।
मैं वापस बाजार गया और घण्टाघर के नीचे बैठ गया। घड़ी मध्यरात्रि दिखा रही थी। मैंने नोटों की टोह ली। वे बारिश से नम हो गए थे। अनिल के पैसे । सुबह शायद वह सिनेमा जाने के लिए मुझे दो या तीन रुपये देता, लेकिन अब मेरे पास वे सारे थे। मैं अब और उसका भोजन नहीं बना सकता था, बाजार नहीं दौड़ सकता था या पूरे वाक्य लिखना नहीं सीख सकता था।
I had forgotten………………….under it with the notes. (Page 12)
कठिन शब्दार्थ : forgotten (फगॉट्न्) = भूल गया। excitement (इक्साइट्मन्ट) = उत्तेजना। matter (मैट(र)) = विषय, प्रसंग। hurried (हरिड) = जल्दी चला। undetected (अन्डिटेक्टिड) = बिना पता लगे। breath (ब्रेथ्) = श्वास । remained (रिमेन्ड) = बना रहा। still (स्टिल) = निश्चल। edge (एज्) = किनारा, छोर। door way (डॉवे) = द्वार मार्ग। clever (क्लेव(र)) = चतुर, बुद्धिमान।
हिन्दी अनुवाद : चोरी की उत्तेजना में मैं उनके विषय में भूल गया था। मैं जानता था, कि पूरे वाक्य, एक दिन मुझे कुछ सौ रुपयों से अधिक लाकर दे सकते थे। चोरी करना एक सरल बात थी-और कभी-कभी पकड़ा जाना भी उतना ही सरल था। लेकिन एक बड़ा इंसान बनना, एक बुद्धिमान और आदरणीय इन्सान बनना, कुछ अलग बात थी। मैंने अपने आप से कहा, मुझे अनिल के पास वापस चले जाना चाहिए, अगर केवल पढ़ना और लिखना ही सीखना है।
मैं बहुत चिन्तित होते हुए कमरे तक तेजी से चलकर वापिस आया, क्योंकि किसी चीज को चुराना बहुत अधिक सरल है, उसे बिना पता लगे वापिस लौटाने से। मैंने चुपचाप दरवाजा खोला, फिर चन्द्रमा की धुंधली रोशनी में द्वार-मार्ग में खड़ा हो गया। अनिल अभी सोया हुआ था। मैं पलंग के सिरहाने तक चुपके से खिसक कर गया, और मेरा हाथ नोटों के साथ ऊपर आया। मैंने अपने हाथ पर उसकी श्वास महसूस की। एक मिनिट के लिए मैं निश्चल रहा। फिर मेरे हाथ ने गद्दे का किनारा ढूँढ़ लिया, और नोटों के साथ उसके नीचे सरक गया।
I awoke late…………… ……………..without any effort. (Page 12)
कठिन शब्दार्थ : awoke (अवोक्) = जागा। late (लेट) = विलम्ब से। already (ऑडि ) = इतनी जल्दी। stretched out (स्ट्रेच्ट आउट) = बढ़ाया। sank (सैङ्क) = डूब गया। spirits (स्पिरिट्स) = मनोदशा। rose (रोज) = ऊपर उठा। effort (एफट) = प्रयास।
हिन्दी अनुवाद : अगली सुबह मैं देर से उठा और देखा कि अनिल ने पहले ही चाय बना ली थी। उसने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया। उसकी उँगलियों के मध्य पचास रुपये का एक नोट थ गया। मैंने सोचा मैं पकड़ा गया था। “कल मैंने कुछ पैसे कमाए”, उसने स्पष्ट किया। “अब तुम्हें नियमित रूप से भुगतान किया जाएगा।” मेरी मनोदशा में सुधार आया। लेकिन जब मैंने नोट लिया, मैंने देखा कि यह अभी तक रात की बारिश से गीला था।
“आज हम वाक्य लिखना शुरू करेंगे”, उसने कहा। वह जान गया था। लेकिन ना तो उसके होंठ, और ना ही उसकी आँखों ने कुछ प्रदर्शित किया। मैं अपने अत्यधिक आकर्षक ढंग से अनिल की तरफ मुस्कराया। और मुस्कान अपने आप आई थी, बिना किसी प्रयास के।
Textbook Questions and Answers
Read And Find Out (Page 8)
Question 1.
Who does ‘I’ refer to in this story?
इस कहानी में ‘मैं’ किसके लिये आया है?
Answer:
In this story, ‘I’ refers to Hari Singh, a fifteen year old young boy, who is an experienced and fairly successful thief, even at this raw age.
इस कहानी में ‘मैं’ हरीसिंह, एक पन्द्रह वर्षीय तरुण के लिए आया है, जो इस कच्ची उम्र में भी एक अनुभवी और काफी सफल चोर है।
Question 2.
What is he, “a fairly successful hand” at?
वह किस क्षेत्र में काफी सफल काम करने वाला है?
Answer:
He is a fairly successful hand” at stealing. He steals things cleverly and gets success in his work though he was only 15.
वह चोरी के क्षेत्र में एक काफी सफल काम करने वाला है। वह चतुराई से चीजें चुराता है और अपने कार्य में सफलता प्राप्त करता है यद्यपि वह केवल 15 वर्ष का है।
Question 3.
What does he get from Anil in return for his work?
वह अनिल से अपने काम के बदले में क्या पाता है?
Answer:
He gets food and accommodation from Anil in return for his work. Anil also teaches him to write his name.
वह अनिल से अपने काम के बदले में खाना व रहने की सुविधा पाता है। अनिल उसे अपना नाम लिखना भी सिखाता है।
Page 10
Question 1.
How does the thief think Anil will react to the theft?
चोर कैसे सोचता है कि अनिल चोरी के प्रति क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा?
Answer:
The thief thinks when Anil discovered the theft, he would show only a touch of sadness, not for the loss of money, but for the loss of trust. Because he (Anil) was the – most trusting man he had ever met.
सोचता है जब वह (अनिल) चोरी के बारे में जान जाएगा, वह द:ख की झलक प्रदर्शित करेगा, पैसों की हानि के कारण नहीं वरन विश्वास टूटने के कारण। क्योंकि वह (अनिल) दूसरों पर अत्यधिक विश्वास करने वाला था, जिससे वह कभी मिला था।
Question 2.
What does he say about the different reactions of people when they are robbed?
लूट लिए जाने पर लोगों की विभिन्न प्रतिक्रियाओं के विषय में वह क्या कहता है?
Answer:
The greedy man shows fear. The rich man shows anger and the poor man shows acceptance. Those who trust others completely like Anil show only a touch of sadness, not for the loss of money, but for the loss of trust.
लालची आदमी डर प्रदर्शित करता है। धनी इन्सान क्रोध दिखाता है और गरीब इन्सान स्वीकृति दिखाता है। वे, जो अनिल के समान दूसरों पर पूरी तरह विश्वास करते हैं, दु:ख की एक झलक प्रदर्शित करते हैं, विश्वास के टूटने पर, न कि पैसों की हानि पर।
Question 3.
Does Anil realise that he has been robbed?
क्या अनिल समझ जाता है कि वह लूट लिया गया है?
Answer:
Yes, Anil realises that he has been robbed because he finds the notes wet under the mattress. But as his money is kept back so he hasn’t been actually robbed.
हाँ, अनिल सच्चाई को समझ गया है कि वह लूट लिया गया है क्योंकि वह गद्दे के नीचे रखे हुए नोटों को गीला पाता है। लेकिन क्योंकि उसकी धनराशि वापस रख दी जाती है इसलिए उसे वास्तव में नहीं लूटा गया. है।
Think About It (Page 13)
Question 1.
What are Hari Singh’s reactions to the prospect of receiving an education? Do they change over time?
(Hint : compare, for example, the thought : “I knew that once I could write like an educated man there would be no limit to what I could achieve” with these later thoughts : “Whole sentences, I knew, could one day bring me more than a few hundred rupees. It was a simple matter to steal – and sometimes just as simple to be caught. But to be a really big man, a clever and respected man, was something else.”) What makes him return to Anil?
शिक्षा प्राप्त करने की सम्भावना पर हरिसिंह की क्या प्रतिक्रियाएँ हैं? क्या वक्त के साथ वे बदलती हैं? (संकेत-उदाहरण के लिए तुलना करें यह विचार : मुझे पता था कि एक बार मैं एक शिक्षित इन्सान के समान लिख सका तो मैं क्या पा सकता था, उसकी सीमा नहीं होती। इन बाद वाले विचारों के साथ : “मैं जानता था कि पूरे वाक्य एक दिन मेरे लिए कुछ सौ रुपयों से अधिक मुझे ला कर दे सकते थे। चोरी करना एक सरल बात थी और कभी-कभी पकड़ा जाना भी उतना सरल था। लेकिन एक बड़ा इन्सान बनना, एक बुद्धिमान और आदरणीय इन्सान बनना कुछ और चीज थी।”) उसे अनिल के पास वापस लौटने के लिए क्या प्रेरित करता है?
Answer:
Hari Singh’s reactions are :
“I know that once I could write like an educated man there would be no limit to what I could achieve.’
“Whole sentences, I know, could one day bring me more than a few hundred rupees.’
Yes, Hari Singh’s thoughts to the prospect of receiving an education change over time. The above illustrations show it.
Hari wanted to be a clever and respected man like Anil. This thought made him return to Anil.
हरि सिंह की प्रतिक्रियाएँ इस प्रकार हैं :
‘मैं जानता हूँ कि एक बार मैंने एक शिक्षित व्यक्ति की तरह लिखना सीख लिया तो इस बात की कोई सीमा नहीं होगी कि मैं क्या उपलब्धि प्राप्त कर सकता हूँ (अर्थात मैं असीम उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकता हूँ)।’
‘पूरे वाक्य, मैं जानता हूँ, एक दिन मेरे लिए कुछ सौ रुपयों से अधिक ला सकते हैं (अर्थात यदि मैंने . पूरे वाक्य लिखना-बोलना-पढ़ना सीख लिए तो मैं बहुत अधिक रुपये कमा सकता हूँ)।’
हाँ, हरि सिंह के विचार, शिक्षा प्राप्त करने की संभावना पर, वक्त के अनुसार बदलते हैं। उपर्युक्त व्याख्याएँ इसे प्रदर्शित करती हैं।
हरि अनिल की तरह एक चतुर एवं सम्मानित व्यक्ति बनना चाहता था। इस विचार ने उसे अनिल के पास लौटकर आने को विवश कर दिया।
Question 2.
Why does not Anil hand the thief over to the police? Do you think most people would have done so? In what ways is Anil different from such employers?
अनिल चोर को पुलिस को क्यों नहीं सौंप देता है? क्या आप सोचते हैं कि अधिकतर लोगों ने यही किया होता? अनिल ऐसे मालिकों से किन मायनों में भिन्न है?
Answer:
Anil does not hand the thief over to the police because he was very generous and forgiving by nature. He thought that he must give him a chance to reform himself, and leave stealing by overlooking his folly. No, I think most people would not have done so. Anil is altogether different from such employers in many ways. He had a generous heart. He could even forgive those very easily who harmed him in any
अनिल चोर को पुलिस को सुपुर्द नहीं करता है क्योंकि वह स्वभाव से उदार तथा क्षमाशील था। उसने सोचा कि उसकी गलती को अनदेखा कर उसे अपने आपको सुधारने का और चोरी छोड़ने का अवसर अवश्य देना चाहिए। नहीं, मैं सोचता हूँ कि ज्यादातर लोगों ने यह नहीं किया होता। अनिल ऐसे मालिकों से कई मायनों में एकदम अलग है। उसका हृदय उदार था। वह उन लोगों को भी बहुत आसानी से क्षमा कर सकता था जिन्होंने उसको किसी तरह से नुकसान पहुँचाया हो।
Talk About It (Page 13)
Question 1.
Do you think people like Anil and Hari Singh are found only in fiction, or are there such people in real life?
क्या आप सोचते हैं कि अनिल और हरि सिंह जैसे लोग केवल कथा-साहित्य में पाए जाते हैं, या क्या ऐसे लोग वास्तविक जीवन में भी होते हैं?
Answer:
No, I don’t think people like Anil and Hari Singh are found only in fiction. Many such people are found in real life also.
नहीं, मैं नहीं सोचता कि अनिल और हरि सिंह जैसे लोग केवल कथा-साहित्य में ही पाए जाते हैं। ऐसे कई लोग वास्तविक जीवन में भी पाए जाते हैं।
Question 2.
Do you think it a significant detail in the story that Anil is a struggling writer? Does this explain his behaviour in any way? ।
क्या आप सोचते हैं कि अनिल का एक संघर्षशील लेखक होना कहानी में एक महत्त्वपूर्ण तथ्य है? क्या यह किसी तरह.से उसके व्यवहार का स्पष्टीकरण देता है?
Answer:
Anil was a struggling writer. He was not being paid regularly for his writings by his publishers. He was unable to earn enough money to lead a comfortable life even though he was’ well educated. So he understood the hardships of earning money in this world by fair meAnswer: Hari Singh had no proper way of earning money so he thought to steal. Hence he gives him a chance to reform himself by overlooking his folly of stealing.
अनिल एक संघर्षशील लेखक था। वह अपने प्रकाशकों द्वारा उसके लेखन के लिए नियमित रूप से पैसों का भुगतान नहीं पा रहा था। सुशिक्षित होने के बावजूद एक आरामदेह जीवन बिताने के लिए वह पर्याप्त धन कमाने में असमर्थ था। अतः वह इस दुनिया में सही तरीके से धन कमाने की कठिनाइयों को समझता था। हरि सिंह के पास धन कमाने का कोई उचित तरीका नहीं था इसलिये उसने चोरी करने का दि वह उसकी चोरी की गलती को अनदेखा करके अपने आपको सुधारने का एक मौका देता है।
Question 3.
Have you met anyone like Hari Singh? Can you think and imagine the circumstances that can turn a fifteen year old boy into a thief?
क्या आप हरि सिंह जैसे किसी व्यक्ति से मिले हैं? क्या आप ऐसी परिस्थितियों के बारे में चिन्तन और कल्पना कर सकते हैं जो एक पन्द्रहवर्षीय लड़के को चोर में बदल सकती हैं?
Answer:
No, I have never met anyone like Hari Singh. But I can very well think and imagine the circumstances that can turn a fifteen year old boy into a thief. A boy, who is born and brought up on footpath or railway station under the care of such parents, who themselves are thieves can turn into a thief due to lack of proper guidance in order to arrange for his food and other basic requirements.
नहीं, मैं हरी सिंह के समान किसी इन्सान से कभी नहीं मिला हूँ। लेकिन मैं ऐसी परिस्थितियों के बारे में बहुत अच्छी तरह से चिन्तन और कल्पना कर सकता हूँ जो एक पन्द्रह वर्षीय लड़के को चोर में बदल सकती हैं। एक लड़का जो फुटपाथ या रेलवे स्टेशन पर जन्मा और पला-बढ़ा है ऐसे अभिभावकों की देखरेख में जो स्वयं चोर हैं, सही मार्गदर्शन के अभाव में भोजन तथा अन्य आधारभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था करने के लिए एक चोर में बदल सकता है।
Question 4.
Where is the story set? (You can get clues from the names of the persons and places mentioned in it.) Which language or languages are spoken in these places? Do you think the characters in the story speak to each other in English?
कहानी की पृष्ठभूमि क्या है? (आप कहानी में उल्लिखित लोगों और स्थानों के नाम से सूत्र पा सकते हैं।) इन स्थानों पर कौनसी भाषा या भाषाएँ बोली जाती हैं? क्या आप सोचते हैं कि कहानी में पात्र एक-दूसरे से अंग्रेजी में बातचीत करते हैं?
Answer:
The story is set in some place near Lucknow in the state Uttar Pradesh. Use of some Hindi words like bazaar (Pg. 11, 2nd paragraph) and maidan (Pg. 11, last paragraph) in the story show that Hindi language is spoken in these places. No, I don’t think that the characters in the story speak to each other in English.
कहानी की पृष्ठभूमि उत्तर प्रदेश राज्य में लखनऊ के पास कोई स्थान है। कहानी में कुछ हिन्दी शब्दों जैसे बाजार ( पृष्ठ 11, दूतीय अनुच्छेद) तथा मैदान ( पृष्ठ 11,अन्तिम अनुच्छेद) का प्रयोग प्रदर्शित करता है कि इन स्थानों पर हिन्दी भाषा बोली जाती है। नहीं, मेरे अनुसार कहानी में पात्र एक-दूसरे से अंग्रेजी में बातचीत नहीं करते हैं।
Important Questions and Answers
I. Select the correct option from the given alternatives after reading the question
Question 1.
What is the age of speaker?
(A) 15
(B) 20
(C) 16
(D) 17
Answer:
(A) 15
Question 2.
What was the job of speaker before he met Anil?
(A) He was a student
(B) He was a thief
(C) He was a hawker
(D) He was a vendor
Answer:
(B) He was a thief
Question 3.
What was the age of Anil?
(A) About 24
(B) About 25
(C) About 26
(D) About 30
Answer:
(B) About 25
Question 4.
What was Anil doing when the speaker approached him?
(A) Watching a wrestling match
(B) Watching television
(C) Playing cards
(D) Walking in a street
Answer:
(A) Watching a wrestling match
Question 5.
Why did he keep changing his name every month?
(A) To keep himself ahead of police and his former employers
(B) He likes to live in this way
(C) His employers change his name
(D) He hate his own name
Answer:
(A) To keep himself ahead of police and his former employers
Question 6.
Where was Anil’s room?
(A) Over the Jamuna Sweet Shop
(B) Over the Laxmi Sweets
(C) Over the Jodhpur Sweet Home
(D) Over Komal Cloth Store
Answer:
(A) Over the Jamuna Sweet Shop
Question 7.
How was the meal cooked by him?
(A) It was very tasty
(B) It was terrible in taste
(C) It was less
(D) None of the above
Answer:
(B) It was terrible in taste
Question 8.
What amount did he make everyday?
(A) One rupee
(B) Two rupees a day
(C) Did not make any money
(D) Hundred rupees a day
Answer:
(A) One rupee
Question 9.
What did Hari Singh think about working for Anil?
(A) Pleasant
(B Bad
(C) He disliked
(D) All the above
Answer:
(A) Pleasant
Question 10.
Where could Hari Singh sleep?
(A) Kitchen
(B) Gallery
(C) Balcony
(D) Room
Answer:
(A) Kitchen
Question 11.
Where did Anil took the money?
(A) Under the wardrobe
(B) Under the Almirah paper
(C) Under the mattress
(D) Under his writing pad
Answer:
(C) Under the mattress
Question 12.
What did Anil give Hari Singh?
(A) A key to the door
(B) A mobile to call
(C) A story book to read
(D) None of the above
Answer:
(A) A key to the door
Question 13.
Why was it difficult to robe a careless man?
(A) He did not notice that he’s been robbed
(B) He can catch the thief easily
(C) He has good relationship with police
(D) He is very greedy
Answer:
(A) He did not notice that he’s been robbed
Question 14.
What was the time of Luckow Express?
(A) 10.30 pm
(B) 10 am
(C) 11 pm
(D) 11.30 pm
Answer:
(A) 10.30 pm
Question 15.
How much money was kept by Anil under the mattress?
(A) 600 rupees in fifties
(B) 700 rupees in fifties
(C) 2000 rupees in fifties
(D) 5000 rupees
Answer:
(A) 600 rupees in fifties
Question 16.
Why did Hari Singh not keep friends?
(A) They were trouble
(B) They ask money
(C) They are not interested to help Hari Singh
(D) No one want to be his friend
Answer:
(A) They were trouble
Question 17.
When a poor man lost their goods, how did his face show?
(A) Anger
(B) Revenge
(C) Acceptance
(D) Fear
Answer:
(C) Acceptance
Question 18.
How was the night?
(A) Chilly
(B) Hot
(C) Sultry
(D) Unbearable
Answer:
(A) Chilly
Question 19.
Where did he sit in the market?
(A) In a shop
(B) Out of shop
(C) Under a tree
(D) Under the clock tower
Answer:
(D) Under the clock tower
Question 20.
How much money did Anil give to Hari Singh?
(A) A fifty rupee note
(B) A hundred rupee note
(C) A two hundred rupee note
(D) One rupee
Answer:
(A) A fifty rupee note
II. Answer the following questions in 20 words only.
Question 1.
How was Anil as a thief?
अनिल एक चोर के रूप में किस प्रकार का था?
Answer:
Anil was an experienced and fairly successful hand thief.
अनिल एक अनुभवी और एक अच्छे हाथ की सफाई करने वाला चोर था।
Question 2.
How was Anil according to the speaker?
वक्ता के अनुसार अनिल किस प्रकार का था?
Answer:
Anil was a tall, lean fellow of 25 years age. He looked easy going, kind and simple enough for the purpose of theft.
अनिल. लम्बा, पतला 25 वर्ष की उम्र का था। वह सरल, दयालु और स्वभाव से साधारण सा चोरी के उद्देश्य के अनुसार था।
Question 3.
Why did the speaker change his name every month?
वक्ता अपना नाम प्रति माह क्यों बदलता था?
Answer:
The speaker changed his name every month because he kept himself away from police in this way as well to his former employers.
वक्ता अपना नाम प्रति माह इसलिए बदलता रहता था क्योंकि वह अपने आपको पुलिस और उसके तात्कालिक मालिकों से दूर रखना चाहता था।
Question 4.
Why did the speaker want to talk to Anil?
वक्ता अनिल से बात क्यों करना चाहता था?
Answer:
The speaker wanted to talk to Anil because he had determined to make him his next prey for the purpose of theft.
वक्ता अनिल से बात इसलिए करना चाहता था क्योंकि उसने चोरी के उद्देश्य से उसको अपना अगला शिकार बनाने का निश्चय कर लिया था।
Question 5.
How was the food cooked by the speaker?
वक्ता के द्वारा बनाया गया भोजन कैसा था?
Answer:
The food cooked by speaker was terrible in taste. Anil gave that food to a stray dog:
वक्ता के द्वारा बनाया गया भोजन स्वाद में भयंकर खराब था। अनिल ने उसको एक आवारा कुत्ते को खिला दिया था।
Question 6.
What was Anil’s reaction when speaker cooked bad food?
वक्ता ने जब खराब भोजन बनाया तो अनिल की क्या प्रतिक्रिया थी?
Answer:
Anil patted the speaker on the head and said never mind. Anil agreed to teach : him how to cook food.
अनिल ने वक्ता के सिर पर हाथ फेरा और कहा कोई बात नहीं। अनिल उसे खाना बनाना सिखाने के लिये सहमत हो गया।
Question 7.
What things did Anil teach the speaker?
वक्ता को अनिल ने क्या-क्या सिखाया था?
Answer:
Anil taught the speaker cooking food. He also taught him how to write name and then whole sentence and how to add numbers.
अनिल ने वक्ता को खाना बनाना सिखाया। उसने उसे नाम लिखना भी सिखाया और तब पूर्ण वाक्य और संख्याओं को जोड़ना सिखाया था।
Question 8.
What was the daily routine of speaker at Anil’s house?
अनिल के घर पर वक्ता की दैनिक दिनचर्या क्या थी?
Answer:
The speaker made tea for Anil in the morning. He also buy days’s groceries in the rest of time.
वक्ता सुबह अनिल के लिए चाय बनाता था। वह बाकी के समय में उसके लिए घरेलू आवश्यकता का सामान खरीदता था।
Question 9.
What was Anil’s way of earning money?
अनिल का पैसे कमाने का तरीका क्या था?
Answer:
Anil earned money by fits and starts. He would borrow one week and lend the next week. He worried about his cheques.
अनिल अनियमित रूप से धन कमाता था। वह एक सप्ताह धन उधार लेता और अगले सप्ताह धन उधार देता। वह अपने चैक के लिए चिन्तित रहता था।
Question 10.
Why was it difficult to rob Anil?
अनिल को लूटना कठिन क्यों था?
Answer:
It was difficult to rob Anil because he was very careless. He didn’t even notice that he had been robbed.
अनिल को लूटना इसलिए कठिन था क्योंकि वह बहुत लापरवाह था। उसे इस बात का पता भी नहीं चलता कि उसे लूट लिया गया था।
Question 11.
What was he thinking before taking Anil’s money that night? उस रात अनिल का पैसा चुराने से पहले वह क्या सोच रहा था?
Answer:
Before taking Anil’s money that night he was thinking to catch 10.30 Express to Lucknow, if he took the money.
उस रात अनिल के पैसे चुराने से पूर्व वह सोच रहा था कि अगर वह पैसे ले लेता है ता वह 10.30 बजे लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ सकता था।
Question 12.
What did he do after taking the money of Anil?
अनिल का पैसा ले लेने के बाद उसने क्या किया था?
Answer:
After taking money he went out on the road and began to run. He tied the notes by the string of pyjamas. He slowed down to count the money.
पैसा लेने के बाद वह सड़क पर आ गया था और उसने दौड़ना शुरू किया था। उसने अपने पायजामे के नाड़े से रुपये बांध लिये थे। वह रुपयों को गिनने के लिए धीरे हुआ था।
Question 13.
What did he do when he reached station?
जब वह स्टेशन पहुँचा तो उसने क्या किया था?
Answer:
When he reached station he went straight into the platform. He never bought ticket. The train was leaving at that time.
जब वह स्टेशन पहुँचा तो वह सीधा प्लेटफॉर्म में प्रवेश कर गया। उसने कभी भी टिकिट नहीं खरीदी थी। उस समय टैन जा रही थी।
Question 14.
What was he thinking when the train had left the station?
जब गाड़ी स्टेशन से चली गई तो वह क्या सोच रहा था?
Answer:
When the train had left the station he was standing alone on the deserted platform. He did not know where to go and spent the night.
जब गाड़ी स्टेशन से चली गई थी तो वह अकेला सूने प्लेटफार्म पर खड़ा था। वह नहीं जानता था कि वह कहां जाए और रात बिताए।
Question 15.
What was his conclusion about the man in his career as a thief?
उसके चोर के जीवन में उसका मनुष्य के बारे में क्या सारांश था?
Answer:
He categorised man in three ways, greedy man showed fear, rich showed anger and poor showed acceptance when their money lost.
उसने मानव को तीन प्रकार से श्रेणीबद्ध किया था। लालची आदमी डर दिखाता है। धनवान गुस्सा और गरीब आदमी स्वीकारोक्ति कर लेता है जब उनके पैसे खो जाते हैं।
Question 16.
How was that night?
वह रात कैसी थी?
Answer:
It was early November and the night was chilly. His discomfort increased due to rain. He was wet and felt cold.
यह नवम्बर की शुरूआत थी और रात ठण्डी थी। उसकी परेशानी बरसात के कारण बढ़ गई थी। वह गीला हो गया था और उसे ठण्ड लग रही थी।
Question 17.
What did he think about his comfort after the theft?
चोरी के बाद उसने अपने आराम के बारे में क्या सोचा था?
Answer:
He thought that he could live a life like a rich Arab for few days. He could enjoy his life in a very good way.
उसने सोचा था कि वह एक धनवान अरब की तरह से अपने जीवन के कुछ दिन गुजार सकता था। वह अपने जीवन का आनन्द बहुत अच्छे तरीके से ले सकता था।
Question 18.
What did he think about the reaction of Anil after the theft?
उसनें चोरी के बाद अनिल की प्रतिक्रिया के बारे में क्या सोचा था?
Answer:
When Anil would discover the theft, there would be a touch of sadness. This will occur due to his loss of trust.
जब अनिल को चोरी का पता चलेगा, उसे दुःख का अहसास होगा। यह विश्वास के खो जाने के कारण होगा।
Question 19.
What did the speaker do later that night?
उस रात को बाद में वक्ता ने क्या किया था?
Answer:
He came back to Anil’s house. He put the notes back under the mattress. He was very worried and feeling very nervous.
वह अनिल के घर वापस आया। उसने गद्दे के नीचे नोटों को वापस रख दिया था। वह बहुत चिन्तित था और किंकर्तव्यविमूढ़ सा महसूस कर रहा था।
Question 20.
Why was his heart sank next morning?
अगली सुबह उसका दिल क्यों बैठ गया था?
Answer:
Next morning his heart sank because Anil gave him fifty rupees. He thought that he had been discovered.
अगली सुबह उसका दिल बैठ गया था क्योंकि अनिल ने उसे पचास रुपये का एक नोट दिया था। उसने सोचा कि उसकी चोरी का पता चल गया था।
Question 21.
What did Anil say to the speaker next morning?
अगली सुबह अनिल ने वक्ता से क्या कहा था?
Answer:
Next morning Anil gave the speaker a fifty rupee note. He said that they would start writing sentences that day.
अगली सुबह वक्ता को अनिल ने एक पचास रुपये का नोट दिया। उसने कहा कि वे उस दिन से वाक्य लिखना प्रारम्भ करेंगे।
Question 22.
What did Anil say to speaker when he was giving him note?
जब अनिल वक्ता को रुपये दे रहा था तो उसने क्या कहा था? .
Answer:
Anil said to speaker that he would be paid regularly. He had not paid him. He made some money.
अनिल ने वक्ता से कहा था कि उसे नियमित रूप से भुगतान किया जाएगा। उसे भुगतान नहीं किया गया था। वह कुछ रुपये लेकर आया था।
Question 23.
What did Anil do when he earned money?
जब अनिल पैसे कमा लेता तो वह क्या करता था?
Answer:
When Anil earned money, he used to celebrate. He spends money on his friends whenever he received a cheque.
जब अनिल पैसे कमा लेता तो वह उस अवसर को मनाता था। वह उस पैसे को अपने मित्रों पर खर्च करता जब कभी उसे चैक मिलता था।
Question 24.
Where did Anil keep his money?
अनिल अपने पैसे कहाँ पर रखता था?
Answer:
Anil did not earn enough money. He usually keep his money here and there. The safe place was to put the money under the mattress. He was careless.
अनिल पर्याप्त पैसे नहीं कमाता था। वह अपने पैसे यहां और वहां पर रख देता था। सुरक्षित स्थान गद्दे के नीचे पैसा रखना था। वह लापरवाह था।
III. Answer the following questions in 60 words.
Question 1.
Pen a brief character sketch of Anil.
अनिल का चरित्र चित्रण संक्षिप्त में लिखिए।
Answer:
Anil was easy going, kind, simple and selfless man. He was generous. He kept Hari Singh to teach him. Anil knew that he was saving one rupee daily. But he never objected. Anil came to know about the theft of the money he put under the mattress. He did not grudge about the act of Hari Singh. He was large hearted man.
अनिल एक सरल, दयालु, शान्त एवं नि:स्वार्थ व्यक्ति था। वह उदार था। उसने हरि सिंह को पढ़ाने के लिए रखा था। अनिल जानता था कि वह एक रुपया रोजाना बचा रहा था। मगर उसने कभी भी इसका विरोध नहीं किया था। अनिल को यह पता चला कि गद्दे के नीचे रखे पैसों की चोरी हुई थी। उसने हरि सिंह के इस कार्य की शिकायत नहीं की थी। वह एक विशाल हृदय आदमी था।
Question 2.
Draw a brief character sketch of Hari Singh.
हरि सिंह का संक्षिप्त चरित्र चित्रण कीजिए।
Answer:
Hari Singh was an experienced and fairly succesful thief. He was quite cunning and shrewd. He tried to get close to Anil through flattery. He changed his name every month to escape from police and his former employers. Hari Singh was thoughtful. He cheated Anil by his theft. He thought that Anil would never believe on anyone. He was sensitive also.
हरि सिंह एक अनुभवी और सफल चोर था। वह काफी चतुर और धूर्त था। उसने चापलूसी के द्वारा अनिल के पास आना शुरू किया। वह प्रत्येक माह अपना नाम इसलिए बदलता था कि वह पुलिस और अपने तात्कालिक मालिकों से बच सके। हरि सिंह एक विचारशील व्यक्ति था। उसने अपनी चोरी से अनिल को धोखा दिया था। उसने सोचा कि अनिल कभी भी किसी पर विश्वास नहीं करेगा। वह संवेदनशील भी था।
Question 3.
Write about the end of the story and the smile on Hari Singh’s face.
कहानी के अन्त और हरि सिंह के चेहरे पर आई मुस्कान के बारे में लिखिए।
Answer:
Hari Singh’s heart was changed at the generosity of Anil. He couldn’t find a place to sit and live. He came back with notes and put them under the mattress. He did not want to be detected as a thief. His heart sank when Anil gave him a fifty rupee note. The note was wet. He did not grudge and allowed Hari Shing to live with him. That caused a smile on his face.
हरि सिंह का हृदय अनिल की उदारता के कारण बदल गया था। उसे कहीं पर बैठने और रहने का स्थान नहीं मिला था। वह वापस आकर नोटों को गद्दे के नीचे रख देता है । वह एक चोर के रूप में पकड़ा नहीं जाना चाहता था। उसका दिल बैठ गया जब अनिल ने उसे एक पचास रुपये का नोट दिया। नोट गीला था। उसने शिकायत नहीं की और हरि सिंह को रहने की अनुमति दी। इस कारण उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई थी।
Question 4.
What happend after Hari Singh was unable to board the Lucknow Express?
हरि सिंह के लखनऊ एक्सप्रेस पर चढ़ने में असमर्थ होने पर क्या हुआ?
Answer:
Hari Singh found himself standing alone on the deserted platform. He had no idea as to where to spend the night. He had no friends. He started walking and found himself in the maidan. He sat down on a bench. The night was chilly and a drizzle improved the discomfort. Soon it began to rain heavily. He went back to the bazar and took shelter in the clock tower.
हरि सिंह ने अपने आपको वीरान प्लेटफॉर्म पर खड़ा पाया। उसके पास रात व्यतीत करने का कोई विचार नहीं था। उसके कोई दोस्त भी नहीं था। उसने पैदल चलना प्रारम्भ किया और अपने आपको मैदान में पाया। वह एक बैंच पर बैठ गया था। रात ठण्डी थी और बूंदाबांदी ने परेशानी बढ़ा दी थी। शीघ्र ही तेजी से बरसात होने लगी थी। वह बाजार में गया और क्लॉक टावर के नीचे जाकर बैठ गया था।
Question 5.
Write about Anil’s life style and his earnings?
अनिल की जीवन शैली और उसके कमाने के बारे में लिखिए।
Answer:
Anil was a writer. It was his source of earning. He sold his book to publisher and get money. His income was irregular. He borrowed money from others and the next week he lend money. When he got his cheque he spent the money on his friends. He was very careless. He earned so that he can fulfill his daily needs.
अनिल एक लेखक था। यही उसकी आय का स्रोत था। वह अपनी पुस्तक प्रकाशक को बेचकर पैसे लाता था। उसकी आय अनियमित थी। वह दूसरों से पैसे उधार लाता और अगले सप्ताह पैसे उधार देता था। जब उसका चैक आ जाता था तो वह उस धन को अपने मित्रों पर खर्च करता था। वह बहत लापरवाह था। वह अपनी रोजाना की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ही कमाता था।
Question 6.
According to Hari Singh how are the different people react in different manner when they lose their money?
हरि सिंह के अनुसार विभिन्न लोग किस प्रकार से विभिन्न तरीके से पैसे खो जाने पर प्रतिक्रिया करते हैं?
Answer:
Hari Singh has a very good experience about the people who lose their money and their reactions. He says greedy man would show fear. A rich man would show anger. A poor man would show acceptance when lose his money. Anil was a careless man. He would not know that he had been robbed. Anil’s sadness would be for the loss of trust not for the loss of money.
हरि सिंह को लोगों के बारे में बहुत अच्छा अनुभव है जो अपना धन खो देते हैं और उनकी प्रतिक्रियाएँ कैसी होती हैं। वह कहता हैं कि लालची आदमी भय दिखाता है। एक धनवान आदमी गुस्सा दिखाता। एक गरीब आदमी स्वीकार कर लेता जब उसका धन खो जाता। अनिल एक लापरवाह आदमी था। उसे पता भी नहीं चला कि उसे लूट लिया गया था। अनिल का दुःख विश्वास के खो जाने का था ना कि धन के जाने का।
Question 7.
What was the daily routine of Hari Singh at Anil’s house?
अनिल के घर पर हरि सिंह की दिनचर्या कैसी थी?
Answer:
Hari Singh was living with Anil. Hari Singh told him that he would cook for him. Hari Singh could sleep in the balcony. In the morning Hari Singh made tea for him. Later on he remained busy in buying the things of daily needs. Hari Singh started to learn words, then sentences and also adding of numbers. He tried to keep Anil happy.
हरि सिंह अनिल के साथ रह रहा था। हरि सिंह ने अनिल से कहा था कि वह उसके लिए खाना बना देगा। हरि सिंह बालकनी में सो सकता था। सुबह हरि सिंह उसके लिए चाय बना देता था। बाद में वह दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएँ खरीदने में व्यस्त हो जाता था। हरि सिंह ने सीखना शुरू किया था पहले शब्द, फिर वाक्य और उसने संख्याओं को जोड़ना सीखा था। उसने अनिल को खुश रखने का प्रयास किया था।
RBSE Solution for Class 10 English Footprints without Feet Chapter 2 The Thief’s Story, Study Learner